Ukraine News Today
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
LIVE: ‘इस तरह के विवाद गलत, ये समाज को तोड़ने का करते हैं काम’: राणा सांगा विवाद पर राकेश टिकैत
- Sunday April 13, 2025
- Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: रितु शर्मा
दुनिया की सभी बड़ी खबरों के बारे में जानने के लिए हमारे लाइव ब्लॉग के साथ जुड़े रहें
-
ndtv.in
-
यूक्रेन की सुरक्षा पर चर्चा के लिए सैन्य प्रमुखों की ब्रिटेन में महत्वपूर्ण वार्ता
- Friday March 21, 2025
- Reported by: IANS
ब्रिटेन और फ्रांस ने मिलकर यूक्रेन को पश्चिमी समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर तब जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत शुरू कर यूरोप को चौंका दिया.
-
ndtv.in
-
अमेरिकी अधिकारी रूस के लिए निकल गए हैं... यूक्रेन युद्ध विराम वार्ता पर बोले डोनाल्ड ट्रंप
- Thursday March 13, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
डोनाल्ड ट्रंप ने आयरलैंड के प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से कहा, "हम यहां बात कर रहे हैं और वहां हमारे वार्तादल के लोग अभी रूस जा रहे हैं और उम्मीद है कि हम रूस को भी युद्ध विराम के लिए राजी कर लेंगे."
-
ndtv.in
-
यूक्रेन ने अमेरिका के प्रस्ताव को किया स्वीकार, 30 दिन के युद्ध विराम के लिए तैयार
- Wednesday March 12, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
आज यूक्रेन और अमेरिकी अधिकारियों की मुलाकात हुई थी. मुलाक़ात के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया है, जिसमें यूक्रेन की ओर से ये बात कही गई है कि वो इस प्रस्ताव का स्वागत करते हैं और इसमें आगे भी यह कहा गया है कि अगर मीडिएशन के ज़रिए अगर आगे भी युद्ध को रोका जा सकता है तो उसे रोका जाएगा.
-
ndtv.in
-
'मैं टकरा गया, मैं नीचे जा रहा हूं...' यूक्रेन के ड्रोन ने पहली बार रूस के हेलीकॉप्टर को किया नष्ट
- Wednesday January 1, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
वीडियो में एक हेलीकॉप्टर थर्मल इमेज के जरिए दिखाई दे रहा है और पानी में होने वाली गोलीबारी का भी पता चल रहा है. हालांकि, वीडियो स्पष्ट नहीं है और बोट के हिलने से काफी हलचल भी हो रही है लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है
-
ndtv.in
-
रूस से हार मानने को तैयार यूक्रेन! जेलेंस्की का नया बयान चौंकाने वाला
- Tuesday December 3, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और अब तनाव में कुछ कमी के आसार दिखने लगे हैं . रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बयान और अमेरिकी चुनाव का असर युद्ध पर दिखने लगा है. रूस की आक्रामकता और जेलेंस्की के रुख में कुछ बदलाव आने वाले दिनों में शांति का रास्ता दिखा सकते हैं . ऐसा लगने लगा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी खूनी संघर्ष को रोका जा सकता है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक बयान में कहा कि वह "शांति प्राप्त करने" के लिए रूसी कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्र से हक छोड़ने को तैयार हैं. इसका अर्थ साफ है कि रूस जिन इलाकों पर कब्जा कर चुका है उसे यूक्रेन अब छोड़ने को तैयार है. लंदन के द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ज़ेलेंस्की ने कहा कि कीव मास्को के साथ युद्धविराम समझौते पर काम करने को तैयार है, लेकिन इसके साथ ही जेलेंस्की ने कुछ शर्तों की बात भी कही है.
-
ndtv.in
-
यूक्रेन पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा रूस? एक प्रश्न के जवाब में ये क्या बोले पुतिन
- Friday November 29, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
आज की 21वीं सदी में कोई युद्ध इतना लंबा चल सकता है जितना कि रूस और यूक्रेन में बीच चला है, सोचना भी असंभव है. दोनों देशों में एक परमाणु शक्ति संपन्न देश है और दूसरा अपनी सैन्य सहायता के लिए बाहरी मुल्कों पर निर्भर है. ऐसी स्थिति में भी ढाई साल से ज्यादा युद्ध चल जाए तो आज के समय में यह आश्चर्य ही है. रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं और इसी शक्ति के दम रूस लगातार अमेरिका सहित उन देशों को धमकाता आ रहा है जो यूक्रेन की मदद कर रहे हैं.
