
- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कबड्डी खिलाड़ी बृजेश सोलंकी की रेबीज से मौत हुई
- बृजेश ने तीन महीने पहले एक पिल्ले को बचाया था, जिसने उसे काट लिया था
- कबड्डी खिलाड़ी ने मामूली चोट समझकर रेबीज का इंजेक्शन नहीं लिया
- बृजेश ने 26 जून को अभ्यास सत्र के दौरान सुन्नपन की शिकायत की थी
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां राज्य स्तरीय कबड्डी खिलाड़ी बृजेश सोलंकी की रेबीज से मौत हो गई. बृजेश ने करीब तीन महीने पहले एक पिल्ले को बचाया था, जिसने उसे काट लिया था. हालांकि, बृजेश ने इसे मामूली चोट समझकर रेबीज का इंजेक्शन नहीं लिया.
बृजेश की मौत से कुछ दिन पहले बनाए गए वीडियो में उसे दर्द से तड़पते और चीखते हुए दिखाया गया है. एक क्लिप में कबड्डी खिलाड़ी को हिंसक रेबीज के हमले का सामना करते हुए देखा गया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार उनके कोच प्रवीण कुमार ने कहा, "बृजेश ने अपने हाथ में दर्द को सामान्य कबड्डी की चोट समझ लिया था. काटने की चोट मामूली लग रही थी और उसे नहीं लगा कि यह गंभीर है, इसलिए उसने टीका नहीं लगवाया."
26 जून को अभ्यास सत्र के दौरान बृजेश ने कथित तौर पर सुन्नपन की शिकायत की. उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें नोएडा के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया.
उनके भाई संदीप कुमार ने आरोप लगाया कि बृजेश को कई सरकारी अस्पतालों में इलाज से वंचित रखा गया. TOI के हवाले से कहा गया, "अचानक, उसे पानी से डर लगने लगा और उसमें रेबीज के लक्षण दिखने लगे, लेकिन खुर्जा, अलीगढ़ और यहां तक कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में भी हमें इलाज से वंचित रखा गया. केवल नोएडा में डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उसे रेबीज होने की संभावना है."
28 जून को बृजेश की मौत हो गई. बृजेश बुलंदशहर के फराना गांव के रहने वाले थे. पूरा गांव अपने चहेते कबड्डी खिलाड़ी को अंतिम विदाई देने उमड़ पड़ा.
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