India | Reported by: सौरभ गुप्ता, Translated by: विजय शंकर पांडेय |गुरुवार नवम्बर 10, 2022 07:06 AM IST बनर्जी ने कहा, "मैं पिछले सात से आठ वर्षों से यह कह रही हूं, जितनी जरूरत हो उतनी ही लो. कभी-कभी जब मैं बिस्तर पर होती हूं, तो मुझे लगता है मेरे पास खुद का एक बिस्तर है. मैं सो रही हूं. अगर मैं कल मर गई, तो इस कमरे की देखभाल कौन करेगा?"