
- केंद्र सरकार जीएसटी को चार स्लैब से टू स्लैब सिस्टम में बदलने पर विचार कर रही है
- छोटी कारों पर अभी 28 प्रतिशत जीएसटी और एक प्रतिशत सेस लगता है, जिसे घटाकर 18 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है
- जीएसटी काउंसिल में अगर प्रस्तावित रेट को मंजूरी मिलती है तो कारों के दाम 60 हजार तक कम हो सकते हैं
केंद्र सरकार की तरफ से जीएसटी में बड़े बदलाव किए जा रहे हैं, इसके लिए जीएसटी काउंसिल की मीटिंग शुरू हो चुकी है. बताया गया है कि इस बार जीएसटी को टू स्लैब सिस्टम में बदल दिया जाएगा, अभी जीएसटी स्ट्रक्चर में चार स्लैब हैं. इसके अलावा कई चीजों में जीएसटी रेट को 8 से 10 परसेंट तक कम किया जा सकता है. जीएसटी में बदलाव का सबसे ज्यादा इंतजार उन लोगों को है, जो गाड़ी खरीदने का प्लान कर रहे हैं. त्योहारों से पहले लोगों के लिए ये किसी तोहफे से कम नहीं है. आइए जानते हैं कि कब तक आपकी मनपसंद कार सस्ती हो रही हैं और इसके दाम कितने कम होने वाले हैं.
क्यों कम हो रहे हैं दाम?
अब सबसे पहले सवाल है कि कारों के दाम क्यों कम होने वाले हैं. इसका कारण जीएसटी रेट में बदलाव है. फिलहाल छोटी गाड़ियों पर जीएसटी 28 परसेंट तक वसूला जा रहा है, जिसे कम करके 18 परसेंट करने का प्रस्ताव है. जीएसटी काउंसिल की बैठक में अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो कारों की कीमतों में गिरावट आएगी.
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किन गाड़ियों की कीमत होगी कम?
दूसरा सवाल ये है कि जीएसटी दरों में बदलाव का असर किन गाड़ियों पर पड़ेगा. टैक्स स्लैब में कटौती का असर छोटी कारों पर होगा.
- जिन कारों की लंबाई चार मीटर से कम है, उनकी कीमतें कम हो सकती हैं.
- जिन पेट्रोल कारों का इंजन 1200 सीसी तक है, उनकी कीमतों में भी गिरावट आएगी.
- इनमें टाटा की पंच, टियागो, नैक्सॉन और मारुति की बलेनो, डिजायर, ऑल्टो, वैगन-आर जैसी कारें शामिल हैं.

कितने कम हो जाएंगे दाम?
तीसरा सवाल ये है कि चार मीटर से कम लंबाई वाली इन कारों के दाम कितने कम हो जाएंगे. अगर आप भी त्योहारों में इनमें से कोई कार लेने का प्लान कर रहे हैं तो आपको 50 से 70 हजार तक का फायदा हो सकता है. बलेनो, डिजायर और वैगन-आर जैसी कारों पर 60 से 80 हजार रुपये तक की बचत होगी.
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अभी कितना देना होता है टैक्स?
मौजूदा टैक्स स्लैब की बात करें तो इसमें 1200 सीसी और 4 मीटर से कम लंबाई वाली पेट्रोल कारों को 28% जीएसटी के साथ एक परसेंट का सेस देना होता है. यानी 29% टैक्स छोटी कारों पर देना होता है. वहीं 1500 सीसी और चार मीटर तक की लंबाई वाली डीजल कारों के लिए 28% जीएसटी के साथ 3 परसेंट सेस है. जो कुल 31 परसेंट होता है. मिड साइज कारों के लिए 28% जीएसटी के साथ 15% का सेस है, जो 43 परसेंट तक होता है.

कितना कम हो सकता है टैक्स?
जिन छोटी कारों पर अभी 28% जीएसटी के साथ एक परसेंट का सेस लग रहा है, उन्हें 18 परसेंट के साथ 1 परसेंट सेस देना होगा. वहीं बाकी कारों के लिए कुल टैक्स को 40% तक सीमित किया जा सकता है.
नई कीमतें कब से होंगी लागू?
बताया जा रहा है कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद 22 सितंबर से नई कीमतें लागू हो सकती हैं. सरकार नवरात्रि से पहले जनता को ये तोहफा दे सकती है, यानी आप अपने सपनों की कार नवरात्रि में ही बुक करवा सकते हैं. जीएसटी रेट में कटौती होती है तो कारों की सेल में काफी बढ़ोतरी देखी जा सकती है. ऑटो सेक्टर को भी इससे काफी ज्यादा बूम मिलेगा.
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