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बरेली के पॉश इलाके में कॉम्प्लेक्स, 10 लाख महीने का किराया... कैसे तौकीर रजा का सहयोगी करता था वसूली

नावेल्टी चौराहे के इस कॉम्प्लेक्स की 70 दुकानों की करीब आठ से दस लाख रुपये की आमदनी हर महीने किराए के रूप में तौकीर रजा के सहयोगियों को मिलती थी. स्थानीय लोगों के मुताबिक हर दुकान का किराया 10 से 20 हज़ार रुपये प्रति महीना होता था.

  • बरेली के नावेल्टी चौराहे पर मजार पहलवान साहेब के पास बने पूरे कॉम्प्लेक्स को नगर निगम ने अवैध घोषित किया है
  • इस कॉम्प्लेक्स में 70 दुकानों से हर महीने आठ से दस लाख रुपये किराया तौकीर रजा के सहयोगियों को मिलता था
  • नगर निगम ने बरेली के पांच बड़ी संपत्तियों सहित 70 दुकानों और एक मैरिज हॉल को सील कर दिया है
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बरेली (यूपी):

उत्तर प्रदेश के बरेली में बवाल की साजिश रचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के अलावा बुलडोजर एक्शन भी चल रहा है. बरेली के सबसे व्यस्ततम नावेल्टी चौराहे पर मजार पहलवान साहेब से सटे एक पूरे कॉम्प्लेक्स को नगर निगम ने अवैध बताया है. हालांकि सालों से इस कॉम्प्लेक्स में बनी 70 दुकानें चलती रहीं और उसका किराया मौलाना तौकीर रजा का खास सहयोगी नफीस वसूलता रहा.

नाम नहीं छापने की शर्त पर स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले मज़ार की देखरेख रईस मियां कादरी करते थे, लेकिन जैसे-जैसे तौकीर रज़ा का सियासी और धार्मिक क़द बढ़ा तो इनके समर्थक रईस मियां को बाहर निकालकर इंतजामिया कमेटी में शामिल हो गए. फिर एक के बाद एक मज़ार की आड़ में दुकानों का निर्माण होता रहा. प्रशासन तौकीर रजा और उनके गुर्गों के सामने नतमस्तक रही.

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तौकीर के खास नफीस को 10 लाख महीने की आमदनी

नावेल्टी चौराहे के इस कॉम्प्लेक्स की 70 दुकानों की करीब आठ से दस लाख रुपये की आमदनी हर महीने किराए के रूप में तौकीर रजा के सहयोगियों को मिलती थी. स्थानीय लोगों के मुताबिक हर दुकान का किराया 10 से 20 हज़ार रुपये प्रति महीना होता था. ये किराया तौकीर रजा के खास नफ़ीस ख़ान और उनके सहयोगी वसूलते थे. हालांकि यहां के दुकानदारों का कहना था कि किराया कुछ लखनऊ जाता था, कुछ यहां स्थानीय लोगों को देते थे.

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बरेली के सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण जगह पर सन 2000 के बाद से दुकानों का निर्माण शुरू हुआ और चार साल पहले तक होता रहा. इस बीच नगर निगम और वक्फ बोर्ड के बीच मुक़दमा भी चला, जो अब भी हाईकोर्ट में लंबित है. हालांकि मज़ार पहलवान साहेब से जुड़े लोग बताते हैं कि फ़िलहाल दुकानों को गिराने पर स्टे लगा है, लेकिन तौकीर रजा की उग्र राजनीतिक और धार्मिक छवि का इस्तेमाल अवैध संपत्तियों को बटोरने में कैसे की गई, ये उसका जीता जागता उदाहरण है.

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बरेली की पांच बड़ी संपत्तियां नगर निगम ने सील की

बरेली के पीलीभीत बाइपास पर आलीशान होटल स्काईलार्क समेत दो लग्ज़री बैंक्वेट हाल को निगम ने सील किया. इनकी बाज़ार कीमत करीब 150 करोड़ के आसपास की है. इसके बाद नावेल्टी जैसे पॉश इलाके में 70 दुकानें सील की गई. इसकी भी क़ीमत 50 करोड़ से ज़्यादा की है. यही नहीं तौकीर रज़ा के ख़ास नदीम ख़ान के करीबी के मैरिज हॉल को मंगलवार को सील किया गया. ढाई बीघे में फैले इस मैरिज हाल की क़ीमत 50-60 करोड़ रुपए होगी. इसके अलावा भी आधा दर्जन संपत्तियां हैं, जिनका सर्वे निगम और प्राधिकरण कर रहा है.

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