दिल्ली सरकार के कैट्स यानी सेंट्रलाइज्ड एक्सिडेंट एंड ट्रॉमा सर्विस के एंबुलेंस में मई से लेकर दिसंबर तक 26 बच्चे पैदा हुए। आठ महीनों के दौरान हर महीने औसतन तीन डिलीवरी। मजबूरी में एंबुलेंस के कर्मचारी को डिलीवरी एंबुलेंस के भीतर ही करवानी पड़ी और एंबुलेंस के भीतर डिलीवरी के ज्यादातर मामलों में जाम के चलते एंबुलेंस सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाई।