- गोंडा जिले के युवा इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव ने ब्लैकमेलिंग और लोकलाज के दबाव में अपनी जान दे दी
- अभिषेक ने अपने कमरे की दीवार पर प्रेमिका और उसके पति के साथ हुई व्हाट्सऐप चैट और कॉल डिटेल्स चिपकाए थे
- आरोप है कि सोनल सिंह और उसके पति अजीत सिंह ने अभिषेक को ब्लैकमेल करके पैसे की मांग की और जेल भेजा
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक युवा इंजीनियर ने ब्लैकमेलिंग और लोकलाज के डर से मौत को गले लगा लिया. शहर की गायत्रीपुरम कॉलोनी में रहने वाले अभिषेक श्रीवास्तव का शव उनके कमरे में फंदे से लटकता मिला. जान देने से से पहले युवक ने जो कदम उठाया, उसने इलाके में हड़कंप मचा दिया है.
दीवार पर 'सुसाइड नोट' के रूप में चिपकाए स्क्रीनशॉट्स
अभिषेक ने जान देने पहले कमरे की दीवार पर अपनी कथित प्रेमिका (जो एक शादीशुदा महिला है) और उसके पति के साथ हुई व्हाट्सऐप चैट, वीडियो कॉल के स्क्रीनशॉट्स और कॉल डिटेल्स चस्पा कर दिए थे. अभिषेक ने अपने हाथ बांधकर और मुंह में कपड़ा ठूंसकर जान दी, जो इस बात का संकेत है कि वह कितने मानसिक तनाव और दबाव में थे.
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, अभिषेक श्रीवास्तव एक निजी कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत था. आरोप है कि वह अपने घर के सामने रहने वाली सोनल सिंह नाम की महिला के जाल में फंस गए था. इस जालसाजी में महिला का पति अजीत सिंह भी शामिल बताया जा रहा है.

ब्लैकमेलिंग के बाद पैसों की डिमांड
सुसाइड नोट में खुलासा हुआ है कि 28 सितंबर को सोनल और उसके पति ने अभिषेक के खिलाफ ही ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसके बाद 30 सितंबर को अभिषेक को जेल जाना पड़ा था. 12 अक्टूबर को जेल से छूटने के बाद, आरोपी पति-पत्नी अभिषेक पर 'सुलह' करने के बदले 2 लाख रुपये देने का दबाव बना रहे थे. आरोप है कि पैसे न देने पर अभिषेक को दोबारा फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी जा रही थी.
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची. कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़कर पुलिस अंदर दाखिल हुई. सीओ सिटी आनंद राय ने बताया, "गायत्रीपुरम कॉलोनी में अभिषेक श्रीवास्तव द्वारा आत्महत्या की सूचना पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची. फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य संकलन किया है. मृतक के चाचा उद्धव श्रीवास्तव की तहरीर पर आरोपी सोनल सिंह और अजीत सिंह के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है."

परिवार में कोहराम
अभिषेक की मौत के बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है. दीवार पर चिपकाए गए सबूतों ने इस पूरे हनीट्रैप और ब्लैकमेलिंग के खेल को उजागर कर दिया है. पुलिस अब इन डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
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