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Navbharat Times

'Navbharat Times' - 9 News Result(s)
  • जब थकने लगे दिमाग और होने लगें डिप्रेस, तब घोड़े की इन क्वालिटीज को करें याद

    जब थकने लगे दिमाग और होने लगें डिप्रेस, तब घोड़े की इन क्वालिटीज को करें याद

    डिप्रेस और स्ट्रेस के दौर में घोड़े की एक एक क्वालिटी आपको थमने, सोचने और फिर उठ कर चलने का हौसला दे सकती है.

  • अखबारों में आज- शहीद की बेटी ने मांगे एक के बदले 50 सिर और टूट गया 'विश्वास'

    अखबारों में आज- शहीद की बेटी ने मांगे एक के बदले 50 सिर और टूट गया 'विश्वास'

    भारतीय सैनिकों पर पाकिस्तान के कायरतापूर्ण हमले की चौतरफा निंदा हो रही है. पूरे देश में आक्रोश है. आज के अखबारों की बड़ी खबर यही हैं. शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. भारी संख्या में लोग उमड़े. सभी अखबारों ने इसी खबर को लीड बनाया है. पूरे देश से बदला लेने के लिए आवाज उठ रही हैं.

  • अखबारों में आज : 9 गोलियां खाने और दो महीने कोमा में रहने के बाद चीता ने मौत की जीता

    अखबारों में आज : 9 गोलियां खाने और दो महीने कोमा में रहने के बाद चीता ने मौत की जीता

    आज के दिल्ली से प्रकाशित सभी अखबारों ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में आतंकियों से मुठभेड़ में 9 गोलियां खाने और दो महीने कोमा में रहने के बाद स्‍वस्‍थ हुए सीआरपीएफ के कमांडेंट चेतन चीता को अस्‍पताल से छुट्टी मिलने की खबर को प्रमुखता से छापा है. एम्स के ट्रॉमा सेंटर में जब उन्हें लाया गया था, तब उनकी हालत बेहद गंभीर थी. उनके सिर में गंभीर चोटें थी. शरीर के ऊपरी हिस्से में कई जगहों पर फ्रैक्चर भी हुआ था. दाईं आंख भी चली गई.

  • अखबारों में आज :   यूपी किसानों के 'अच्छे दिन', अन्य राज्य भी बढ़ाएंगे कर्ज माफी की ओर कदम

    अखबारों में आज : यूपी किसानों के 'अच्छे दिन', अन्य राज्य भी बढ़ाएंगे कर्ज माफी की ओर कदम

    उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में प्रदेश के दो करोड़ से अधिक किसानों को फायदा देते हुए उनका एक लाख रुपये तक का कर्जा माफ करने का अहम फैसला लिया. इस खबर को आज यानी 5 अप्रैल 2017 के लगभग सभी बड़ें अखबारों ने यूपी के किसानों के कर्ज माफी की खबर को लीड के तौर पर प्रकाशित किया है.

  • अखबारों में आज : आईआईसी देश का सर्वश्रेष्ठ संस्थान, खबरों में रहा JNU को मिला दूसरा स्थान

    अखबारों में आज : आईआईसी देश का सर्वश्रेष्ठ संस्थान, खबरों में रहा JNU को मिला दूसरा स्थान

    मंगलवार 4 अप्रैल को दिल्ली से प्रकाशित प्रमुख हिंदी अख़बारों ने कई मुद्दों को सुर्खी बनाया है लेकिन ज्यादातर अखबारों ने सरकार द्वारा उच्च शैक्षिक संस्थाओं की रैंक सूची को प्रमुखता दी है. जनसत्ता, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और अमर उजाला ने इस खबर को प्रमुखता से छापा है. इस सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम पिछले कुछ समय से कथित 'राष्ट्रविरोधी' नारों को लेकर खबरों में रहे दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और कोलकाता का जाधवपुर विश्वविद्यालय रहा.

  • अखबारों में चुनाव परिणाम : केसरिया होली, जादूगर से लेकर घर-घर मोदी और अमिट मोदी तक...

    अखबारों में चुनाव परिणाम : केसरिया होली, जादूगर से लेकर घर-घर मोदी और अमिट मोदी तक...

    मौजूदा विधानसभा चुनाव के समाचार शुरू से ही मीडिया में सुर्खियों में बने रहे. खास तौर पर उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की खबरें मीडिया में लगातार बनी रहीं. देश की राजनीति को प्रभावित करने वाले और साथ ही देश की राजनीति के भविष्य की दिशा तय करने वाले इस चुनाव के शनिवार को जब काफी हद तक चौंकाने वाले नतीजे आए तो मीडिया में खबरें भी उसी के मुताबिक आईं. प्रमुख दैनिक अखबारों के रविवार के अंक में प्रथम पृष्ठ पर पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणामों की खबरें हैं. इन खबरों में खास आकर्षण है इनके शीर्षक, जिनमें अलग-अलग प्रयोग किए गए हैं. होली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को लेकर ग्राफिक्स, कैरीकेचर, कार्टून आदि के युक्तिपूर्ण उपयोग किए गए हैं. इसके अलावा इन नेताओं को उपमाएं भी दी गई हैं.

  • अखबारों में आज : चुनावी बिसात पर किसानों, वरिष्ठ नागरिकों और IIM छात्रों को सौगात

    अखबारों में आज : चुनावी बिसात पर किसानों, वरिष्ठ नागरिकों और IIM छात्रों को सौगात

    मोदी सरकार ने चुनाव से पहले एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है. मंगलवार को हुई मोदी सरकार की कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. केंद्र सरकार ने फसल ऋण पर दो महीने की ब्याज को माफ कर दिया है. यह राशि 660 करोड़ रुपये बताई जा रही है. सरकार का मानना है कि नोटबंदी से रबी सीजन की बुआई किसान ठीक से नहीं कर पाए जिससे वे सहकारी बैंकों से लिए गए कर्ज को नहीं भर पाए. अब सरकार ने कुछ चुनावी चाश्नी में राहत की बौछार की है.

  • अखबारों में आज : सुप्रीम कोर्ट की  निजी स्कूलों को दो टूक - फीस बढ़ाना है तो जमीन लौटाएं

    अखबारों में आज : सुप्रीम कोर्ट की निजी स्कूलों को दो टूक - फीस बढ़ाना है तो जमीन लौटाएं

    मंगलवार 24 जनवरी को दिल्ली से प्रकाशित प्रमुख हिंदी अख़बारों ने कई मुद्दों को सुर्खी बनाया है लेकिन ज्यादातर अखबारों ने फीस बढ़ाने के मुद्दे पर निजी स्कूलों पर की गई सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी को प्रमुखता से छापा है. जनसत्ता, दैनिक हिंदुस्तान और अमर उजाल ने इसी खबर को अपने अखबार की लीड बनाया है. वहीं, दैनिक भास्कर ने चेन्नई में जल्लीकट्टू के दौरान हुई हिंसा को लीड खबर के तौर पर प्रकाशित किया है. दूसरी ओर दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स ने पूर्व सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच का आदेश दिए जाने की खबर को प्रमुखता से पहले पन्ने पर छापा है.

  • अखबारों में छाया कालेधन पर सरकार का 'वार' और मुलायम-अखिलेश के बीच 'रार'

    अखबारों में छाया कालेधन पर सरकार का 'वार' और मुलायम-अखिलेश के बीच 'रार'

    9 जनवरी को प्रकाशित हिन्दी के तमाम प्रमुख अख़बार 'मुलायम-अखिलेश की रार' और कालेधन पर केंद्र सरकार की नोटबंदी की बाद खातों की जांच के 'नए वार' की ख़बरों से रंगे हुए हैं.