-
ndtv.in
-
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के जाने के बाद और डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद यूक्रेन का क्या होगा, क्या है रूस की चाल
- Thursday November 28, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
24 फरवरी 2022 से शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध को 1000 से ज्यादा दिन हो गए हैं. दोनों ओर से अभी भी कोई भी झुकने को तैयार नहीं है. दोनों ओर से दावे अभी भी जारी है, लेकिन भीतर से दोनों ओर की सरकारें और सेनाएं इस बात को महसूस कर रही हैं कि युद्ध से अभी तक कुछ भी बड़ा हासिल नहीं हुआ और हौसला दरकने लगा है. इतने लंबे समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध ने इसी महीने और भयंकर रूप ले लिया है. रूस की ओर से दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन के उत्तर पूर्वी खारकीव क्षेत्र के एक गांव पर कब्जा कर लिया गया है. ऐसे माहौल में यूक्रेन की स्थिति कुछ कमजोर होती जा रही है. यूक्रेन के पूर्व विदेश मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि व्लादिमीर पुतिन अपना इरादा बना चुके हैं और वह किसी की नहीं सुनेंगे.
-
ndtv.in
-
रूस-यूक्रेन वॉर : कौन जीत रहा है और अब तक किसने कितने एरिया पर किया कब्जा
- Thursday November 28, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
यूक्रेन पर रूस का फुल स्केल आक्रमण 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ था. पश्चिमी अधिकारियों ने शुरू में अनुमान लगाया था कि यूक्रेन जल्दी ही हार जाएगा. लेकिन 1,000 दिन बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजधानी पर कब्जा करने और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की सरकार और सेना को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर करने की कोशिश के बावजूद कीव और अधिकांश यूक्रेन अभी भी डटा है.
-
ndtv.in
-
रूस का ये घातक हमला तो झांकी है, पुतिन की परमाणु तबाही वाली धमकी अभी बाकी है
- Tuesday November 26, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार दुनिया में किसी देश ने दूसरे देश पर सबसे घातक बमों में से एक का इस्तेमाल किया है. गुरुवार को खबर आई थी कि रूस ने यूक्रेन पर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का इस्तेमाल कर दिया है लेकिन रूस ने साफ कर दिया कि यह आईसीबीएम नहीं थी बल्कि , आईआरबीएम (इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल) का प्रयोग था. यह भी अपने आप में पहली बार है जब इस प्रकार की मिसाइल से हमला किया गया हो. रूस के बयान से साफ हुआ कि अपनी एक मिसाइल को टेस्ट करने के लिए रूस ने यूक्रेन पर दाग दिया. इसके साथ ही रूस ने यूक्रेन के अलावा अन्य उन सभी देशों को एक बार चेतावनी दी है जिसने यूक्रेन को अपनी अपनी घातक मिसाइलों का प्रयोग करने के लिए यूक्रेन को इजाजत दी है. गौरतलब है कि अभी तक यूक्रेन ने अमेरिका और ब्रिटेन की मिसाइलों का प्रयोग रूस पर किया है.
-
ndtv.in
-
जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़
- Thursday November 21, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन में जंग को 1000 दिन से ज्यादा हो गए हैं. कीव भी बीच-बीच में जोरदार वापसी करता है और रूस को जवाब और बड़ी कार्रवाई करनी पड़ती है. रूस ने ICBM (इंटरकंटीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल) मिसाइल से हमला किया है. रूस और कीव की ओर से साफ कर दिया गया है कि इसमें परमाणु वॉरहेड नहीं था. लेकिन इसका संदेश अमेरिका से लेकर यूरोप तक को रूस ने दे दिया है. यूक्रेन को भी अब यह साफ है कि 20 जनवरी के बाद जिसकी अमेरिका में सत्ता होगी, वो बिजनेस के हिसाब से सोचता है. साथ ही यूक्रेन को भी समझ आ गया है कि नई सत्ता में वे ज्यादा दिन तक युद्ध को झेल नहीं पाएंगे. वहीं, रूस को भी पता है कि अब उसके सामने यूक्रेन के विरोध के ज्यादा दिन नहीं बचे है. अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों पर युद्ध विराम का दबाव होगा. यह अलग बात है कि यूक्रेन पर यह दबाव ज्यादा असर करेगा जबकि रूस अपने समय के और शर्तों के हिसाब से युद्ध विराम के लिए तैयार होगा.
