
Uses of PAN Card: अगर आप पैसे कमाते हैं, बैंक अकाउंट खोलते हैं, या कोई बड़ा लेन-देन करते हैं, तो आपको पैन कार्ड (PAN Card) की जरूरत पड़ती है. यह एक 10-अंकों का अल्फान्यूमेरिक नंबर होता है, जिसे आयकर विभाग जारी करता है और इसकी देखरेख केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) करता है. पैन कार्ड न सिर्फ टैक्स (Tax Filing) भरने में मदद करता है, बल्कि आपकी वित्तीय पहचान को भी तय करता है.
कई बड़े वित्तीय लेन-देन (Financial Transactions) , जैसे संपत्ति खरीदना-बेचना, म्यूचुअल फंड में निवेश (Mutual Fund Investment) करना या बैंकिंग ट्रांजैक्शन, बिना पैन कार्ड के नहीं किए जा सकते. आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि पैन कार्ड कहां-कहां जरूरी होता है और यह आपकी लाइफ को कैसे आसान बनाता है.
टैक्स रिटर्न भरने में जरूरी
अगर आप इनकम टैक्स भरते (ITR Filing) हैं, तो पैन कार्ड आपके लिए सबसे अहम डॉक्यूमेंट है. यह आपकी पहचान को कन्फर्म करता है और आपके टैक्स रिकॉर्ड को ट्रैक करता है. जब आप टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करते हैं, तो पैन नंबर जरूरी होता है. साथ ही, अगर आपके वेतन या किसी अन्य इनकम पर TDS कटता है, तो यह रिफंड क्लेम करने में भी काम आता है. अब सरकार ने एक और सुविधा दी है कि अगर आपके पास पैन नहीं है, तो आप आधार कार्ड से भी ITR फाइल कर सकते हैं.
बैंकिंग में पैन कार्ड का रोल
अगर आप बैंक में सेविंग, करंट या फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खोल रहे हैं, तो पैन कार्ड अनिवार्य होता है. एक दिन में 50,000 रुपये से ज्यादा नकद जमा या निकालने पर भी बैंक आपसे पैन कार्ड मांग सकता है. अगर आप क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपकी फाइनेंशियल हिस्ट्री और सिबिल स्कोर चेक करने के लिए पैन कार्ड देखता है. इसके अलावा, आपके सेविंग अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट से मिलने वाले ब्याज पर टैक्स सही से कटे, इसके लिए भी पैन नंबर जरूरी होता है.
निवेश और शेयर बाजार में पैन कार्ड क्यों जरूरी है?
अगर आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं या म्यूचुअल फंड में पैसा लगाना चाहते हैं, तो पैन कार्ड आपके पास होना ही चाहिए. डीमैट खाता खोलने से लेकर, 50,000 रुपये से ज्यादा का म्यूचुअल फंड खरीदने तक, हर जगह इसकी जरूरत पड़ती है. यह इसलिए जरूरी है ताकि आपके निवेश का सही रिकॉर्ड रखा जा सके और टैक्स से जुड़े किसी भी झंझट से बचा जा सके. अगर आप बॉन्ड या डिबेंचर में इन्वेस्ट कर रहे हैं या 2 लाख रुपये से ज्यादा का सोना खरीद रहे हैं, तो भी आपको पैन कार्ड देना होगा.
संपत्ति खरीदने-बेचने और किराए पर देने में जरूरी
अगर आप 10 लाख रुपये या उससे ज्यादा की प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं, तो आपको पैन कार्ड देना होगा. यह नियम सिर्फ घरों पर ही नहीं, बल्कि दुकानों और कमर्शियल प्रॉपर्टीज पर भी लागू होता है. वहीं, अगर आप कोई संपत्ति बेच रहे हैं, तो भी आपको पैन कार्ड देना जरूरी होता है, ताकि सरकार यह ट्रैक कर सके कि आपने कितने पैसे कमाए और क्या उस पर टैक्स भरा गया या नहीं. होम लोन लेने के लिए भी बैंक पैन कार्ड मांगता है, ताकि वह आपकी फाइनेंशियल स्टेटस को समझ सके.
यहां तक कि अगर आप किसी को सालाना 1 लाख रुपये से ज्यादा का किराया दे रहे हैं, तो मकान मालिक और किरायेदार, दोनों को अपना पैन कार्ड देना जरूरी होता है.
पैन कार्ड क्यों जरूरी है?
कई बार लोग सोचते हैं कि उन्हें पैन कार्ड की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर आप कोई भी बड़ा फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन कर रहे हैं, तो यह आपकी सबसे अहम पहचान होती है. यह न सिर्फ टैक्स से जुड़ी प्रक्रियाओं को आसान बनाता है, बल्कि बैंकिंग, निवेश और संपत्ति से जुड़े हर छोटे-बड़े फैसले में आपकी मदद करता है. इसलिए, अगर आपके पास अभी तक पैन कार्ड नहीं है, तो इसे जल्द से जल्द बनवा लें, क्योंकि बिना इसके कई जरूरी काम अटक सकते हैं.
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