Mao Zedong
- सब
- ख़बरें
-
चीन: शी चिनफिंग ने रचा इतिहास, सत्ता में रिकार्ड तीसरी बार वापसी
- Monday October 24, 2022
- Reported by: भाषा, Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
शी (69) को केंद्रीय समिति ने रविवार सुबह महासचिव चुना. पांच साल में एक बार होने वाले महासम्मेलन (कांग्रेस) में एक दिन पहले इस समिति का गठन किया गया था. आधिकारिक जानकारी के अनुसार, चिनफिंग को रविवार को आयोजित समिति के पहले पूर्ण सत्र में सीपीसी की 20वीं केंद्रीय समिति का महासचिव चुना गया.
- ndtv.in
-
'चीन को धमकी देने वाला युग सदा के लिए जा चुका', माओत्से तुंग स्टाइल में जैकेट पहन बोले शी चिनफिंग
- Thursday July 1, 2021
- Reported by: एएफपी, Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण
1921 की गर्मियों में माओ और शंघाई में मार्क्सवादी-लेनिनवादी विचारकों के एक समूह ने उस पार्टी की स्थापना की जो तब से दुनिया के सबसे शक्तिशाली राजनीतिक संगठनों में से एक बन गई है. अब सीपीसी के 9.5 करोड़ से ज्यादा सदस्य हैं.
- ndtv.in
-
जीवन भर चीन के राष्ट्रपति बने रह सकते हैं शी चिनफिंग, संसद ने हटाई 2 कार्यकाल की अनिवार्यता
- Sunday March 11, 2018
- भाषा
चीन की संसद ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए महज दो कार्यकाल की अनिवार्यता को रविवार को दो-तिहाई बहुमत से खत्म कर देश के मौजूदा राष्ट्रपति शी चिनफिंग के जीवन भर शीर्ष पद पर आसीन रहने का रास्ता साफ कर दिया है.
- ndtv.in
-
'माओ त्से तुंग' के बाद 'शी चिनफिंग' चीन के सर्वाधिक शक्तिशाली चीनी नेता : डोनाल्ड ट्रम्प
- Sunday November 12, 2017
- भाषा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का कहना है कि माओ त्से तुंग के बाद शी चिनफिंग चीन के सर्वाधिक शक्तिशाली नेता हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि दोनों नेताओं के बीच बहुत अच्छे संबंध विकसित हो गए हैं.
- ndtv.in
-
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने सदस्यों को ‘कामरेड’ बोलकर संबोधित करने के दिशानिर्देश दिये
- Sunday November 20, 2016
- Reported by: भाषा
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) ने अपने 8.875 करोड़ सदस्यों से एक दूसरे को ‘कामरेड’ कहकर संबोधित करने को कहा. माओत्से तुंग युग में साम्यवादी माहौल में एक दूसरे को संबोधित करने के लिए यही शब्द प्रयोग किया जाता था जिसे समलैंगिक समुदाय से संदेहात्मक संबंधों को लेकर हटा दिया गया था.
- ndtv.in
-
तेजी के साथ दुनिया का ध्यान खींच रहीं हैं मार्क्स व माओ पर आधारित किताबें
- Tuesday October 11, 2016
- Reported by: इंडो-एशियन न्यूज़ सर्विस
चीन में सर्वाधिक बिकने वाली किताब 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' को हाल ही में अमेरिका में प्रकाशित किया गया। चाइना चिल्ड्रेन प्रेस एंड पब्लिकेशन ग्रुप (सीसीपीपीजी) और पेकिंग यूनिवर्सिटी प्रेस ने 2014 के बाद से एक साथ 'कार्ल मार्क्स फॉर यंग रीडर्स' और 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' को प्रकाशित किया है।
- ndtv.in
-
चीन में 4.6 लाख डॉलर की लागत से बनी माओ की विशाल प्रतिमा ढहाई गई
- Friday January 8, 2016
- Edited by: Bhasha
चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग की सुनहरे पेंट वाली एक विशाल प्रतिमा को स्थापित किए जाने के कुछ दिनों बाद ही तोड़ दिया गया है। ऐसा लगता है कि इस प्रतिमा की स्थापना को लेकर सरकार की स्वीकृति नहीं ली गई थी।
- ndtv.in
-
चीन के साथ 62 के युद्ध में नेहरू ने मांगी थी अमेरिका से मदद : नई किताब में दावा
- Wednesday October 14, 2015
- Bhasha
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने चीन के साथ 1962 के युद्ध के दौरान चीन के तेज होते आक्रमण को रोकने के लिए अमेरिका से मदद मांगी थी और भारत को लड़ाकू विमान मुहैया कराने के लिए तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जान एफ कैनेडी को पत्र लिखा था।
- ndtv.in
-
चीन: शी चिनफिंग ने रचा इतिहास, सत्ता में रिकार्ड तीसरी बार वापसी
- Monday October 24, 2022
- Reported by: भाषा, Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
शी (69) को केंद्रीय समिति ने रविवार सुबह महासचिव चुना. पांच साल में एक बार होने वाले महासम्मेलन (कांग्रेस) में एक दिन पहले इस समिति का गठन किया गया था. आधिकारिक जानकारी के अनुसार, चिनफिंग को रविवार को आयोजित समिति के पहले पूर्ण सत्र में सीपीसी की 20वीं केंद्रीय समिति का महासचिव चुना गया.