-
ndtv.in
-
Russia-Ukraine War : रूस ने बदली परमाणु नीति तो अमेरिका ने लिया कीव में दूतावास बंद करने का फैसला
- Wednesday November 20, 2024
- Edited by: मेघा शर्मा
अमेरिकी दूतावाद द्वारा वेबसाइट पर जारी किए गए बयान में कहा गया है कि "अत्यधिक सावधानी बरतते हुए दूतावास को बंद कर दिया गया है तथा दूतावास के कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर रहने के निर्देश दिए गए हैं."
-
ndtv.in
-
मिसाइलों की प्रैक्टिस से पुतिन को डरा रहा NATO! क्यों है ये एक्सरसाइज रूस के लिए एक संकेत, जानें
- Wednesday November 20, 2024
- Reported by: एएफपी, Edited by: मेघा शर्मा
फिनिश इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स के शोधकर्ता जोएल लिन्नैनमाकी ने कहा कि इस विशाल अभ्यास को रूस के लिए एक संदेश के रूप में समझा जाना चाहिए, जिसके साथ फिनलैंड की 1,340 किलोमीटर (830 मील) लंबी सीमा लगती है.
-
ndtv.in
-
अमेरिकी मिसाइल का इ्स्तेमाल यूक्रेन ने किया, भारत, चीन और तुर्की ने क्यों बनाए रखी नजर
- Wednesday November 20, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हो गए हैं और वहां पर सत्ता परिवर्तन हो रहा है. राष्ट्रपति जो बाइडेन की पार्टी चुनाव हार गई है और रिपब्लिकन प्रत्याशी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब सत्ता में वापसी करेंगे. जनवरी में ट्रंप के सत्ता में आने में अभी समय है. ट्रंप के इरादों को सभी जानते हैं. ट्रंप यह साफ कर चुके हैं कि वे यूक्रेन और रूस में युद्ध को जल्द ही रुकवा देंगे. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन को नाटो में लाने की जरूरत ही नहीं थी. यूक्रेन पर अमेरिका बहुत ज्यादा खर्चा कर रहा है जिससे कुछ मिलने वाला नहीं है. साथ ही उन्होंने यहां तक कहा है कि नाटो पर अमेरिका ज्यादा पैसा लगाता है जबकि सभी देशों को अपनी रक्षा के लिए काम करना चाहिए. इससे यह साफ होता जा रहा है कि ट्रंप की नीति क्या हो सकती है. फिर इसे अमेरिका की नीति माना जा सकता है.
-
ndtv.in
-
LIVE: ‘इस तरह के विवाद गलत, ये समाज को तोड़ने का करते हैं काम’: राणा सांगा विवाद पर राकेश टिकैत
- Sunday April 13, 2025
- Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: रितु शर्मा
दुनिया की सभी बड़ी खबरों के बारे में जानने के लिए हमारे लाइव ब्लॉग के साथ जुड़े रहें
-
ndtv.in
-
यूक्रेन की सुरक्षा पर चर्चा के लिए सैन्य प्रमुखों की ब्रिटेन में महत्वपूर्ण वार्ता
- Friday March 21, 2025
- Reported by: IANS
ब्रिटेन और फ्रांस ने मिलकर यूक्रेन को पश्चिमी समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर तब जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत शुरू कर यूरोप को चौंका दिया.
-
ndtv.in
-
अमेरिकी अधिकारी रूस के लिए निकल गए हैं... यूक्रेन युद्ध विराम वार्ता पर बोले डोनाल्ड ट्रंप
- Thursday March 13, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
डोनाल्ड ट्रंप ने आयरलैंड के प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से कहा, "हम यहां बात कर रहे हैं और वहां हमारे वार्तादल के लोग अभी रूस जा रहे हैं और उम्मीद है कि हम रूस को भी युद्ध विराम के लिए राजी कर लेंगे."
-
ndtv.in
-
यूक्रेन ने अमेरिका के प्रस्ताव को किया स्वीकार, 30 दिन के युद्ध विराम के लिए तैयार
- Wednesday March 12, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
आज यूक्रेन और अमेरिकी अधिकारियों की मुलाकात हुई थी. मुलाक़ात के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया है, जिसमें यूक्रेन की ओर से ये बात कही गई है कि वो इस प्रस्ताव का स्वागत करते हैं और इसमें आगे भी यह कहा गया है कि अगर मीडिएशन के ज़रिए अगर आगे भी युद्ध को रोका जा सकता है तो उसे रोका जाएगा.
-
ndtv.in
-
'मैं टकरा गया, मैं नीचे जा रहा हूं...' यूक्रेन के ड्रोन ने पहली बार रूस के हेलीकॉप्टर को किया नष्ट
- Wednesday January 1, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
वीडियो में एक हेलीकॉप्टर थर्मल इमेज के जरिए दिखाई दे रहा है और पानी में होने वाली गोलीबारी का भी पता चल रहा है. हालांकि, वीडियो स्पष्ट नहीं है और बोट के हिलने से काफी हलचल भी हो रही है लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है
-
ndtv.in
-
रूस से हार मानने को तैयार यूक्रेन! जेलेंस्की का नया बयान चौंकाने वाला
- Tuesday December 3, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और अब तनाव में कुछ कमी के आसार दिखने लगे हैं . रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बयान और अमेरिकी चुनाव का असर युद्ध पर दिखने लगा है. रूस की आक्रामकता और जेलेंस्की के रुख में कुछ बदलाव आने वाले दिनों में शांति का रास्ता दिखा सकते हैं . ऐसा लगने लगा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी खूनी संघर्ष को रोका जा सकता है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक बयान में कहा कि वह "शांति प्राप्त करने" के लिए रूसी कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्र से हक छोड़ने को तैयार हैं. इसका अर्थ साफ है कि रूस जिन इलाकों पर कब्जा कर चुका है उसे यूक्रेन अब छोड़ने को तैयार है. लंदन के द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ज़ेलेंस्की ने कहा कि कीव मास्को के साथ युद्धविराम समझौते पर काम करने को तैयार है, लेकिन इसके साथ ही जेलेंस्की ने कुछ शर्तों की बात भी कही है.
-
ndtv.in
-
यूक्रेन पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा रूस? एक प्रश्न के जवाब में ये क्या बोले पुतिन
- Friday November 29, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
आज की 21वीं सदी में कोई युद्ध इतना लंबा चल सकता है जितना कि रूस और यूक्रेन में बीच चला है, सोचना भी असंभव है. दोनों देशों में एक परमाणु शक्ति संपन्न देश है और दूसरा अपनी सैन्य सहायता के लिए बाहरी मुल्कों पर निर्भर है. ऐसी स्थिति में भी ढाई साल से ज्यादा युद्ध चल जाए तो आज के समय में यह आश्चर्य ही है. रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं और इसी शक्ति के दम रूस लगातार अमेरिका सहित उन देशों को धमकाता आ रहा है जो यूक्रेन की मदद कर रहे हैं.
-
ndtv.in
-
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के जाने के बाद और डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद यूक्रेन का क्या होगा, क्या है रूस की चाल
- Thursday November 28, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
24 फरवरी 2022 से शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध को 1000 से ज्यादा दिन हो गए हैं. दोनों ओर से अभी भी कोई भी झुकने को तैयार नहीं है. दोनों ओर से दावे अभी भी जारी है, लेकिन भीतर से दोनों ओर की सरकारें और सेनाएं इस बात को महसूस कर रही हैं कि युद्ध से अभी तक कुछ भी बड़ा हासिल नहीं हुआ और हौसला दरकने लगा है. इतने लंबे समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध ने इसी महीने और भयंकर रूप ले लिया है. रूस की ओर से दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन के उत्तर पूर्वी खारकीव क्षेत्र के एक गांव पर कब्जा कर लिया गया है. ऐसे माहौल में यूक्रेन की स्थिति कुछ कमजोर होती जा रही है. यूक्रेन के पूर्व विदेश मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि व्लादिमीर पुतिन अपना इरादा बना चुके हैं और वह किसी की नहीं सुनेंगे.
-
ndtv.in
-
रूस-यूक्रेन वॉर : कौन जीत रहा है और अब तक किसने कितने एरिया पर किया कब्जा
- Thursday November 28, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
यूक्रेन पर रूस का फुल स्केल आक्रमण 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ था. पश्चिमी अधिकारियों ने शुरू में अनुमान लगाया था कि यूक्रेन जल्दी ही हार जाएगा. लेकिन 1,000 दिन बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजधानी पर कब्जा करने और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की सरकार और सेना को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर करने की कोशिश के बावजूद कीव और अधिकांश यूक्रेन अभी भी डटा है.