'Navbharat Times' - 9 News Result(s)
  • जब थकने लगे दिमाग और होने लगें डिप्रेस, तब घोड़े की इन क्वालिटीज को करें याद

    जब थकने लगे दिमाग और होने लगें डिप्रेस, तब घोड़े की इन क्वालिटीज को करें याद

    डिप्रेस और स्ट्रेस के दौर में घोड़े की एक एक क्वालिटी आपको थमने, सोचने और फिर उठ कर चलने का हौसला दे सकती है.

  • अखबारों में आज- शहीद की बेटी ने मांगे एक के बदले 50 सिर और टूट गया 'विश्वास'

    अखबारों में आज- शहीद की बेटी ने मांगे एक के बदले 50 सिर और टूट गया 'विश्वास'

    भारतीय सैनिकों पर पाकिस्तान के कायरतापूर्ण हमले की चौतरफा निंदा हो रही है. पूरे देश में आक्रोश है. आज के अखबारों की बड़ी खबर यही हैं. शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. भारी संख्या में लोग उमड़े. सभी अखबारों ने इसी खबर को लीड बनाया है. पूरे देश से बदला लेने के लिए आवाज उठ रही हैं.

  • अखबारों में आज : 9 गोलियां खाने और दो महीने कोमा में रहने के बाद चीता ने मौत की जीता

    अखबारों में आज : 9 गोलियां खाने और दो महीने कोमा में रहने के बाद चीता ने मौत की जीता

    आज के दिल्ली से प्रकाशित सभी अखबारों ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में आतंकियों से मुठभेड़ में 9 गोलियां खाने और दो महीने कोमा में रहने के बाद स्‍वस्‍थ हुए सीआरपीएफ के कमांडेंट चेतन चीता को अस्‍पताल से छुट्टी मिलने की खबर को प्रमुखता से छापा है. एम्स के ट्रॉमा सेंटर में जब उन्हें लाया गया था, तब उनकी हालत बेहद गंभीर थी. उनके सिर में गंभीर चोटें थी. शरीर के ऊपरी हिस्से में कई जगहों पर फ्रैक्चर भी हुआ था. दाईं आंख भी चली गई.

  • अखबारों में आज :   यूपी किसानों के 'अच्छे दिन', अन्य राज्य भी बढ़ाएंगे कर्ज माफी की ओर कदम

    अखबारों में आज : यूपी किसानों के 'अच्छे दिन', अन्य राज्य भी बढ़ाएंगे कर्ज माफी की ओर कदम

    उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में प्रदेश के दो करोड़ से अधिक किसानों को फायदा देते हुए उनका एक लाख रुपये तक का कर्जा माफ करने का अहम फैसला लिया. इस खबर को आज यानी 5 अप्रैल 2017 के लगभग सभी बड़ें अखबारों ने यूपी के किसानों के कर्ज माफी की खबर को लीड के तौर पर प्रकाशित किया है.

  • अखबारों में आज : आईआईसी देश का सर्वश्रेष्ठ संस्थान, खबरों में रहा JNU को मिला दूसरा स्थान

    अखबारों में आज : आईआईसी देश का सर्वश्रेष्ठ संस्थान, खबरों में रहा JNU को मिला दूसरा स्थान

    मंगलवार 4 अप्रैल को दिल्ली से प्रकाशित प्रमुख हिंदी अख़बारों ने कई मुद्दों को सुर्खी बनाया है लेकिन ज्यादातर अखबारों ने सरकार द्वारा उच्च शैक्षिक संस्थाओं की रैंक सूची को प्रमुखता दी है. जनसत्ता, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और अमर उजाला ने इस खबर को प्रमुखता से छापा है. इस सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम पिछले कुछ समय से कथित 'राष्ट्रविरोधी' नारों को लेकर खबरों में रहे दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और कोलकाता का जाधवपुर विश्वविद्यालय रहा.

