विज्ञापन

Photos: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बांके बिहारी मंदिर और निधिवन में किए दर्शन, वृंदावन में कल्पवृक्ष का पौधा लगाया

बांके बिहारी मंदिर के बाद राष्ट्रपति निधिवन पहुंचीं. वहां सेवाधिकारी रोहित कृष्ण गोस्वामी ने बताया कि राष्ट्रपति ने पूरी परिक्रमा की और उस स्थान पर दीप प्रवज्जलित किया, जहां ठाकुर जी का प्राकट्य हुआ था.

Photos: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बांके बिहारी मंदिर और निधिवन में किए दर्शन, वृंदावन में कल्पवृक्ष का पौधा लगाया
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मथुरा-वृंदावन का धार्मिक दौरा कर बांके बिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना की
  • बांके बिहारी मंदिर में 4 पूर्व राष्ट्रपति दर्शन कर चुके हैं, इस बार राष्ट्रपति मुर्मू के बेटे ने भजन किया
  • निधिवन में राष्ट्रपति ने ठाकुर जी के प्राकट्य स्थल, रंगमहल, रास मंडल सहित चार प्रमुख स्थलों का दर्शन किया
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
वृंदावन:

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को मथुरा-वृंदावन का धार्मिक दौरा किया. इस दौरान उन्होंने बांके बिहारी मंदिर, निधिवन, सुदामा कुटी के दर्शन किए. सुदामा कुटी में राष्ट्रपति ने कल्पवृक्ष का पौधा भी लगाया. राष्ट्रपति मुर्मू सबसे पहले बांके बिहारी मंदिर पहुंचीं. उनके आगमन पर मंदिर को फूल-मालाओं से सजाया गया. मंदिर के पुजारी गौरव कृष्ण गोस्वामी ने पूजा-अर्चना करवाई. राष्ट्रपति ने ठाकुर जी के दर्शन किए, स्वास्तिक बनाकर 56 भोग अर्पित किया और देशवासियों की सुख-समृद्धि व शांति की कामना की.

अब तक चार राष्ट्रपति कर चुके हैं यहां दर्शन

गौरव कृष्ण ने बताया कि अब तक चार राष्ट्रपति इस मंदिर में पूजन कर चुके हैं—1988 में वेंकट रामन, 2016 में प्रणब मुखर्जी, 2019 में रामनाथ कोविंद और अब द्रौपदी मुर्मू. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू की पूजा में उनके बेटे आरव गोस्वामी ने भजन प्रस्तुत किया, जिसमें गीता का संदेश था—कोई अपना नहीं, कोई पराया नहीं.

Latest and Breaking News on NDTV

निधिवन में भी किए दर्शन

बांके बिहारी मंदिर के बाद राष्ट्रपति निधिवन पहुंचीं. वहां सेवाधिकारी रोहित कृष्ण गोस्वामी ने बताया कि राष्ट्रपति ने पूरी परिक्रमा की और उस स्थान पर दीप प्रवज्जलित किया, जहां ठाकुर जी का प्राकट्य हुआ था. उन्होंने राधारानी के श्रृंगार स्थल पर सोलह श्रृंगार अर्पित किया, राधारानी जी को प्रसादी बंसी भेंट की और हरिदास जी की जीवित समाधि के दर्शन किए निधिवनराज की स्मृति-चिन्ह राष्ट्रपति को भेंट की. गोस्वामी ने बताया कि निधिवन के वृक्षों को गोपियों का स्वरूप माना जाता है. यहां चार प्रमुख स्थल हैं—बांके बिहारी प्राकट्य स्थल, रंगमहल (जहां ठाकुर जी शयन करते हैं), रास मंडल बंसीचोर राधारानी और हरिदास जी की जीवित समाधि. राष्ट्रपति ने इन सभी स्थलों के दर्शन किए.

Latest and Breaking News on NDTV

सुदामा कुटी प्रवास भी पहुंची राष्ट्रपति मुर्मू

इसके बाद राष्ट्रपति सुदामा कुटी पहुंचीं. यहां भगवा और सफेद कपड़ों व फूलों से विशेष सजावट की गई थी. राष्ट्रपति ने यहां भजन कुटी का लोकार्पण किया और परिसर में पारिजात (कल्पवृक्ष) का पौधा लगाया. यहां के महंत अमरदास जी महाराज ने बताया कि हम जुलाई में राष्ट्रपति से मिले थे. उन्होंने कहा था कि हम तो कान्हा से प्रेम करते हैं, पता नहीं कब बुलावा आएगा और आज 25 सितंबर को वे आ ही गईं.  महंत ने कहा कि द्वापर काल में जैसी सुदामा और कृष्ण की मित्रता थी, वही संदेश आज भी जीवित है—मित्रता केवल प्रेम से चलती है, धन से नहीं. उन्होंने बताया कि सुदामा कुटी में प्रतिदिन रासलीला होती है और यहां के चने के भोग से दुख और दरिद्रता दूर होती है.

Latest and Breaking News on NDTV

वृंदावन में राष्ट्रपति के आगमन को लेकर संतों और भक्तों में विशेष उत्साह रहा. यूपी सरकार की ओर से मंत्री लक्ष्मी नारायण ने राष्ट्रपति का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि ब्रजभूमि का दर्शन हर कोई करना चाहता है. राष्ट्रपति जी के आगमन से ब्रजवासियों में अत्यंत उमंग है. आज उन्होंने जिस प्रकार विस्तृत दर्शन किए, वैसे किसी ने पहले नहीं किए. राष्ट्रपति मुर्मू ने वृंदावन प्रवास के दौरान संतजनों से भेंट की, ठाकुर जी का पूजन किया. महंत अमरदास ने कहा कि वृंदावन में कल्पवृक्ष लगाना अद्भुत है. जिस प्रकार गोपियों की कामनाएं यहां पूरी हुईं, वैसे ही संतजन भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com