मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि पिछली सरकारों से विपरीत, हमारी संवेदनाएं माफिया और किसी अपराधी के साथ नहीं हो सकती हैं क्योंकि वह सुरक्षा, सुशासन और विकास के मार्ग के अवरोधक हैं. योगी ने कहा कि सरकार की कार्यप्रणाली स्पष्ट है, वह इन रुकावटों को हटाती है मगर गरीबों को अपनी संवेदना का पात्र बनाती है. गरीबों की सेवा ही सरकार की प्राथमिकता है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा साफ है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मंशा व संवेदनाएं गरीब, निराश्रित, वंचित, दलित और अति पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ है. प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली और प्राथमिकताओं की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बातें सोमवार को यहां लोकभवन में कहीं.'' सरकारी बयान के मुताबिक, लखनऊ स्थित लोकभवन सभागार में अल्पसंख्यक तथा प्राविधिक शिक्षा विभाग के लिए कनिष्ठ सहायक व कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर कुल 240 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ स्पष्ट कर दिया कि माफिया व अपराध तंत्र पर नकेल कसने, भ्रष्टाचार मुक्त सुरक्षित व निष्पक्ष समाज की स्थापना पर प्रदेश सरकार का मुख्य ध्यान है जिससे गरीबों को बिना किसी भेदभाव के उनका हक और सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को मिशन रोजगार के जरिए शासकीय सेवाओं के अंतर्गत निष्पक्ष व मानव हस्तक्षेप रहित प्रक्रिया अपनाकर नियुक्ति दी जा रही है. पिछले छह साल में प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अंतर्गत प्रदेश ने नई ऊंचाइयों को प्राप्त किया है. प्रदेश सरकार की हर प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ रही है. कौन कहां नियुक्त होकर जाएगा यह न किसी मंत्री और न ही किसी सचिव को पता होता है. कार्यक्रम में अल्पसंख्यक कल्याण व पशुधन विभाग मंत्री धर्मपाल सिंह, अल्पसंख्यक व कल्याण विभाग के राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग, अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी व प्रमुख सचिव एल देवराज भी उपस्थित रहे.
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