बेंगलुरु में पब्लिक ट्रांस्पोर्ट सिस्टम दूसरे महानगरों के मुकाबले खस्ताहाल है और इस वजह से 1 करोड़ की आबादी वाले बेंगलुरु में करीब 52 लाख गाड़ियां है। इसके बावजूद शहर की ट्रैफिक पुलिस ने हाल में 5 बार ग्रीन कॉरिडोर बनाया ताकि दूसरे शहर में जिंदगी और मौत से जूझ रहे किसी शख्स की जान बचाई जा सके। चेन्नई में तीन साल के इस बच्चे की जान बचाने में फोर्टिंस अस्पताल के डॉक्टर कामयाब रहे क्योंकि बेंगलुरु से आने वाली जिंदगी ठीक वक़्त पर पहुंच गई।