Lifelane
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
'धड़कते दिल' का सफर आसान नहीं रहा दिल्ली की सड़कों पर...
- Monday March 2, 2015
पुलिस की तैयारियों पर पब्लिक पानी फेरने की कोशिशें करती रही। चेतावनी के बाद भी एक कार ने राइट लेन नहीं छोड़ी, और अंत में एम्बुलेंस ड्राइवर ने हाथ हिलाया, तब जाकर वैगन-आर ने रास्ता छोड़ा। सभी चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस तैनात थी, रेड लाइट्स को या मैनुअल पर, या ब्लिंक पर कर दिया गया था।
- ndtv.in
-
कैट्स की 102 नंबर की सेवा बहाल, 35 घंटे बाद हड़ताल खत्म
- Tuesday January 20, 2015
दिल्ली सरकार के तहत आने वाली कैट्स एंबुलेंस के कर्मचारियों ने 35 घंटे बाद हड़ताल खत्म कर दी है, यानी 102 नंबर की सेवा एक बार फिर से बहाल हो गई है। निजीकरण के विरोध में ये लोग सोमवार को हड़ताल पर चले गए थे। इसके चलते कैट्स की 152 एंबुलेंस सेवा ठप्प हो गई थी।
- ndtv.in
-
अस्पताल दर अस्पताल भटकती एंबुलेंस, क्यों न हो एक 'सेंट्रलाइज्ड नंबर'
- Tuesday January 20, 2015
मरीज के लिए एक एंबुलेंस एम्स में घंटेभर से ज्यादा खड़ी रही, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। यहां से निराश होकर एंबुलेंस पास के ही सफरजंग हॉस्पिटल के लिए निकल पड़ी। हमने रिश्तेदार से बात की तो पता चला कि यहां बेड नहीं है लिहाजा दूसरे अस्पताल का रुख करना होगा।
- ndtv.in
-
दो घंटे सड़क पर बिखर गए, ज़िन्दगी रेत की तरह फिसल गई...
- Monday January 12, 2015
पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर इलाके में रहने वाले मोहन कुमार कश्यप के सिर से बाप का साया ट्रैफिक जाम की वजह से उठ गया। राजाराम की जब तबियत बिगड़ी, तब गांधीनगर से एलएनजेपी अस्पताल पहुंचने में करीब दो घंटे लगे, जबकि दूरी महज पौने पांच किलोमीटर की है।
- ndtv.in
-
एमरजेंसी सेवाओं को लेकर हर पार्टी फिक्रमंद, सड़कों पर जीतेगी ज़िन्दगी
- Monday January 12, 2015
हर पार्टी फिक्रमंद, हर किसी का समर्थन, हर कोई गंभीर... दावे भी हैं, वादे भी... लिहाजा चुनाव में जीत किसी की हो और कोई भी हारे, लेकिन अगर वादे पर कायम रहे तो इतना तो मानकर चलिए कि सड़कों पर जिंदगी जरूर जीतेगी।
- ndtv.in
-
समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण हर साल मरते हैं 17 लाख लोग
- Monday January 12, 2015
भारत में हर साल 24 लाख लोगों की मौत अचानक दिल का दौरा पड़ने से होती है, जिसमें से 17 लाख लोग ऐसे हैं, जो समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं और अगर ये लोग समय पर अस्पताल पहुंच जाएं तो इनमें से 12 लाख लोगों की जानें बचाई जा सकती है।
- ndtv.in
-
एक्सक्लूसिव : दिल्ली सरकार की एंबुलेंसों में आठ महीनों में 26 बच्चों का जन्म
- Monday January 12, 2015
दिल्ली सरकार के कैट्स यानी सेंट्रलाइज्ड एक्सिडेंट एंड ट्रॉमा सर्विस के एंबुलेंस में मई से लेकर दिसंबर तक 26 बच्चे पैदा हुए। आठ महीनों के दौरान हर महीने औसतन तीन डिलीवरी।
- ndtv.in
-
असर ख़बर का : एमरजेंसी व्हीकल को लेकर मोटर व्हीकल एक्ट में करेंगे बदलाव, बोले गडकरी
- Monday January 12, 2015
राइट लेन को बनाइए लाइफ लेन, एनडीटीवी इंडिया की मुहिम। इसके तहत हमने सड़कों की हालत और उसमें जूझते एंबुलेंस की हकीकत दिखाई। कोई ओवरटेक करने में लगा होता है तो कोई गाड़ी साइड देने में आनाकानी दिखाती है। इतना ही नहीं कुछ गाड़ी तो जाम से निजात पाने के चक्कर में एंबुलेंस के ठीक पीछे चिपक कर चलने लगती हैं।
- ndtv.in
-
राइट लेन लाइफ लेन : दिल्ली की सड़कों पर जाम में फंसती जान
- Monday January 12, 2015
सायरन बजता रहता है और मरीज को ले जा रही एंबुलेंस खाली लेन की तलाश में ट्रैफिक से जूझती दिखती है। आगे का ट्रैफिक यह तय नहीं कर पाता कि कब किसे और किधर रास्ता देना है।
- ndtv.in
-
'धड़कते दिल' का सफर आसान नहीं रहा दिल्ली की सड़कों पर...
- Monday March 2, 2015
पुलिस की तैयारियों पर पब्लिक पानी फेरने की कोशिशें करती रही। चेतावनी के बाद भी एक कार ने राइट लेन नहीं छोड़ी, और अंत में एम्बुलेंस ड्राइवर ने हाथ हिलाया, तब जाकर वैगन-आर ने रास्ता छोड़ा। सभी चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस तैनात थी, रेड लाइट्स को या मैनुअल पर, या ब्लिंक पर कर दिया गया था।
- ndtv.in
-
कैट्स की 102 नंबर की सेवा बहाल, 35 घंटे बाद हड़ताल खत्म
- Tuesday January 20, 2015
दिल्ली सरकार के तहत आने वाली कैट्स एंबुलेंस के कर्मचारियों ने 35 घंटे बाद हड़ताल खत्म कर दी है, यानी 102 नंबर की सेवा एक बार फिर से बहाल हो गई है। निजीकरण के विरोध में ये लोग सोमवार को हड़ताल पर चले गए थे। इसके चलते कैट्स की 152 एंबुलेंस सेवा ठप्प हो गई थी।
- ndtv.in
-
अस्पताल दर अस्पताल भटकती एंबुलेंस, क्यों न हो एक 'सेंट्रलाइज्ड नंबर'
- Tuesday January 20, 2015
मरीज के लिए एक एंबुलेंस एम्स में घंटेभर से ज्यादा खड़ी रही, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। यहां से निराश होकर एंबुलेंस पास के ही सफरजंग हॉस्पिटल के लिए निकल पड़ी। हमने रिश्तेदार से बात की तो पता चला कि यहां बेड नहीं है लिहाजा दूसरे अस्पताल का रुख करना होगा।
- ndtv.in
-
दो घंटे सड़क पर बिखर गए, ज़िन्दगी रेत की तरह फिसल गई...
- Monday January 12, 2015
पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर इलाके में रहने वाले मोहन कुमार कश्यप के सिर से बाप का साया ट्रैफिक जाम की वजह से उठ गया। राजाराम की जब तबियत बिगड़ी, तब गांधीनगर से एलएनजेपी अस्पताल पहुंचने में करीब दो घंटे लगे, जबकि दूरी महज पौने पांच किलोमीटर की है।
- ndtv.in
-
एमरजेंसी सेवाओं को लेकर हर पार्टी फिक्रमंद, सड़कों पर जीतेगी ज़िन्दगी
- Monday January 12, 2015
हर पार्टी फिक्रमंद, हर किसी का समर्थन, हर कोई गंभीर... दावे भी हैं, वादे भी... लिहाजा चुनाव में जीत किसी की हो और कोई भी हारे, लेकिन अगर वादे पर कायम रहे तो इतना तो मानकर चलिए कि सड़कों पर जिंदगी जरूर जीतेगी।
- ndtv.in
-
समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण हर साल मरते हैं 17 लाख लोग
- Monday January 12, 2015
भारत में हर साल 24 लाख लोगों की मौत अचानक दिल का दौरा पड़ने से होती है, जिसमें से 17 लाख लोग ऐसे हैं, जो समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं और अगर ये लोग समय पर अस्पताल पहुंच जाएं तो इनमें से 12 लाख लोगों की जानें बचाई जा सकती है।
- ndtv.in
-
एक्सक्लूसिव : दिल्ली सरकार की एंबुलेंसों में आठ महीनों में 26 बच्चों का जन्म
- Monday January 12, 2015
दिल्ली सरकार के कैट्स यानी सेंट्रलाइज्ड एक्सिडेंट एंड ट्रॉमा सर्विस के एंबुलेंस में मई से लेकर दिसंबर तक 26 बच्चे पैदा हुए। आठ महीनों के दौरान हर महीने औसतन तीन डिलीवरी।
- ndtv.in
-
असर ख़बर का : एमरजेंसी व्हीकल को लेकर मोटर व्हीकल एक्ट में करेंगे बदलाव, बोले गडकरी
- Monday January 12, 2015
राइट लेन को बनाइए लाइफ लेन, एनडीटीवी इंडिया की मुहिम। इसके तहत हमने सड़कों की हालत और उसमें जूझते एंबुलेंस की हकीकत दिखाई। कोई ओवरटेक करने में लगा होता है तो कोई गाड़ी साइड देने में आनाकानी दिखाती है। इतना ही नहीं कुछ गाड़ी तो जाम से निजात पाने के चक्कर में एंबुलेंस के ठीक पीछे चिपक कर चलने लगती हैं।
- ndtv.in
-
राइट लेन लाइफ लेन : दिल्ली की सड़कों पर जाम में फंसती जान
- Monday January 12, 2015
सायरन बजता रहता है और मरीज को ले जा रही एंबुलेंस खाली लेन की तलाश में ट्रैफिक से जूझती दिखती है। आगे का ट्रैफिक यह तय नहीं कर पाता कि कब किसे और किधर रास्ता देना है।
- ndtv.in