
यूपी में अफसरों और बीजेपी नेताओं के बीच जंग जारी है, आलम ये है कि हर दिन इसमें नए किरदार जुड़ जाते हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कई बार अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों की साझा बैठक लेने के बावजूद भी आए दिन कोई न कोई विवाद हो ही जाता है. कई विभागों के मंत्री और प्रमुख सचिवों में अनबन थमने का नाम ही नहीं ले रही है. स्वास्थ्य से लेकर बिजली विभाग तक की यही कहानी है. अब ताजा विवाद लखनऊ की मेयर और नगर आयुक्त का है.
मेयर ने फोड़ा चिट्ठी बम
लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल की एक चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. मेयर अब नगर आयुक्त गौरव कुमार से बेहद नाराज हैं. इसी नाराजगी में उन्होंने चिट्ठी बम फोड़ दिया है. मेयर ने नगर आयुक्त को चिट्ठी लिखकर इसका जवाब तीन दिनों में मांग लिया है. चिट्ठी में उन्होंने प्रोटोकॉल का पालन न करने की शिकायत की है. साथ ही यह भी लिखा कि एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के प्रति आप लोग उदासीन हैं और यह सब अनुशासनहीनता है. कार्यक्रम में आप जैसे अधिकारी भी गैरहाजिर रहे. इससे बहुत खराब संदेश जाता है.
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ये है गुस्से की वजह
अब जरा मेयर सुषमा खर्कवाल के ग़ुस्से की वजह जान लेते हैं. बीते शुक्रवार 1 अगस्त को नगर निगम की तरफ से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. निगम के रिटायर होने वाले कर्मचारियों के सम्मान में ये कार्यक्रम आयोजित था. मृतक आश्रित कोटे से जिन्हें नौकरी मिली है, उन्हें भी इस प्रोग्राम में बुलाया गया था, लेकिन इसकी जानकारी लखनऊ की मेयर को नहीं दी गई. जबकि ऐसे कार्यक्रमों में मेयर को बुलाए जाने की पंरपरा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ऐसा आदेश भी है.
सीएम तक शिकायत की चेतावनी
फिलहाल मेयर सुषमा खर्कवाल ने कार्यक्रम में न बुलाए जाने को बड़ा मुद्दा बना दिया है. उन्होंने नगर आयुक्त से 4 अगस्त तक जवाब मांगा है. सहायक नगर आयुक्तों में काम का बंटवारा अब तक न होने से भी मेयर बहुत नाराज हैं. इसीलिए अब उन्होंने दो दो हाथ करने का मन बना लिया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अधिकारियों ने अपने आचरण में सुधार नहीं किया तो वे मुख्यमंत्री तक जाएंगीं.
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