World | Reported by: कादम्बिनी शर्मा |सोमवार फ़रवरी 21, 2022 09:48 PM IST यूएन, जिनेवा में भारत के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, 'जर्नलिस्ट राणा अय्यूब के तथाकथित न्यायिक प्रताड़ना के आरोप निराधार और अनुचित हैं. भारत में कानून का राज कायम है लेकिन यह भी उतना ही स्पष्ट है कि कोई भी कानून के ऊपर नहीं है. हम उम्मीद करते हैं कि SR को सटीक सूचना दिए जाने की उम्मीद रखते हैं. भ्रमित करने वाला संदर्भ केवल @UNGeneva की छवि को ही खराब करेगा. '