- प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्थापित काशी विश्वनाथ धाम ने चार वर्ष पूरे कर भक्तों की आस्था का केंद्र बना है
- चार वर्षों में काशी विश्वनाथ धाम में 26 करोड़ 23 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर चुके हैं
- श्रद्धालुओं के खर्च से वाराणसी की अर्थव्यवस्था को लगभग ₹26,000 करोड़ का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ मिला है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 13 दिसंबर को लोकार्पित किए गए भव्य और दिव्य काशी विश्वनाथ धाम ने अपने स्थापना के चार वर्ष पूरे कर लिए हैं. इस ऐतिहासिक अवसर को बाबा धाम में अत्यंत भव्य और दिव्य तरीके से मनाया जा रहा है. इन चार वर्षों में काशी विश्वनाथ धाम ने न केवल लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र बना है, बल्कि इसने वाराणसी की अर्थव्यवस्था में भी एक अभूतपूर्व क्रांति ला दी है.
26 करोड़ से अधिक भक्तों का आगमन
काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ, विश्वभूषण मिश्र के अनुसार, 13 दिसंबर को धाम के लोकार्पण को चार वर्ष पूरे हो रहे हैं. इन चार वर्षों में, 26 करोड़ 23 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए यहां आ चुके हैं. यह आंकड़ा बताता है कि काशी विश्वनाथ धाम की खूबसूरती और दिव्यता देशभर के श्रद्धालुओं के लिए किसी अजूबे से कम नहीं रही है.

काशी की अर्थव्यवस्था को मिला ₹26,000 करोड़ का लाभ
श्रद्धालुओं की इस रिकॉर्ड तोड़ संख्या का सीधा असर वाराणसी की टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ा है. एक अनुमान के मुताबिक, यदि प्रत्येक श्रद्धालु ने औसतन होटल, साड़ी, नाव, प्रसाद और अन्य सेवाओं पर कम से कम ₹1000 खर्च किए हैं, तो इस आधार पर काशी की अर्थव्यवस्था को लगभग ₹26,000 करोड़ का भारी लाभ मिला है. यह लाभ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से टूरिज्म से जुड़े व्यवसायों और स्थानीय लोगों तक पहुंचा है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.

भक्तों की सुविधा बनी प्राथमिकता
काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, मंदिर प्रशासन ने उनकी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया है. धाम के विस्तार, सुविधा और सुगमता के कारण ही महादेव के दरबार में हाजिरी का यह कीर्तिमान बन सका है.
श्रद्धालुओं के लिए की गई प्रमुख व्यवस्थाएं
ठंड, बारिश और गर्मी में तेज धूप से बचाने के लिए जर्मन हैंगर, मैट, कूलर, और कैनोपी की व्यवस्था.
पीने का पानी, ओआरएस, और चिकित्सा व्यवस्था.
सावन में वृद्धों, दिव्यांगजनों और अशक्त जनों के लिए निशुल्क व्हील चेयर और गोल्फ कार्ट की सुविधा.
इन सुविधाओं ने शिव भक्तों को बाबा की चौखट तक पहुंचने की राह आसान कर दी है, जिससे भक्तों का अनुभव और भी सुखद बना है.
भव्य स्थापना दिवस समारोह
चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में श्री काशी विश्वनाथ धाम को भव्य और दिव्य तरीके से सजाया गया है. यह स्थापना दिवस समारोह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि काशी के पुनरुत्थान और विश्व पटल पर उसकी नई पहचान का जश्न भी है.
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