प्रतीक यादव ने रविवार को इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें उनकी लम्बोरगिनी भी है
लखनऊ:
लखनऊ के लोगों ने अतीक अहमद को अपनी सफेद रंग की 'हमर' के साथ पोज़ करते हुए बहुत बार देखा है. इस कार की कीमत 70 लाख रुपये बताई जाती है, और अतीक ने इस पर अपना एक पोस्टर और अपना नाम भी लगा रखा है, जबकि कार के सामने की तरफ समाजवादी पार्टी का छोटा-सा झंडा लगा हुआ है. वह अक्सर अपनी 'हमर' का सहारा लेकर बातचीत किया करते हैं, और ऐसे ही एक मौके पर NDTV से उन्होंने कहा, "मुझे कहना पड़ेगा, मैं समाजवादी पार्टी में इसलिए नहीं हूं, क्योंकि मेरी कोई मजबूरी है, बल्कि असलियत यह है कि मुझे पार्टी की विचारधारा से प्यार है..."
वैसे जब आपराधिक मामलों का ज़िक्र आता है, तब भी अतीक अहमद बहुत आगे हैं. उनका नाम 40 से ज़्यादा मामलों में दर्ज है, जिनमें हत्या से अपहरण तक के मामले शामिल हैं, और समाजवादी पार्टी द्वारा अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए जारी प्रत्याशियों की सूची में उनके नाम का शामिल होना भी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और उनके मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश यादव के बीच जारी जंग की वजहों में शुमार है.
अतीक अहमद को कारों, खासतौर से एसयूवी से कुछ खास ही लगाव है
यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि अतीक अहमद को कारों, खासतौर से एसयूवी से कुछ खास ही लगाव है. तीन हफ्ते पहले उनकी 'हमर' समेत उनकी 50 एसयूवी को इलाहाबाद के निकट एक टोल प्लाज़ा से बिना कोई भुगतान किए जाने दिया गया था.
वैसे, समाजवादी पार्टी में कारों से लगाव कोई अनूठी बात नहीं है. मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों ही मर्सिडीज़ के हाईएंड मॉडल इस्तेमाल करते हैं. इसी महीने दिल्ली में मुलायम को मर्सिडीज़ की एस-क्लास सेडान में पांच सुरक्षाकर्मियों के साथ देखा गया था, जिनमें से चार एनएसजी कमांडो थे, जो कार के साथ-साथ दौड़ रहे थे.
मुलायम को दिल्ली में मर्सिडीज़ की एस-क्लास सेडान में देखा गया था
उत्तर प्रदेश के 43-वर्षीय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी लखनऊ में अपनी मर्सिडीज़ जीएलई एसयूवी में घूमते हैं, जिसकी कीमत बुलेट प्रूफ होने तथा अन्य विशेष सुरक्षा उपायों की वजह से 2.5 करोड़ रुपये बताई जाती है. लेकिन कारों से 'असल लगाव' अखिलेश के सौतेले भाई प्रतीक यादव को है, जो ज़मीन-जायदाद को कारोबार में कुछ बड़ा कर दिखाना चाहते हैं. वह इन सब परिजनों के मुकाबले 'सबसे फैन्सी कार' - लगभग चार करोड़ रुपये की नीले रंग की लम्बोरगिनी हूराकैन - के मालिक हैं, और फख्र से उसका ज़िक्र करते हैं...
एक तरफ, चुनावी मौसम में मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न 'साइकिल' को लेकर आमने-सामने डटे हुए हैं, और दोनों का दावा है कि पार्टी के चुनाव चिह्न पर उन्हीं के गुट का अधिकार है. और दूसरी तरफ इसके ठीक उलट उन्हीं के परिवार के प्रतीक यादव का लम्बोरगिनी चलाते हुए एक वीडियो वायरल हो चला है...
वैसे, प्रतीक को शायद इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि 'पहियों वाली सवारियों' को लेकर घर में 'जंग' जारी है, क्योंकि उन्होंने रविवार को इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर भी पोस्ट की है, जिसमें उनकी कार दिखाई दे रही है...
वैसे जब आपराधिक मामलों का ज़िक्र आता है, तब भी अतीक अहमद बहुत आगे हैं. उनका नाम 40 से ज़्यादा मामलों में दर्ज है, जिनमें हत्या से अपहरण तक के मामले शामिल हैं, और समाजवादी पार्टी द्वारा अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए जारी प्रत्याशियों की सूची में उनके नाम का शामिल होना भी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और उनके मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश यादव के बीच जारी जंग की वजहों में शुमार है.

यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि अतीक अहमद को कारों, खासतौर से एसयूवी से कुछ खास ही लगाव है. तीन हफ्ते पहले उनकी 'हमर' समेत उनकी 50 एसयूवी को इलाहाबाद के निकट एक टोल प्लाज़ा से बिना कोई भुगतान किए जाने दिया गया था.
वैसे, समाजवादी पार्टी में कारों से लगाव कोई अनूठी बात नहीं है. मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों ही मर्सिडीज़ के हाईएंड मॉडल इस्तेमाल करते हैं. इसी महीने दिल्ली में मुलायम को मर्सिडीज़ की एस-क्लास सेडान में पांच सुरक्षाकर्मियों के साथ देखा गया था, जिनमें से चार एनएसजी कमांडो थे, जो कार के साथ-साथ दौड़ रहे थे.

उत्तर प्रदेश के 43-वर्षीय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी लखनऊ में अपनी मर्सिडीज़ जीएलई एसयूवी में घूमते हैं, जिसकी कीमत बुलेट प्रूफ होने तथा अन्य विशेष सुरक्षा उपायों की वजह से 2.5 करोड़ रुपये बताई जाती है. लेकिन कारों से 'असल लगाव' अखिलेश के सौतेले भाई प्रतीक यादव को है, जो ज़मीन-जायदाद को कारोबार में कुछ बड़ा कर दिखाना चाहते हैं. वह इन सब परिजनों के मुकाबले 'सबसे फैन्सी कार' - लगभग चार करोड़ रुपये की नीले रंग की लम्बोरगिनी हूराकैन - के मालिक हैं, और फख्र से उसका ज़िक्र करते हैं...
एक तरफ, चुनावी मौसम में मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न 'साइकिल' को लेकर आमने-सामने डटे हुए हैं, और दोनों का दावा है कि पार्टी के चुनाव चिह्न पर उन्हीं के गुट का अधिकार है. और दूसरी तरफ इसके ठीक उलट उन्हीं के परिवार के प्रतीक यादव का लम्बोरगिनी चलाते हुए एक वीडियो वायरल हो चला है...
वैसे, प्रतीक को शायद इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि 'पहियों वाली सवारियों' को लेकर घर में 'जंग' जारी है, क्योंकि उन्होंने रविवार को इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर भी पोस्ट की है, जिसमें उनकी कार दिखाई दे रही है...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
समाजवादी पार्टी कार, मुलायम सिंह यादव मर्सिडीज़, अखिलेश यादव मर्सिडीज़, प्रतीक यादव लम्बोरगिनी, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017, Samajwadi Party Cars, Akhilesh Yadav Mercedes, Prateek Yadav Lamborghini, Khabar Assembly Polls 2017, UP Assembly Elections 2017