-
ndtv.in
-
रूस का ये घातक हमला तो झांकी है, पुतिन की परमाणु तबाही वाली धमकी अभी बाकी है
- Tuesday November 26, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार दुनिया में किसी देश ने दूसरे देश पर सबसे घातक बमों में से एक का इस्तेमाल किया है. गुरुवार को खबर आई थी कि रूस ने यूक्रेन पर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का इस्तेमाल कर दिया है लेकिन रूस ने साफ कर दिया कि यह आईसीबीएम नहीं थी बल्कि , आईआरबीएम (इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल) का प्रयोग था. यह भी अपने आप में पहली बार है जब इस प्रकार की मिसाइल से हमला किया गया हो. रूस के बयान से साफ हुआ कि अपनी एक मिसाइल को टेस्ट करने के लिए रूस ने यूक्रेन पर दाग दिया. इसके साथ ही रूस ने यूक्रेन के अलावा अन्य उन सभी देशों को एक बार चेतावनी दी है जिसने यूक्रेन को अपनी अपनी घातक मिसाइलों का प्रयोग करने के लिए यूक्रेन को इजाजत दी है. गौरतलब है कि अभी तक यूक्रेन ने अमेरिका और ब्रिटेन की मिसाइलों का प्रयोग रूस पर किया है.
-
ndtv.in
-
जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़
- Thursday November 21, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन में जंग को 1000 दिन से ज्यादा हो गए हैं. कीव भी बीच-बीच में जोरदार वापसी करता है और रूस को जवाब और बड़ी कार्रवाई करनी पड़ती है. रूस ने ICBM (इंटरकंटीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल) मिसाइल से हमला किया है. रूस और कीव की ओर से साफ कर दिया गया है कि इसमें परमाणु वॉरहेड नहीं था. लेकिन इसका संदेश अमेरिका से लेकर यूरोप तक को रूस ने दे दिया है. यूक्रेन को भी अब यह साफ है कि 20 जनवरी के बाद जिसकी अमेरिका में सत्ता होगी, वो बिजनेस के हिसाब से सोचता है. साथ ही यूक्रेन को भी समझ आ गया है कि नई सत्ता में वे ज्यादा दिन तक युद्ध को झेल नहीं पाएंगे. वहीं, रूस को भी पता है कि अब उसके सामने यूक्रेन के विरोध के ज्यादा दिन नहीं बचे है. अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों पर युद्ध विराम का दबाव होगा. यह अलग बात है कि यूक्रेन पर यह दबाव ज्यादा असर करेगा जबकि रूस अपने समय के और शर्तों के हिसाब से युद्ध विराम के लिए तैयार होगा.
-
ndtv.in
-
Russia-Ukraine War : रूस ने बदली परमाणु नीति तो अमेरिका ने लिया कीव में दूतावास बंद करने का फैसला
- Wednesday November 20, 2024
- Edited by: मेघा शर्मा
अमेरिकी दूतावाद द्वारा वेबसाइट पर जारी किए गए बयान में कहा गया है कि "अत्यधिक सावधानी बरतते हुए दूतावास को बंद कर दिया गया है तथा दूतावास के कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर रहने के निर्देश दिए गए हैं."
-
ndtv.in
-
मिसाइलों की प्रैक्टिस से पुतिन को डरा रहा NATO! क्यों है ये एक्सरसाइज रूस के लिए एक संकेत, जानें
- Wednesday November 20, 2024
- Reported by: एएफपी, Edited by: मेघा शर्मा
फिनिश इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स के शोधकर्ता जोएल लिन्नैनमाकी ने कहा कि इस विशाल अभ्यास को रूस के लिए एक संदेश के रूप में समझा जाना चाहिए, जिसके साथ फिनलैंड की 1,340 किलोमीटर (830 मील) लंबी सीमा लगती है.
-
ndtv.in
-
अमेरिकी मिसाइल का इ्स्तेमाल यूक्रेन ने किया, भारत, चीन और तुर्की ने क्यों बनाए रखी नजर
- Wednesday November 20, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हो गए हैं और वहां पर सत्ता परिवर्तन हो रहा है. राष्ट्रपति जो बाइडेन की पार्टी चुनाव हार गई है और रिपब्लिकन प्रत्याशी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब सत्ता में वापसी करेंगे. जनवरी में ट्रंप के सत्ता में आने में अभी समय है. ट्रंप के इरादों को सभी जानते हैं. ट्रंप यह साफ कर चुके हैं कि वे यूक्रेन और रूस में युद्ध को जल्द ही रुकवा देंगे. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन को नाटो में लाने की जरूरत ही नहीं थी. यूक्रेन पर अमेरिका बहुत ज्यादा खर्चा कर रहा है जिससे कुछ मिलने वाला नहीं है. साथ ही उन्होंने यहां तक कहा है कि नाटो पर अमेरिका ज्यादा पैसा लगाता है जबकि सभी देशों को अपनी रक्षा के लिए काम करना चाहिए. इससे यह साफ होता जा रहा है कि ट्रंप की नीति क्या हो सकती है. फिर इसे अमेरिका की नीति माना जा सकता है.
-
ndtv.in