
- बरेली प्रशासन ने बिजली चोरी के मामले में मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर कड़ी कार्रवाई की है
- आरोप है कि आरोपितों ने अवैध बिजली कनेक्शन से ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन चलाते थे
- प्रशासन ने चार्जिंग गोदाम को ध्वस्त कर दिया, जहां रोजाना 70 से 80 ई-रिक्शा चोरी की बिजली से चार्ज होते थे
बरेली में मौलाना तौकीर रजा के करीबी नेताओं पर बड़ा एक्शन प्रशासन की तरफ से लिया गया. बिजली चोरी के मामले में पार्षद उस्मान रजा खान, मोहसिन रजा खान समेत तीन लोगों पर केस दर्ज किया गया है और करीब एक करोड़ रुपए का जुर्माना ठोंका गया है. आरोप है कि इन लोगों ने अवैध कनेक्शन लेकर ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन खोला और लंबे समय से बिजली चोरी कर रहे थे. मंगलवार को जब प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की तो बुलडोज़र सीधे चार्जिंग गोदाम पर चला और पूरा ढांचा ध्वस्त कर दिया गया. बताया जा रहा है कि यहां से रोजाना 70-80 ई-रिक्शा अवैध बिजली से चार्ज किए जाते थे.
बुलडोज़र एक्शन से खुला राज
मंगलवार दोपहर तीन बजे प्रशासन की टीम ने ई-रिक्शा चार्जिंग गोदाम पर बुलडोज़र चलाया. जांच में सामने आया कि यहां अवैध बिजली कनेक्शन से चार्जिंग स्टेशन चल रहा था. आरोप है कि रोजाना 70-80 ई-रिक्शा चोरी की बिजली से चार्ज किए जा रहे थे. बिजली विभाग के अनुसार यह संगठित स्तर पर की गई चोरी है, जिससे लाखों रुपए का नुकसान हुआ.
मोहसिन रजा का चार्जिंग स्टेशन ध्वस्त
कार्रवाई में तौकीर रजा के दामाद मोहसिन रजा का चार्जिंग स्टेशन भी जमींदोज कर दिया गया. बताया जा रहा है कि लंबे समय से अवैध कनेक्शन के जरिए इस सेंटर को चलाया जा रहा था. यह वही जगह थी जहां पिछले दिनों पुलिस कार्रवाई का विरोध भी किया गया था. उस दौरान समर्थकों को पुलिस ने खदेड़ दिया था.
अब फरहत पर टिकी नजर
सूत्रों के मुताबिक़ प्रशासन अब तौकीर रजा के एक और करीबी फ़रहत पर नज़र गड़ाए हुए है. फ़रहत के फाइक इनक्लेव स्थित मकान में कभी तौकीर रजा खुद भी छिपे थे. फिलहाल उनकी कुछ संपत्तियां सील कर दी गई हैं और जल्द ही वहां बुलडोज़र चलने की संभावना जताई जा रही है.
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