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तगड़ा रिटर्न चाहिए तो कब शुरू करें SIP? बाजार के हाई पर या गिरावट पर? जान लीजिए सही जवाब

When to start SIP: वैल्यूमेट्रिक्स की इस रिपोर्ट की चौकाने वाली बात यह है कि जिन निवेशकों ने उच्च स्तरों पर निवेश शुरू किया, उसने समय के साथ अधिक वेल्थ बनाई है. वहीं, हालांकि जिन निवेशकों ने सबसे निचले स्तर से शुरुआत की थी, उन्हें थोड़ा अधिक प्रतिशत रिटर्न मिला.

तगड़ा रिटर्न चाहिए तो कब शुरू करें SIP? बाजार के हाई पर या गिरावट पर? जान लीजिए सही जवाब
वैल्यूमेट्रिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, एसआईपी (SIP Investment) का सही फॉर्मूला ही यही है कि लंबे समय तक अनुशासित निवेश करें और बाजार के उतार-चढ़ाव की चिंता न करें.
नई दिल्ली:

SIP investment: अक्सर निवेशकों को सलाह दी जाती है कि बाजार में गिरावट का इंतजार करें और तब निवेश करें. लेकिन हाल ही में आई वैल्यूमेट्रिक्स की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, जो निवेशक बाजार के उच्चतम स्तर के आसपास सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) शुरू करते हैं, वे भी लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न (Return on Investment) हासिल कर सकते हैं. 

बता दें कि यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान एसआईपी के माध्यम से निवेश करने पर चर्चा चल रही है.ऐसे में क्या बाजार के ऊंचे स्तर पर निवेश करना सही फैसला है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...

पिछले 20 वर्षों का डेटा क्या कहता है?

रिपोर्ट में निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स (Nifty Smallcap 250 Index) के पिछले 20 वर्षों के डेटा का एनालिसिस किया गया है. इस दौरान मार्केट साइकिल को देखा गया, जहां 15% या उससे अधिक की गिरावट आई थी. इस एनालिसिस में दो प्रकार के निवेशकों की तुलना की गई.पहला निवेशक जिसने बाजार के ऊंचे स्तर पर एसआईपी शुरू की. और दूसरा निवेशक  जिसने गिरावट का इंतजार किया और फिर निवेश शुरू किया.

बाजार के हाई पर निवेश करने वालों को कैसा मिला रिटर्न?

रिपोर्ट में एक उदाहरण दिया गया है. जिसके तहत,जनवरी 2008 में, जब बाजार अपने उच्चतम स्तर पर था, एक निवेशक ने 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी शुरू की.मार्च 2025 तक, उसने 20.7 लाख रुपये निवेश किए और उसका पोर्टफोलियो 91.5 लाख रुपये तक पहुंच गया.इस निवेश पर उसे 15.6% वार्षिक रिटर्न (XIRR) मिला.

गिरावट का इंतजार करने वाले निवेशक का क्या हुआ?

दूसरा निवेशक बाजार के गिरने का इंतजार करता रहा और मार्च 2009 में एसआईपी शुरू की.मार्च 2025 तक उसने 19.2 लाख रुपये का निवेश किया और उसका पोर्टफोलियो 78.3 लाख रुपये तक पहुंचा.हालांकि उसे 15.9% वार्षिक रिटर्न मिला, लेकिन उसकी कुल वेल्थ पहली स्ट्रैटज की तुलना में कम रही.

बाजार के उतार-चढ़ाव से घबराने की जरूरत नहीं!

इस रिपोर्ट की चौकाने वाली बात यह है कि जिन निवेशकों ने उच्च स्तरों पर निवेश शुरू किया, उसने समय के साथ अधिक वेल्थ बनाई है. वहीं, हालांकि जिन निवेशकों ने सबसे निचले स्तर से शुरुआत की थी, उन्हें थोड़ा अधिक प्रतिशत रिटर्न मिला.

यह रिपोर्ट दिखाती है कि सही एंट्री का इंतजार करने की बजाय, बाजार के किसी भी स्तर पर निवेश जारी रखना ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है. एसआईपी (SIP Investment) का सही फॉर्मूला ही यही है कि लंबे समय तक अनुशासित निवेश करें और बाजार के उतार-चढ़ाव की चिंता न करें.

वैल्यूमेट्रिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, यदि आप शेयर बाजार में निवेश करने का सोच रहे हैं तो सही समय का इंतजार करने की बजाय आज ही एसआईपी शुरू (SIP Plans to Invest) करें. बाजार चाहे ऊंचा हो या नीचा, लगातार निवेश से आपको लॉन्ग-टर्म में बेहतरीन रिटर्न (SIP Return) कमाया जा सकता है.


 

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