
- हापुड़ में सड़क हादसे में चार मासूमों समेत पांच लोगों की मौत हुई है
- मृतक दानिश अपनी बेटियों और पड़ोसी बच्चे के साथ बाइक से लौट रहे थे
- तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर ने उनकी जिंदगी को पलभर में खत्म कर दिया
- एक सड़क हादसे से उजड़ गया परिवार, हर कोई गमगीन
कौन जानता था कि एक साथ घर से हंसते-खिलखिलाते निकले 5 लोग, जब लौटेंगे तो कफनों में लिपटकर. चार मासूम चेहरों की खिलखिलाहट और एक पिता की ममता भरी नज़रें, सब कुछ सड़क की बेरहम रफ्तार ने पलभर में छीन लिया. दुनिया ऐसी उजड़ी कि जिसने सुना हर कोई गमगीन हो गया. वो गलियां बच्चों के शोर के बिन बिल्कुल सूनी सी पड़ी है, जिनकी मस्ती से मोहल्ले में रौनकें लगी रहती थीं. यकीनन मां की आंखें घर की दहलीज के किवाड़ों पर अब भी टिकी हैं कि बाहर से अपना जिगर का कलेजा हंसता-खेलता अंदर आएगा और वो उसे बाहों में जकड़कर माथे को प्यार से चूमेगी. मगर वहां अब अम्मी, अब्बू!” या “चाचू!” कहने वाला नहीं. ये हादसा सिर्फ एक परिवार की तबाही नहीं, बल्कि उस अधूरी कहानी का नाम है, जो अब ताउम्र दिलों में टीस बनकर रह जाएगी.
यूपी के हापुड़ में मातम का ऐसा सन्नाटा पसरा जब एक साथ पांच जनाजे उठे. जिनमें चार नन्हें जनाज़े है. ये खौफनाक मंजर देख हर किसी की आंखें छलक आईं जब पांचों को एक साथ सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया. ग़म का यह मंजर ऐसा था कि वहां मौजूद हर शख्स की रूह तक कांप उठी. हापुड़ की फिजाओं में ऐसा सितम था जैसे कि कब्रिस्तान की मिट्टी भी जैसे इस दर्द को महसूस कर रही थीं. कौन जानता था कि इतनी जल्दी पांच जनाज़े एक साथ उठेंगे, जिनमें से 4 एक ही परिवार के.
कैसे हुआ दर्दनाक हादसा,जिससे पूरा हापुड़ गमगीन
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक ऐसा दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. जिसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया. हाफिजपुर थाना क्षेत्र के बुलंदशहर-हापुड़ रोड पर देर रात हुए इस भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. एक बाइक पर सवार चार मासूम बच्चों सहित एक व्यक्ति की तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई. मृतक व्यक्ति दानिश अपनी दो बेटियों और एक भतीजे व एक पड़ोसी बच्चे के साथ एक ही बाइक पर सवार होकर स्विमिंग पूल मुरशदपुर में नहाकर वापस घर जा रहा था, तभी यह हादसा हो गया.
हादसे में चार मासूम और एक शख्स की मौत
हादसे के बाद मृतकों के शवों को हापुड़ में बुलंदशहर रोड़ स्थित मस्जिद पुरा निवास पर पहुंचे. एक साथ पांच लोगों के शव मृतक के घर पहुंचने पर इलाके में गम का माहौल बन गया. घटना के बाद से मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है. ईदगाह में सभी मृतकों की एक साथ नमाज-ए-जनाजा अदा की गई. इसके बाद कब्रिस्तान में पांच जनाज़े एक साथ सुपुर्द-ए-खाक किए गए. अंतिम यात्रा के दौरान माहौल बेहद गमगीन था. ईदगाह के पास कब्रिस्तान में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए. इस दौरान पुलिस व्यवस्था भी काफी चाक-चौबंद रही. हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की एक साथ मौत से इलाके में शोक की लहार दौड़ गई. जिसमें मरने वालों में चार बच्चे एक व्यक्ति शामिल हैं. मृतकों में दानिश, उनकी 2 मासूम बेटी, भतीजा समर और पड़ोसी बच्चा माहिम शामिल है.
एक बाइक पर सवार थी मासूम खुशियां
हादसे का शिकार बने दानिश अपनी दो बेटियों, एक भतीजे समर और एक पड़ोसी बच्चे माहिम के साथ एक ही बाइक पर सवार होकर मुरशदपुर के स्विमिंग पूल से नहाकर वापस अपने घर लौट रहे थे. कौन जानता था कि हंसी-खुशी से भरी ये छोटी सी सैर उनके जीवन की आख़िरी यात्रा बन जाएगी. जैसे ही उनका वाहन तेज रफ्तार ट्रक के सामने आया, सबकुछ पल भर में तबाह हो गया. ट्रक की टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक पर बैठे सभी लोगों की मौके पर ही मौत हो गई.
पांच जनाजों के साथ लौटी चुप्पी
हादसे के बाद जब मृतकों के शव हापुड़ में बुलंदशहर रोड स्थित मस्जिद पुरा स्थित उनके घर पहुंचे, तो वहां का नज़ारा देखकर पत्थर दिल भी पिघल जाए. चार नन्हे जनाज़े और एक बाप का जनाजा एक साथ. हर कोई दहाड़ें मारकर रो रहा था. इलाके में गम की ऐसी लहर दौड़ गई कि हर दरवाज़े पर मातम पसरा नज़र आया।
ईदगाह में पढ़ी गई नमाज-ए-जनाजा
मुस्लिम रीति-रिवाजों के मुताबिक, ईदगाह में पांचों की एक साथ नमाज-ए-जनाजा अदा की गई. उस वक्त हर किसी की आंखें नम थीं और दिल भारी. इमाम साहब की दुआओं के बीच सैकड़ों लोग मौन खड़े थे. इसके बाद पांचों को एक ही समय में कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया. जैसे ही मिट्टी पड़ी, वहां मौजूद लोगों की सिसकियां तेज़ हो गईं. हर कोई खुद को रोक नहीं पा रहा था.
पूरे इलाके में मातम
इस घटना में दानिश, उनकी दो मासूम बेटियां, भतीजा समर और पड़ोसी बच्चा माहिम अपनी जान गंवा बैठे. इस मंजर को देख हर कोई यही कह रहा था कि हमने तो सुना था कि हादसे होते हैं, लेकिन एक ही परिवार के चार मासूम और एक जवान बाप की एक साथ मिट्टी में मिल जाने की ऐसी तस्वीर कभी देखी नहीं. माहौल इतना गमगीन था कि वहाँ बस आंसुओं की नमी और दुआओं की गूंज रह गई. यह हादसा महज़ एक सड़क दुर्घटना नहीं , बल्कि एक परिवार की खुशियों को एक झटके में छीन लेने वाले ऐसी त्रासदी थी, जिसके जख्म ताउम्र नहीं भर पाएंगे.
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