इटावा कथावाचक पिटाई मामले में बड़ा खुलासा
इटवा के यादव कथावाचक बदसलूकी मामले (Etawah Kathavachak Misbehaviour Case) में यजमान जय प्रकाश तिवारी ने NDTV पर बड़ा खुलासा किया है. उनका आरोप है कि मुकुट मणि और संत सिंह यादव ने खाने के दौरान उनकी पत्नी के साथ छेड़खानी की थी. बता दें कि इटावा में जिस भागवत कथा का आयोजन हुआ था, वह पूरे गांव ने मिलकर किया था. इस आयोजन में जय प्रकाश तिवारी और उनकी पत्नी रेणु तिवारी परीक्षित (यजमान) की भूमिका में थे. ऐसे में 21 जून को भगवत कथा के पहले दिन कलश यात्रा और पाठ के बाद मुकुट सिंह उर्फ़ मुकुट मणि अग्निहोत्री, संत सिंह यादव और दो अन्य सहयोगी तिवारी परिवार के घर रात का भोजन करने पहुंचे और वहीं से विवाद शुरू हुआ.
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कथावाचक ने भोजन के दौरान पत्नी से की छेड़छाड़
जय प्रकाश तिवारी और उनकी पत्नी रेणु तिवारी ने एनडीटीवी के सामने पूरी घटना के बारे में अपना पक्ष रखा. जय प्रकाश तिवारी का कहना है कि घर के बैठक वाले कमरे में कथावाचक भोजन करने बैठे थे. उन्होंने उनकी पत्नी रेणु के साथ उनकी उंगली छूकर छेड़खानी करने की कोशिश की. कथावाचकों ने उनकी पत्नी से कहा कि अपने हाथ से खाना खिलाओ. इसपर आपत्ति हुई तो उन्होंने माफी मांग ली.
जाति पूछने के पीछे दो आधार कार्ड्स वजह
वह अपने झोले से वह कुछ सामान निकाल रहे थे उसी दौरान मुकुट नाम के कथावाचक के दो आधार कार्ड्स नीचे गिर गए. एक कार्ड पर मुकुट सिंह नाम था और दूसरे पर मुकुट मणि अग्निहोत्री दर्ज था. यहीं से जाति पूछना शुरू हुआ.जय प्रकाश तिवारी की पत्नी रेणु तिवारी ने कहा कि कथावाचकों को पूजा पाठ का ज्ञान नहीं था. इसके बाद वह छेड़खानी करने लगे, जिससे विवाद बढ़ा.
पता होता यादव हैं तो खाने पर नहीं बुलाती
उन्होंने दावा किया कि पेशाब छिड़कने का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है. रेणु तिवारी ने कहा कि अगर उन्हें पता होता कि कथावाचक यादव हैं तो वो उन्हें बुलाती ही नहीं.उन्होंने कथावाचकों पर कार्रवाई की मांग की है. हालांकि मुंडन और मारपीट के विवाद पर उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ इसलिए नहीं पता है क्योंकि ये घटना जब घटी उस समय वे लोग सो गए थे.
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