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मेरठ: सेपा नेता और कार्यकर्ताओं पर अपर जिलाधिकारी के साथ धक्का-मुक्की करने का आरोप, मुकदमा दर्ज

सोमवार को मेरठ के जिलाधिकारी कार्यालय पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया था.

मेरठ: सेपा नेता और कार्यकर्ताओं पर अपर जिलाधिकारी के साथ धक्का-मुक्की करने का आरोप, मुकदमा दर्ज
मेरठ:

मेरठ में अपर जिलाधिकारी के साथ धक्का मुक्की करने के आरोप में सपा जिलाध्यक्ष और  कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. कुछ दिन पहले मेरठ में एक दलित युवक की बारात पर राजपूत दबंग युवकों ने हमला कर दिया था, इसी घटना के विरोध में सपा कार्यकर्ता मेरठ के जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान सपाइयों की अपर जिलाधिकारी से तीखी नोंकझोंक हो गई.

जिलाधिकारी कार्यालय पर सपा का प्रदर्शन

सोमवार को मेरठ के जिलाधिकारी कार्यालय पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया. 1 मार्च को मेरठ कालिंदी गांव में आई एक दलित बारात पर गांव के ही दबंग राजपूत युवकों ने हमला कर दिया था, जिसमें दूल्हे सहित कई बारातियों के साथ मारपीट की गई थी. इसी घटना के विरोध में सपा कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे.

रूटीन वर्क की तरह ड्यूटी पर तैनात अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लेना चाहा तो सपाइयों ने कहा कि वो ज्ञापन केवल जिलाधिकारी को सौंपेंगे, किसी छोटे अधिकारी को ज्ञापन देंगे तो वो रद्दी की टोकरी में चला जाएगा. जब सपाई जिलाधिकारी को ही ज्ञापन सौंपने की जिद्द पर अड़े रहे तो अपर जिलाधिकारी (नगर) बृजेश सिंह आए और उन्होंने सपाइयों से बताया कि जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हैं इसलिए ज्ञापन उन्हें ही दे दिया जाए.

सपाइयों और अपर जिलाधिकारी में कहासुनी

इस वार्ता में सपाइयों और अपर जिलाधिकारी के बीच कहासुनी होने लगी, एक सपा कार्यकर्ता ने अधिकारी से धौंस में बात की, जिसके बाद अधिकारी ने पुलिस वालों से कहा कि इसे हिरासत में लेकर थाने जाओ. एक कार्यकर्ता के हिरासत में लिए जाने के बाद सपाइयों ने और ज्यादा शोरशराबा शुरू कर दिया. जिसके बाद हिरासत में लिए गए कार्यकर्ता को रिहा कर दिया गया. सपाइयों ने भी अपर जिलाधिकारी नगर बृजेश सिंह को हो ज्ञापन सौंप कर अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया.

लेकिन जिला प्रशासन ने एक अपर जिलाधिकारी के साथ सपाइयों की बदसलूकी को गंभीरता से लिया और पुलिस की तरफ से ही मेरठ के थाना सिविल लाइन्स में 53 सपाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमे जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी सहित 3 नामजद और 50 अज्ञात सपा कार्यकर्ता हैं. मेरठ पुलिस ने मुकदमे में सपाइयों पर सरकारी अधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और झगड़े के लिए लोगो को उकसाने सहित गंभीर धाराएं लगाई हैं.

सपा नेताओं ने लगाया ये आरोप

अपने खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिलने के बाद मेरठ में सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर मीडिया से कहा कि उनकी पार्टी के सभी कार्यकर्ता अनुशासन में रहते हैं, लोकतंत्र को कुचलने के लिए जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया है, ये उचित नहीं है.

जिलाधिकारी कार्यालय पर रोजाना कई संगठन प्रदर्शन करते हैं और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हैं, बहुत से कामों में बीजी रहने के कारण ऐसा संभव नहीं होता कि जिलाधिकारी खुद आकर प्रदर्शन करने वालों से ज्ञापन प्राप्त करें, इसलिए प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लेने के लिए जिला प्रशासन द्वारा रोजाना ACM (अपर नगर मजिस्ट्रेट) स्तर के एक अधिकारी की ड्यूटी लगाई जाती है. ऐसे में केवल जिलाधिकारी को ही ज्ञापन देने की जिद पर अड़ना और किसी अधिकारी के साथ अभद्रता करना किसी भी राजनीतिक दल को शोभा नहीं देता.

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