
- ‘पहलवान लस्सी’ और ‘चाची की कचौरी’ जैसी प्रतिष्ठित दुकानों समेत कई दुकानों को ढहा दिया गया है.
- इस कदम से स्थानीय निवासी खासे भावुक हैं.
- राजेश खन्ना, मनोज सिन्हा और स्मृति ईरानी समेत कई मशहूर हस्तियां इन दुकानों पर आ चुकी हैं.
जब भी वाराणसी की बात की जाती है, तो वहां की फेमस पहलवान लस्सी और 'चाची की कचौड़ी' की दुकान का नाम जुबां पर जरूर आता है. जो भी लोग बाबा विश्वनाथ के मंदिर आते हैं, वो इन दुकानों पर पक्का जाते हैं. यहां की लस्सी और कचौड़ी का स्वाद चखना नहीं भूलते हैं. लेकिन अब प्रशासन ने इन दुकानों को तोड़ दिया है. जिससे यहां के लोगों में खासा गुस्सा है. वाराणसी के लंका इलाके में स्थित पहलवान लस्सी और चाची की कचौड़ी की दुकान समेत 35 दुकानों को तोड़ा गया है. दरअसल लहरतारा से लंका और फिर रविंद्रपुरी तक फोर लेन सड़क बनाई जाएगी. जिसके कारण सड़क को चौड़ा किया जाने का अभियान चला है.
हम सब व्यापारी दुखी
ये दुकानें सड़क के किनारे पर थी, ऐसे पर इन्हें तोड़ने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था. मंगलवार को अस्सी बरस पुरानी दुकान पहलवान लस्सी जमीदोज हो गई है. दुकान के मालिक इससे बेहद ही निराश है. उन्होंने कहा कि अब पुरे परिवार का खर्चा कैसे चलेगा पता नहीं. कोई मुआवजा भी नहीं मिला है. पहलवान लस्सी के परिवार के सदस्य पीयूष आचार्य ने NDTV से बात करते हुए कहा कि दुख हो रहा है, हमें पहले से बता दिया गया था. दुकानें गिराए जाने से यहां जितने भी व्यापारी हैं, सब दुखी हैं.
फेमस हस्तियों का लगता था तांता
देशभर में मशहूर पहलवान लस्सी की दुकान पर सेलेब्रेटी का भी तांता लगा रहता था. चाहे स्वर्गीय राजनेता अरुण जेटली हो या स्मृति ईरानी... जो भी यहां आता था लस्सी जरूर पीता था. बाहर से आनेवाले पर्यटक चाची की कचौड़ी का स्वाद और लस्सी का स्वाद लेना नहीं भूलते थे.
स्थानीय निवासी हुए भावुक
दुकानों को तोड़ने का काम मंगलवार देर रात तक चला. इस कदम से स्थानीय निवासी खासे भावुक हैं. कई लोगों ने इस कार्रवाई को शहर की पाककला और सांस्कृतिक विरासत के एक महत्वपूर्ण हिस्से को ‘‘नष्ट'' किया जाना करार देते हुए इस पर चिंता व्यक्त की है. वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी ने इस कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि सड़क के विस्तार का उद्देश्य लोगों की सुविधाओं बेहतर बनाना और अतिक्रमण को हटाने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया गया है.

तिवारी ने कहा, ‘‘काशी के लोगों के फायदे के लिए सड़क को चार लेन तक चौड़ा करने के लिए ध्वस्तीकरण किया जा रहा है. सभी प्रभावित दुकानदारों को दो महीने पहले नोटिस दिया गया था जिनकी जमीन अधिग्रहित की गई है. दुकानदारों को उचित मुआवजा मिलेगा.'
पीयूष आचार्य की रिपोर्ट
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