
इन दिनों मुस्लिम समुदाय का पवित्र महीना रमजान चल रहा है. मुस्लिम समाज के लोग पांचों वक्तों का नमाज रखते हुए अल्लाह की इबादत में जुटे हैं. माह-ए-रमजान में सुबह में सेहरी और शाम में इफ्तारी की जाती है. कई जगहों पर सार्वजनिक इफ्तारी पार्टी का आयोजन किया जाता है. लेकिन हरिद्वार के ऋषिकुल आयुर्वेदिक महाविद्यालय में इफ्तारी पार्टी के आयोजन को लेकर एक नया बवाल शुरू हो गया है.
ऋषिकुल आयुर्वेदिक महाविद्यालय में इफ्तारी पार्टी से विवाद
दरअसल हरिद्वार में ब्राह्मण शिरोमणि महामना पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा 1919 में स्थापित ऋषिकुल आयुर्वेदिक महाविद्यालय में छात्रों की रोजा इफ्तारी पार्टी ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. यहां आयोजित इफ्तारी पार्टी के कुछ वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. बताया जाता है कि इस आयोजन में कथित तौर पर बाहरी लोग भी शामिल हुए थे. वायरल हो रही तस्वीरों और वीडियो को लेकर बजरंग दल ने इसका विरोध करते हुए जमकर हंगामा काटा.
बजरंग दल ने छात्रों पर कार्रवाई की मांग की
बजरंग दल के जिलाध्यक्ष अमित कुमार ने आरोप लगाया कि धार्मिक नगरी हरिद्वार में "साजिश के तहत" इस तरह का आयोजन किया गया है. ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज का ऐतिहासिक महत्व है और इसे पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित ऋषिकुल विद्यापीठ के अंतर्गत शुरू किया गया था. यहां देशभर से छात्र आयुर्वेदिक चिकित्सा की पढ़ाई के लिए आते हैं.

प्रशासन तुरंत छात्रों को चिह्नित करते उनपर कार्रवाई करें. साथ ही बजरंग दल ने प्रिंसिपल को भी हटाने की मांग की . हरिद्वार के ऋषिकुल आयुर्वेदिक महाविद्यालय में रोजा इफ्तारी पार्टी के वीडियो वायरल होने के बाद बजरंग दल द्वारा कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया गया, जिस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.
पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को प्रवेश से रोका
पुलिस बल द्वारा बजरंग दल को कॉलेज में प्रवेश करने से रोका गया जिसके बाद प्रशासन ने बजरंग दल को अस्वस्थ करते हुए मामले की जांच कॉलेज प्रशासन द्वारा कराए जाने को कहा है. मामले में प्रधानाचार्य डॉ. डीसी सिंह ने कहा कि कॉलेज 10 से 5 चलता है. 5 बजे के बाद बंद कॉलेज बंद हो जाता है.
जांच के लिए कमेटी गठित, हमने छात्रों को पहुंचकर भगायाः प्रिंसिपल
प्रधानाचार्य डॉ. डीसी सिंह ने आगे कहा कि शाम में कुछ बच्चे पार्टी करने जुटे. हमारे चौकीदार ने सूचना दी तो हमने उसे भगाने को कहा. लेकिन चौकीदार ने हमे कहा कि हमारे कहने से ये लोग नहीं जाएंगे. इसके बाद मैं अपने कुछ शिक्षक साथियों के साथ आया और फिर पार्टी कर रहे छात्रों को कॉलेज से भगाया. मामले की जांच जारी है. इसके लिए एक कमेटी भी बना दी गई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं