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Nidhi Kulpati Blog

'Nidhi Kulpati Blog' - 58 News Result(s)
  • घर में कैद बुजुर्ग और हांफते लोग, दिल्ली की सांसों में घुला ये कैसा रोग?

    घर में कैद बुजुर्ग और हांफते लोग, दिल्ली की सांसों में घुला ये कैसा रोग?

    हमारी हवा जहरीली हो रही है. गुरुवार की शाम को जब मैं इस मुद्दे पर लिखने बैठी तो AQI लगातार 400 पार  जाकर दम घोंट रहा था. बहुत लोगों को यह मामला बोरिंग लगे, लेकिन जब आप अपने साथ काम करने वालों को खांसते-हांफते देखते-सुनते हैं, तो चिंता होने लगती है. सुबह उठते ही दरवाजे खिड़कियां खोलने के लिए डॉक्टर मना कर रहे हैं. बड़े बुजुर्गों के लिए तो मॉर्निंग वॉक बाहर की दुनिया से सीधे संपर्क का ज़रिया है, लेकिन डॉक्टर इसकी भी मनाही कर रहे हैं.

  • चुनावों पर नक्सली साया...

    चुनावों पर नक्सली साया...

    एक कैमरामैन मारा गया....दो जवान भी...न्यूजरूम में खबर गूंजी ही थी की टीवी स्क्रीन पर फ्लैश होने लगा......छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नीलवाया में नक्सली हमले में तीन लोग मारे गए... न्यूजरूम में आवाजें कुछ ऊंची हो रही थी...जिसको जो भी  जानकारी मिल रही थी दे रहा था...वो दूरदर्शन से था...नाम अच्युतानंद साहू था...वह ओडिशा से था... अरे, उसके आखरी फेसबुक पोस्ट को देखो...कुछ समय पहले ही शादी हुई थी...खबरों की दुनिया में रहने से लगातार अच्छी बुरी खबर आती रहती है, लेकिन दुख को अपनाने की शायद एक आदत सी हो जाती है..

  • न दंगा चला न जिन्‍ना, चला गन्‍ना

    न दंगा चला न जिन्‍ना, चला गन्‍ना

    'न दंगा चला न जिन्ना...बस गन्ना चला'...कैराना के चुनावी नतीजों के बाद राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी का बयान सटीक बैठ गया......पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कैराना लोकसभा सीट पर एकजुट-विपक्ष की जीत ने राजनीतिक कयासों का भंडार सामने लाकर रख दिया है.

  • कैराना में सपा-आरएलडी का साथ बीजेपी के लिए कितनी बड़ी चुनौती

    कैराना में सपा-आरएलडी का साथ बीजेपी के लिए कितनी बड़ी चुनौती

    यूपी में विपक्ष फूलपुर और गोरखपुर के बाद दो और सीटों पर अपनी ताकत तौलने जा रहा है. फूलपुर और गोरखपुर में सपा-बसपा एकता बीजेपी पर भारी पड़ी और दोनों सीटें बीजेपी के हाथ से निकल गईं. अब सवाल उठ रहा है कि क्या कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट पर भी ये विपक्षी एकता भारी पड़ेगी?

  • वहशी बाबा का घिनौना आश्रम

    वहशी बाबा का घिनौना आश्रम

    गंदी हो गई... बेआबरू हो गई...शीलभंग हो गया...समाज में तो मेरा चरित्र ही खराब हो गया....कौन अपनायेगा मुझे....तो घुट-घुट कर सलाखों के पीछे जानवरों के से हालात में जी लेते हैं...सोच है उन लड़कियों की जो वहशी वीरेंद्र देव दीक्षित के अनेकों अध्यात्मिक विश्वविद्यालय में अब भी कैद हैं...इससे बाहर निकली प्रेरणा ने बताया तो दहल गया मन...मां-पिता ही तो छोड़ जाते हैं... ऐसे आश्रमों में अपनी छोटी-बड़ी बच्चियों को... आध्यात्मिक ज्ञान मिलेगा बच्चियों को तो इससे बड़ा पुण्य क्या हो सकता है...समाज में परिवार का नाम भी होगा.....अच्छा ही तो है लड़कियो का बोझ कुछ कम भी हो जायेगा....न पढ़ाना पड़ेगा, न खिलाना ...

  • 25 साल बाद फिर याद आया बाबरी विध्वंस का वो मंजर

    25 साल बाद फिर याद आया बाबरी विध्वंस का वो मंजर

    कौन मंदिर बनवाना चाहता है? कौन इसका प्रयोग वोट के लिए करना चाहता है? किस कौम का कौन भरोसेमंद है? कौन सी कौम का विश्वास जीता जाए? एक जमीनी विवाद है या हमारी आस्था का सवाल है? जवाब का इंतजार अभी लंबा रहेगा.

  • बिहार में शिक्षा की ऐसी हालत की जिम्‍मेदारी कौन ले?

    बिहार में शिक्षा की ऐसी हालत की जिम्‍मेदारी कौन ले?

    बिहार में इस साल 12वीं बोर्ड के नतीजों में सिर्फ 35 फीसदी छात्र पास हुए और 65 फीसदी फेल. ये वो आंकड़ा है जो इस राज्य के भविष्य को आंकता है. बांका के एचकेवी स्कूल के 80 प्रतिशत बच्चे फेल हुए. इसके पास के राजपुर गांव के सभी 55 छात्र फेल हो गये. बक्सर, भागलपुर और कैमूर में छात्रों ने खुदकुशी की. तो आखिर राज्य सरकार के स्कूलों में सुधार के दावों के बावजूद इतनी बुरी हालत कैसे हुई?

  • रोमांच से भरी यात्रा, जिंदगी के ऊंचे-नीचे रास्तों की तरह ट्रेक...

    रोमांच से भरी यात्रा, जिंदगी के ऊंचे-नीचे रास्तों की तरह ट्रेक...

    त्रीउन्ड शायद कुछ ही दूर रहा गया था. खुशी भी थी और पहुंचने का रोमांच भी. हिम्मत बांधते चल ही रहे थे कि अचानक बादलों ने घेर लिया. हल्की बारिश होने लगी और ओले पड़ने लगे. हाथों में कुछ ओलों को मैंने पकड़ा भी. बचपन याद आ गया. धीरज के कहने पर रेनकोट पहन लिया लेकिन फिर फिसलन का अहसास होने लगा. पत्थर और बड़े मिल रहे थे. रास्ता और संकरा मिल रहा था...

  • विनय कटियार ने कहा था- तुम बच गई हो न?

    विनय कटियार ने कहा था- तुम बच गई हो न?

    'तुम बच गई हो न? विनय कटियार ने कहा था.....खुली जीप को चलाते हुए 6 दिसम्बर 1992 को जब मैंने परेशान होकर उनसे कहा था कि मेरी टीम मुझसे बिछड़ गई है. भगदड़ और धूल के गुबार के बीच मेरे कैमरामेन और साउंड रिकॉर्डिस्ट बिछड़ गए थे....अयोध्या में बाबरी मस्जिद के गुंबद की ऊपरी परत भरभराकर गिर रही थी. मुड़कर देखा तो लोग पत्थर फेंक रहे थे कुछ ऊपर भी चढ़े हुए थे और हाथ में कुछ लिए तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. मैं मस्जिद परिसर के बाईं ओर मौजूद थी और भीड़ मुझे धीरे-धीरे मस्जिद से दूर धकेल चुकी थी. चारों ओर जमीन पक्की नहीं थी इसलिए भीड़ की भगदड़ से धूल उड़ रही थी.....शोर भी बहुत था.......कुछ भागने वालों की तो कुछ उत्तेजित लोगों की. जमीन पर उतरे मिट्टी के बादलों ने सब धूमिल सा कर दिया था...

  • गंदगी और बूचड़खानों से पहले क्या भ्रष्टचार दूर करना जरूरी नहीं?

    गंदगी और बूचड़खानों से पहले क्या भ्रष्टचार दूर करना जरूरी नहीं?