  • अखबारों में चुनाव परिणाम : केसरिया होली, जादूगर से लेकर घर-घर मोदी और अमिट मोदी तक...

    अखबारों में चुनाव परिणाम : केसरिया होली, जादूगर से लेकर घर-घर मोदी और अमिट मोदी तक...

    मौजूदा विधानसभा चुनाव के समाचार शुरू से ही मीडिया में सुर्खियों में बने रहे. खास तौर पर उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की खबरें मीडिया में लगातार बनी रहीं. देश की राजनीति को प्रभावित करने वाले और साथ ही देश की राजनीति के भविष्य की दिशा तय करने वाले इस चुनाव के शनिवार को जब काफी हद तक चौंकाने वाले नतीजे आए तो मीडिया में खबरें भी उसी के मुताबिक आईं. प्रमुख दैनिक अखबारों के रविवार के अंक में प्रथम पृष्ठ पर पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणामों की खबरें हैं. इन खबरों में खास आकर्षण है इनके शीर्षक, जिनमें अलग-अलग प्रयोग किए गए हैं. होली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को लेकर ग्राफिक्स, कैरीकेचर, कार्टून आदि के युक्तिपूर्ण उपयोग किए गए हैं. इसके अलावा इन नेताओं को उपमाएं भी दी गई हैं.

  • अखबारों में आज : चुनावी बिसात पर किसानों, वरिष्ठ नागरिकों और IIM छात्रों को सौगात

    अखबारों में आज : चुनावी बिसात पर किसानों, वरिष्ठ नागरिकों और IIM छात्रों को सौगात

    मोदी सरकार ने चुनाव से पहले एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है. मंगलवार को हुई मोदी सरकार की कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. केंद्र सरकार ने फसल ऋण पर दो महीने की ब्याज को माफ कर दिया है. यह राशि 660 करोड़ रुपये बताई जा रही है. सरकार का मानना है कि नोटबंदी से रबी सीजन की बुआई किसान ठीक से नहीं कर पाए जिससे वे सहकारी बैंकों से लिए गए कर्ज को नहीं भर पाए. अब सरकार ने कुछ चुनावी चाश्नी में राहत की बौछार की है.

  • अखबारों में आज : सुप्रीम कोर्ट की  निजी स्कूलों को दो टूक - फीस बढ़ाना है तो जमीन लौटाएं

    अखबारों में आज : सुप्रीम कोर्ट की निजी स्कूलों को दो टूक - फीस बढ़ाना है तो जमीन लौटाएं

    मंगलवार 24 जनवरी को दिल्ली से प्रकाशित प्रमुख हिंदी अख़बारों ने कई मुद्दों को सुर्खी बनाया है लेकिन ज्यादातर अखबारों ने फीस बढ़ाने के मुद्दे पर निजी स्कूलों पर की गई सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी को प्रमुखता से छापा है. जनसत्ता, दैनिक हिंदुस्तान और अमर उजाल ने इसी खबर को अपने अखबार की लीड बनाया है. वहीं, दैनिक भास्कर ने चेन्नई में जल्लीकट्टू के दौरान हुई हिंसा को लीड खबर के तौर पर प्रकाशित किया है. दूसरी ओर दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स ने पूर्व सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच का आदेश दिए जाने की खबर को प्रमुखता से पहले पन्ने पर छापा है.

  • अखबारों में छाया कालेधन पर सरकार का 'वार' और मुलायम-अखिलेश के बीच 'रार'

    अखबारों में छाया कालेधन पर सरकार का 'वार' और मुलायम-अखिलेश के बीच 'रार'

    9 जनवरी को प्रकाशित हिन्दी के तमाम प्रमुख अख़बार 'मुलायम-अखिलेश की रार' और कालेधन पर केंद्र सरकार की नोटबंदी की बाद खातों की जांच के 'नए वार' की ख़बरों से रंगे हुए हैं.