- ndtv.in
-
'चीन को धमकी देने वाला युग सदा के लिए जा चुका', माओत्से तुंग स्टाइल में जैकेट पहन बोले शी चिनफिंग
- Thursday July 1, 2021
- Reported by: एएफपी, Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण
1921 की गर्मियों में माओ और शंघाई में मार्क्सवादी-लेनिनवादी विचारकों के एक समूह ने उस पार्टी की स्थापना की जो तब से दुनिया के सबसे शक्तिशाली राजनीतिक संगठनों में से एक बन गई है. अब सीपीसी के 9.5 करोड़ से ज्यादा सदस्य हैं.
- ndtv.in
-
जीवन भर चीन के राष्ट्रपति बने रह सकते हैं शी चिनफिंग, संसद ने हटाई 2 कार्यकाल की अनिवार्यता
- Sunday March 11, 2018
- भाषा
चीन की संसद ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए महज दो कार्यकाल की अनिवार्यता को रविवार को दो-तिहाई बहुमत से खत्म कर देश के मौजूदा राष्ट्रपति शी चिनफिंग के जीवन भर शीर्ष पद पर आसीन रहने का रास्ता साफ कर दिया है.
- ndtv.in
-
'माओ त्से तुंग' के बाद 'शी चिनफिंग' चीन के सर्वाधिक शक्तिशाली चीनी नेता : डोनाल्ड ट्रम्प
- Sunday November 12, 2017
- भाषा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का कहना है कि माओ त्से तुंग के बाद शी चिनफिंग चीन के सर्वाधिक शक्तिशाली नेता हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि दोनों नेताओं के बीच बहुत अच्छे संबंध विकसित हो गए हैं.
- ndtv.in
-
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने सदस्यों को ‘कामरेड’ बोलकर संबोधित करने के दिशानिर्देश दिये
- Sunday November 20, 2016
- Reported by: भाषा
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) ने अपने 8.875 करोड़ सदस्यों से एक दूसरे को ‘कामरेड’ कहकर संबोधित करने को कहा. माओत्से तुंग युग में साम्यवादी माहौल में एक दूसरे को संबोधित करने के लिए यही शब्द प्रयोग किया जाता था जिसे समलैंगिक समुदाय से संदेहात्मक संबंधों को लेकर हटा दिया गया था.
- ndtv.in
-
तेजी के साथ दुनिया का ध्यान खींच रहीं हैं मार्क्स व माओ पर आधारित किताबें
- Tuesday October 11, 2016
- Reported by: इंडो-एशियन न्यूज़ सर्विस
चीन में सर्वाधिक बिकने वाली किताब 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' को हाल ही में अमेरिका में प्रकाशित किया गया। चाइना चिल्ड्रेन प्रेस एंड पब्लिकेशन ग्रुप (सीसीपीपीजी) और पेकिंग यूनिवर्सिटी प्रेस ने 2014 के बाद से एक साथ 'कार्ल मार्क्स फॉर यंग रीडर्स' और 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' को प्रकाशित किया है।
- ndtv.in
-
चीन में 4.6 लाख डॉलर की लागत से बनी माओ की विशाल प्रतिमा ढहाई गई
- Friday January 8, 2016
- Edited by: Bhasha
चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग की सुनहरे पेंट वाली एक विशाल प्रतिमा को स्थापित किए जाने के कुछ दिनों बाद ही तोड़ दिया गया है। ऐसा लगता है कि इस प्रतिमा की स्थापना को लेकर सरकार की स्वीकृति नहीं ली गई थी।
- ndtv.in
-
चीन के साथ 62 के युद्ध में नेहरू ने मांगी थी अमेरिका से मदद : नई किताब में दावा
- Wednesday October 14, 2015
- Bhasha
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने चीन के साथ 1962 के युद्ध के दौरान चीन के तेज होते आक्रमण को रोकने के लिए अमेरिका से मदद मांगी थी और भारत को लड़ाकू विमान मुहैया कराने के लिए तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जान एफ कैनेडी को पत्र लिखा था।
- ndtv.in