    'नवरात्र शुरु हो गए हैं देखना मीट की दुकानों में भीड़ कम हो जाएगी' समाजवादी पार्टी के नेता का आशय यह था कि हिंदू मीट ज्यादा खाते हैं और अगर योगी आदित्यनाथ सरकार के निशाने पर सिर्फ मुस्लिम समाज है तो बूचड़खाने बंद करने का दांव सही नही होगा. एक बड़े नेता ने कहा यूपी के 'तमाम बूचड़खानों को बंद करना चाहिए, किसी जानवर को मारा नहीं जाना चाहिए, इस्लाम में मीट खाना अनिवार्य नहीं है.' यह तंज था योगी सरकार पर लेकिन शायद जब ये पिछली सरकार में मंत्री थे, इन्हीं के पास वह महकमा था जो बूचड़खानों के लाइसेंस रिन्यू करता था. कितनों के लाइसेंस बरसों से रिन्यू नहीं हुए थे. अब बताया जा रहा है कि ऊपरी कमाई का यह बड़ा जरिया था. बहरहाल कल ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है कि जो लाइसेंस पेंडिंग हैं, उनको रिन्यू करने के लिए कदम उठाए गए हैं या नहीं?

  • एक और बेटी की जान चली गई...

    एक और बेटी की जान चली गई...

    एक और नाम जुड़ गया उस लिस्ट में मरनेवालो की जिसकी आबरू को ठेस पंहुची थी. एक और परिवार जुड़ गया उस लिस्ट में न्याय के लिए बरसों इंतजार करेगा. एक और भाई जुड़ गया उस लिस्ट में जो अपनी बहन के न होने पर रोया करेगा. एक और लड़की जुड़ गई उस लिस्ट में जिसने दिल्ली को देश का सबसे असुरक्षित शहर बना दिया.

  • बारिश में बेहाल दिल्ली : इन हालात का जिम्मेदार कौन?

    बारिश में बेहाल दिल्ली : इन हालात का जिम्मेदार कौन?

    क्यों हर साल बारिश से बेहाल हो जाती है दिल्ली? इस समय करीब 17 सरकारी ऐजेंसियां है जो किसी न किसी तौर पर दिल्ली की रोड, नालियों के रखरखाव के लिए जिम्मेदार हैं.

  • बिहार में शराबबंदी : नीतीश की राष्ट्रीय चुनाव नीति की नींव

    बिहार में शराबबंदी : नीतीश की राष्ट्रीय चुनाव नीति की नींव

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब बंदी कर एक ऐतिहासिक सामाजिक कदम उठा लिया है. नीतीश कुमार सामाजिक बदलाव की नींव रखकर राष्ट्रीय राजनीति में पैर जमा रहे हैं. साल 2019 के चुनावों की ज़मीन बनानी उन्होंने शुरू कर दी है.

  • गौरक्षा के लिए क्यों जारी है जगह-जगह हिंसा

    गौरक्षा के लिए क्यों जारी है जगह-जगह हिंसा

    मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में दो महिलाओं को रेलवे स्टेशन पर मांस ले जाने पर पीटा गया। अब इस मामले पर पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया और फिर बेल पर छोड़ भी दिया। गौमांस का मसला आजकल बड़ा बना हुआ है।

  • ओलिम्पिक खेलों से वंचित कर रहा डोपिंग का डंक, भारतीय दल को दूसरा झटका

    ओलिम्पिक खेलों से वंचित कर रहा डोपिंग का डंक, भारतीय दल को दूसरा झटका

    ओलिम्पिक जाने वाली खिलाड़ियों पर डोपिंग का डंक छाया हुआ है। भारतीय ओलिम्पिक दल को आज दूसरा झटका तब लगा जब नरसिंह यादव के बाद शाट पटर इंदरजीत सिंह डोप टेस्ट में फेल हो गए। इंदरजीत ने 2014 के एशियन गेम्ज़ में सिल्वर मेडल जीता था, लेकिन अब रियो नहीं जा पाए।

'Nidhi Kulpati Blog' - 58 News Result(s)
  • घर में कैद बुजुर्ग और हांफते लोग, दिल्ली की सांसों में घुला ये कैसा रोग?

    घर में कैद बुजुर्ग और हांफते लोग, दिल्ली की सांसों में घुला ये कैसा रोग?

    हमारी हवा जहरीली हो रही है. गुरुवार की शाम को जब मैं इस मुद्दे पर लिखने बैठी तो AQI लगातार 400 पार  जाकर दम घोंट रहा था. बहुत लोगों को यह मामला बोरिंग लगे, लेकिन जब आप अपने साथ काम करने वालों को खांसते-हांफते देखते-सुनते हैं, तो चिंता होने लगती है. सुबह उठते ही दरवाजे खिड़कियां खोलने के लिए डॉक्टर मना कर रहे हैं. बड़े बुजुर्गों के लिए तो मॉर्निंग वॉक बाहर की दुनिया से सीधे संपर्क का ज़रिया है, लेकिन डॉक्टर इसकी भी मनाही कर रहे हैं.

  • चुनावों पर नक्सली साया...

    चुनावों पर नक्सली साया...

    एक कैमरामैन मारा गया....दो जवान भी...न्यूजरूम में खबर गूंजी ही थी की टीवी स्क्रीन पर फ्लैश होने लगा......छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नीलवाया में नक्सली हमले में तीन लोग मारे गए... न्यूजरूम में आवाजें कुछ ऊंची हो रही थी...जिसको जो भी  जानकारी मिल रही थी दे रहा था...वो दूरदर्शन से था...नाम अच्युतानंद साहू था...वह ओडिशा से था... अरे, उसके आखरी फेसबुक पोस्ट को देखो...कुछ समय पहले ही शादी हुई थी...खबरों की दुनिया में रहने से लगातार अच्छी बुरी खबर आती रहती है, लेकिन दुख को अपनाने की शायद एक आदत सी हो जाती है..

  • न दंगा चला न जिन्‍ना, चला गन्‍ना

    न दंगा चला न जिन्‍ना, चला गन्‍ना

    'न दंगा चला न जिन्ना...बस गन्ना चला'...कैराना के चुनावी नतीजों के बाद राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी का बयान सटीक बैठ गया......पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कैराना लोकसभा सीट पर एकजुट-विपक्ष की जीत ने राजनीतिक कयासों का भंडार सामने लाकर रख दिया है.

  • कैराना में सपा-आरएलडी का साथ बीजेपी के लिए कितनी बड़ी चुनौती

    कैराना में सपा-आरएलडी का साथ बीजेपी के लिए कितनी बड़ी चुनौती

    यूपी में विपक्ष फूलपुर और गोरखपुर के बाद दो और सीटों पर अपनी ताकत तौलने जा रहा है. फूलपुर और गोरखपुर में सपा-बसपा एकता बीजेपी पर भारी पड़ी और दोनों सीटें बीजेपी के हाथ से निकल गईं. अब सवाल उठ रहा है कि क्या कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट पर भी ये विपक्षी एकता भारी पड़ेगी?

  • वहशी बाबा का घिनौना आश्रम

    वहशी बाबा का घिनौना आश्रम

    गंदी हो गई... बेआबरू हो गई...शीलभंग हो गया...समाज में तो मेरा चरित्र ही खराब हो गया....कौन अपनायेगा मुझे....तो घुट-घुट कर सलाखों के पीछे जानवरों के से हालात में जी लेते हैं...सोच है उन लड़कियों की जो वहशी वीरेंद्र देव दीक्षित के अनेकों अध्यात्मिक विश्वविद्यालय में अब भी कैद हैं...इससे बाहर निकली प्रेरणा ने बताया तो दहल गया मन...मां-पिता ही तो छोड़ जाते हैं... ऐसे आश्रमों में अपनी छोटी-बड़ी बच्चियों को... आध्यात्मिक ज्ञान मिलेगा बच्चियों को तो इससे बड़ा पुण्य क्या हो सकता है...समाज में परिवार का नाम भी होगा.....अच्छा ही तो है लड़कियो का बोझ कुछ कम भी हो जायेगा....न पढ़ाना पड़ेगा, न खिलाना ...

  • 25 साल बाद फिर याद आया बाबरी विध्वंस का वो मंजर

    25 साल बाद फिर याद आया बाबरी विध्वंस का वो मंजर

    कौन मंदिर बनवाना चाहता है? कौन इसका प्रयोग वोट के लिए करना चाहता है? किस कौम का कौन भरोसेमंद है? कौन सी कौम का विश्वास जीता जाए? एक जमीनी विवाद है या हमारी आस्था का सवाल है? जवाब का इंतजार अभी लंबा रहेगा.

  • बिहार में शिक्षा की ऐसी हालत की जिम्‍मेदारी कौन ले?

    बिहार में शिक्षा की ऐसी हालत की जिम्‍मेदारी कौन ले?

    बिहार में इस साल 12वीं बोर्ड के नतीजों में सिर्फ 35 फीसदी छात्र पास हुए और 65 फीसदी फेल. ये वो आंकड़ा है जो इस राज्य के भविष्य को आंकता है. बांका के एचकेवी स्कूल के 80 प्रतिशत बच्चे फेल हुए. इसके पास के राजपुर गांव के सभी 55 छात्र फेल हो गये. बक्सर, भागलपुर और कैमूर में छात्रों ने खुदकुशी की. तो आखिर राज्य सरकार के स्कूलों में सुधार के दावों के बावजूद इतनी बुरी हालत कैसे हुई?

  • रोमांच से भरी यात्रा, जिंदगी के ऊंचे-नीचे रास्तों की तरह ट्रेक...

    रोमांच से भरी यात्रा, जिंदगी के ऊंचे-नीचे रास्तों की तरह ट्रेक...

    त्रीउन्ड शायद कुछ ही दूर रहा गया था. खुशी भी थी और पहुंचने का रोमांच भी. हिम्मत बांधते चल ही रहे थे कि अचानक बादलों ने घेर लिया. हल्की बारिश होने लगी और ओले पड़ने लगे. हाथों में कुछ ओलों को मैंने पकड़ा भी. बचपन याद आ गया. धीरज के कहने पर रेनकोट पहन लिया लेकिन फिर फिसलन का अहसास होने लगा. पत्थर और बड़े मिल रहे थे. रास्ता और संकरा मिल रहा था...

  • विनय कटियार ने कहा था- तुम बच गई हो न?

    विनय कटियार ने कहा था- तुम बच गई हो न?

    'तुम बच गई हो न? विनय कटियार ने कहा था.....खुली जीप को चलाते हुए 6 दिसम्बर 1992 को जब मैंने परेशान होकर उनसे कहा था कि मेरी टीम मुझसे बिछड़ गई है. भगदड़ और धूल के गुबार के बीच मेरे कैमरामेन और साउंड रिकॉर्डिस्ट बिछड़ गए थे....अयोध्या में बाबरी मस्जिद के गुंबद की ऊपरी परत भरभराकर गिर रही थी. मुड़कर देखा तो लोग पत्थर फेंक रहे थे कुछ ऊपर भी चढ़े हुए थे और हाथ में कुछ लिए तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. मैं मस्जिद परिसर के बाईं ओर मौजूद थी और भीड़ मुझे धीरे-धीरे मस्जिद से दूर धकेल चुकी थी. चारों ओर जमीन पक्की नहीं थी इसलिए भीड़ की भगदड़ से धूल उड़ रही थी.....शोर भी बहुत था.......कुछ भागने वालों की तो कुछ उत्तेजित लोगों की. जमीन पर उतरे मिट्टी के बादलों ने सब धूमिल सा कर दिया था...

  • गंदगी और बूचड़खानों से पहले क्या भ्रष्टचार दूर करना जरूरी नहीं?

    गंदगी और बूचड़खानों से पहले क्या भ्रष्टचार दूर करना जरूरी नहीं?

    'नवरात्र शुरु हो गए हैं देखना मीट की दुकानों में भीड़ कम हो जाएगी' समाजवादी पार्टी के नेता का आशय यह था कि हिंदू मीट ज्यादा खाते हैं और अगर योगी आदित्यनाथ सरकार के निशाने पर सिर्फ मुस्लिम समाज है तो बूचड़खाने बंद करने का दांव सही नही होगा. एक बड़े नेता ने कहा यूपी के 'तमाम बूचड़खानों को बंद करना चाहिए, किसी जानवर को मारा नहीं जाना चाहिए, इस्लाम में मीट खाना अनिवार्य नहीं है.' यह तंज था योगी सरकार पर लेकिन शायद जब ये पिछली सरकार में मंत्री थे, इन्हीं के पास वह महकमा था जो बूचड़खानों के लाइसेंस रिन्यू करता था. कितनों के लाइसेंस बरसों से रिन्यू नहीं हुए थे. अब बताया जा रहा है कि ऊपरी कमाई का यह बड़ा जरिया था. बहरहाल कल ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है कि जो लाइसेंस पेंडिंग हैं, उनको रिन्यू करने के लिए कदम उठाए गए हैं या नहीं?

  • एक और बेटी की जान चली गई...

    एक और बेटी की जान चली गई...

    एक और नाम जुड़ गया उस लिस्ट में मरनेवालो की जिसकी आबरू को ठेस पंहुची थी. एक और परिवार जुड़ गया उस लिस्ट में न्याय के लिए बरसों इंतजार करेगा. एक और भाई जुड़ गया उस लिस्ट में जो अपनी बहन के न होने पर रोया करेगा. एक और लड़की जुड़ गई उस लिस्ट में जिसने दिल्ली को देश का सबसे असुरक्षित शहर बना दिया.

  • बारिश में बेहाल दिल्ली : इन हालात का जिम्मेदार कौन?

    बारिश में बेहाल दिल्ली : इन हालात का जिम्मेदार कौन?

    क्यों हर साल बारिश से बेहाल हो जाती है दिल्ली? इस समय करीब 17 सरकारी ऐजेंसियां है जो किसी न किसी तौर पर दिल्ली की रोड, नालियों के रखरखाव के लिए जिम्मेदार हैं.

  • बिहार में शराबबंदी : नीतीश की राष्ट्रीय चुनाव नीति की नींव

    बिहार में शराबबंदी : नीतीश की राष्ट्रीय चुनाव नीति की नींव

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब बंदी कर एक ऐतिहासिक सामाजिक कदम उठा लिया है. नीतीश कुमार सामाजिक बदलाव की नींव रखकर राष्ट्रीय राजनीति में पैर जमा रहे हैं. साल 2019 के चुनावों की ज़मीन बनानी उन्होंने शुरू कर दी है.

  • गौरक्षा के लिए क्यों जारी है जगह-जगह हिंसा

    गौरक्षा के लिए क्यों जारी है जगह-जगह हिंसा

    मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में दो महिलाओं को रेलवे स्टेशन पर मांस ले जाने पर पीटा गया। अब इस मामले पर पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया और फिर बेल पर छोड़ भी दिया। गौमांस का मसला आजकल बड़ा बना हुआ है।

  • ओलिम्पिक खेलों से वंचित कर रहा डोपिंग का डंक, भारतीय दल को दूसरा झटका

    ओलिम्पिक खेलों से वंचित कर रहा डोपिंग का डंक, भारतीय दल को दूसरा झटका

    ओलिम्पिक जाने वाली खिलाड़ियों पर डोपिंग का डंक छाया हुआ है। भारतीय ओलिम्पिक दल को आज दूसरा झटका तब लगा जब नरसिंह यादव के बाद शाट पटर इंदरजीत सिंह डोप टेस्ट में फेल हो गए। इंदरजीत ने 2014 के एशियन गेम्ज़ में सिल्वर मेडल जीता था, लेकिन अब रियो नहीं जा पाए।