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This Article is From Mar 22, 2017

जब 5 करोड़ की लैंबॉर्गिनी से घूम रहे प्रतीक यादव को हुआ अहसास, CM आवास में अब भाई अखिलेश यादव नहीं

जब 5 करोड़ की लैंबॉर्गिनी से घूम रहे प्रतीक यादव को हुआ अहसास, CM आवास में अब भाई अखिलेश यादव नहीं
लैंबॉर्गिनी कार में जा रहे अखिलेश यादव के भाई प्रतीक यादव ने बदला मार्ग...
लखनऊ: यूपी में सत्ता में बदल गई है. मुलायम सिंह यादव के दूसरे बेटे प्रतीक यादव को यह अहसास एक बार फिर हुआ, जब वह सीएम आवास के सामने की सड़क से गुजरने की कोशिश कर रहे थे. दरअसल, सोमवार को प्रतीक यादव अपनी 5 करोड़ की लैंबॉर्गिनी से घूम रहे थे, जैसे ही वह सीएम आवास की तरफ मुड़े उन्हें पुलिसवालों ने रोक दिया. दरअसल, उसी समय योगी आदित्यनाथ वीवीआईपी गेस्ट से निकलकर सीएम आवास 5 कालीदास मार्ग के लिए निकले थे. लिहाजा यह सड़क आम लोगों की आवाजाही के लिए बंद थी.  हवा के बदले रुख को भांपकर प्रतीक यादव चुपचाप अपनी राह बदलकर निकल लिए. उन्हें अब पता है कि न सीएम बंगले में उनके भाई अखिलेश यादव हैं और न ही मुलायम सिंह यादव की अब पुलिस व प्रशासन में वह पहुंच रह गई है.

हुआ यूं कि प्रतीक यादव का घर सीएम आवास कालीदास मार्ग के सामांतर विक्रमादित्य मार्ग पर है. दरअसल, मुलायम और अखिलेश के बंगले भी वहीं हैं. प्रतीक मुलायम सिंह यादव के साथ रहते हैं. वह वहां से गुजर रहे थे, तभी योगी आदित्यनाथ का काफिला सीएम आवास के लिए निकला.

उल्लेखनीय प्रतीक यादव अपनी इस लैंबोरगिनी कार को लेकर विवादों में रहे हैं. बीजेपी ने उस समय प्रतीक यादव की कार को लेकर सपा की वैचारिकता पर सवाल उठाया था. प्रतीक ने भी इस कार के साथ अपना एक फोटो इंस्टाग्राम पर शयेर किया था जिसका कैप्शन था -  ब्लूबोल्ट

इस पर समाजवादी पार्टी की जूही सिंह ने कहा था कि 'प्रतीक का अपना बिज़नेस (जिम) है, वह सफल हैं और अगर वह अपनी कार लेना चाहते हैं और उनके पास इतने संसाधन हैं तो फिर पार्टी का इससे क्या लेना देना? अगर उनके परिवार से कोई राजनीति में शामिल होना चाहता है तो ये उनकी मर्ज़ी है. वह स्वतंत्र हैं और वह अपनी मनमर्ज़ी से अपने रहन सहन का तरीका चुन सकते हैं. पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है.'

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