
- शामली के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र प्रताप ने वाहनों पर जातिसूचक नाम लिखने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए हैं
- आदेश में जाट, ठाकुर, गुर्जर, प्रजापति सहित सभी जाति के नाम वाहनों पर लिखने को प्रतिबंधित किया गया है
- प्रतिबंध केवल वाहनों तक सीमित नहीं है बल्कि गांव के बोर्डों पर भी जाति नाम लिखना मना है
शामली के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र प्रताप ने वाहनों पर जातिसूचक नाम लिखने के खिलाफ सख्त आदेश जारी किए हैं. यह कदम समाज में सद्भाव बनाए रखने और जातिगत वैमनस्य को रोकने के लिए उठाया गया है. ऐसा उन्होंने सीएम योगी के आदेश पर किया है. आदेश में कहा गया है कि किसी भी वाहन पर 'जाट', 'ठाकुर', 'गुर्जर', 'प्रजापति' या किसी अन्य जाति का नाम लिखना अब प्रतिबंधित है. यदि किसी वाहन पर ऐसा नाम लिखा हुआ पाया जाता है, तो मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसमें वाहन का चालान और उसे जब्त करना शामिल है.

गांव के बोर्डों पर भी प्रतिबंध
केवल वाहनों पर ही नहीं, बल्कि गांव में नामों वाले बोर्ड पर भी जाति का उल्लेख नहीं किया जाएगा. पुलिस, ग्राम पंचायतों और आम जनता को इस आदेश के बारे में सूचित कर रही है ताकि सभी नियमों का पालन करें. इस आदेश का मुख्य उद्देश्य समाज में वैमनस्य फैलाने वाली गतिविधियों को रोकना और कानून-व्यवस्था बनाए रखना है.v

शामली पुलिस ने इस आदेश को लागू करने के लिए पूरे जिले में पेट्रोलिंग बढ़ा दी है और जांच-पड़ताल की जा रही है. एसपी ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तुरंत कार्रवाई होगी. इस पहल से उम्मीद है कि जिले में शांति और सद्भाव का माहौल बना रहेगा.

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