Lack Of Oxygen
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क्या तनाव, प्रदूषण और थकान से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है? जानिए 5 बड़ी वजहें
Oxygen Deficiency Causes: जब शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, तो थकान, चक्कर, ध्यान की कमी और कई बार सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं सामने आती हैं. आइए जानते हैं कि किन वजहों से शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है.
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ऑक्सीजन की कमी की CBI जांच और आयोग के गठन की याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार
देश में ऑक्सीजन की कमी की CBI जांच करने और वितरण की व्यवस्था बनाने के लिए न्यायिक आयोग के गठन की याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार किया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा- अगर जांच चाहिए तो आपको पुलिस को शिकायत देनी थी. हमने ऑक्सीजन के लिए नेशनल टास्क फोर्स बना रखा है. हम डॉक्टरों और अधिकारियों का मनोबल गिराने वाला कोई आदेश नहीं देंगे.
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दिल्ली में 57 एमटी क्षमता के 47 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट शुरू किए गए : सरकारी आंकड़ा
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की हालिया बैठक के दौरान यह आंकड़ा साझा किया गया. राजधानी में कोविड-19 प्रबंधन (Covid-19 Management) की नीतियां डीडीएमए (DDMA) बनाता है.
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Ravish Kumar Prime Time: जब ऑक्सीजन की कमी से लोग नहीं मरे तो क्या अस्पतालों, अखबारों ने झूठ बोला? सुप्रीम कोर्ट ने फिर कमेटी क्यों बनाई थी? रवीश ने पूछा
Ravish Kumar Prime Time : रवीश ने तल्ख लहजे में कहा, "जब मरने वालों की संख्या 47 लाख से 4 लाख की जा सकती है तो इसका मतलब है कि अब फेक न्यूज़ का भी काम ख़त्म हो गया है. लगातार प्रोपेगैंडा से लोगों की यह हालत हो गई है. वे अब दूसरी सूचना स्वीकार ही नहीं कर पाएंगे. शॉर्ट सर्किट हो जाएगा. दिमाग़ वही स्वीकार करता है जो व्हाट्स एप यूनिवर्सिटी कहती है. इसलिए अब आपको किसी न्यूज़ की ज़रूरत ही नहीं है.
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हजारों लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने वाला गुरुद्वारा अब सरकार के बयान पर हैरान
कोरोना की दूसरी लहर में हजारों लोगों को सड़क के किनारे ऑक्सीजन उपलब्ध कराने वाला गुरुद्वारा अब सरकार के उस बयान पर हैरान हैं जिसमें कहा गया है कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई है.
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महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई : स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे
इसी बीच, ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत का कोई भी आंकड़ा राज्यों से नहीं मिलने को लेकर केंद्र सरकार को विपक्षी दलों ने निशाने पर लिया है. जबकि दूसरी लहर के पीक पर रहने के दौरान अस्पतालों में मरीजों की मौत की कई बड़ी घटनाओं ने दुनिया भर का ध्यान भारत की ओर खींचा था.
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राहुल गांधी का ऑक्सीजन को लेकर ट्वीट, गिरिराज सिंह का इटालियन में जवाबी हमला
ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के आंकड़े न होने के बारे में केंद्र का बयान मंगलवार को भाजपा और कांग्रेस के बीच विवाद का विषय बन गया. जबकि कई कांग्रेस नेता सरकार पर हमलावर थे. इस मुद्दे पर राहुल गांधी के ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तीखा जवाब दिया. दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी एक बड़ी समस्या बना. ऑक्सीजन की कमी का अस्पतालों ने सामना किया. देश के कुछ हिस्सों से मरीजों की मौत की सूचना मिली और यह मामला अदालतों तक भी पहुंचा. केंद्र ने मंगलवार को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि उसे राज्यों से ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत के संबंध में कोई डेटा नहीं मिला है.
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सरकार का जवाब हैरत में डालने वाला, देश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई!
क्या कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बहुत सारे कोविड मरीज़ ऑक्सीजन की कमी की वजह से दम तोड़ गए? कांग्रेस सांसद वेणुगोपाल के इस सवाल का राज्यसभा में जो लिखित जवाब स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने दिया, वह हैरान करने वाला है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट की वजह से बड़ी तादाद में कोरोना मरीज़ों की मौतें हुई. लेकिन मंगलवार को ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों पर कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में स्वस्थ्य राज्यमंत्री डॉ भारती प्रवीण कुमार ने लिखित में दिए जवाब मैं कहा - स्वास्थ्य राज्य का विषय है. मौत की रिपोर्ट की विस्तृत जानकारी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश स्वास्थ्य मंत्रालय को रेगुलर बेसिस पर मुहैया कराते हैं. राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों की रिपोर्ट के मुताबिक देश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई है.
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आंध्र प्रदेश: ऑक्सीजन न मिलने से अस्पताल में 11 कोरोना मरीजों की मौत, कैमरे में कैद हुई डराने वाली घटना
यहां सरकारी रुइया अस्पताल में सोमवार देर रात आईसीयू के अंदर ऑक्सीजन की आपूर्ति में समस्या के कारण कम से कम 11 कोविड-19 रोगियों की मौत हो गई. चित्तूर के जिलाधिकारी एम हरि नारायणन ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर को फिर से लोड करने में पांच लगे जिससे आक्सीजन आपूर्ति कम होने से मरीजों की मौत हो गई.
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दिल्ली: चार अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर आपात संदेश भेजा
दिल्ली को 6 मई को 577 MT ऑक्सीजन मिली है जबकि दिल्ली की डिमांड 976 MT हैजबकि 5 मई को 730 MT मिली थी यानी 24 घंटे में 153MT की गिरावट दर्ज हुई. यह जानकारी दिल्ली सरकार के आप विधायक राघव चड्ढा ने दी.
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कर्नाटक के अस्पताल में दो घंटे के भीतर 24 मरीज़ों की मौत, कुछ मरीज़ थे COVID-19 पॉज़िटिव
कर्नाटक के चामराजनगर में एक सरकारी अस्पताल में रविवार को ऑक्सीजन की कमी के चलते 24 मरीजों की जान चली गई है. इनमें से 23 मृतक कोविड संक्रमित थे जबकि एक मरीज किसी अन्य बीमारी के कारण ऑक्सीजन पर आश्रित था. प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां पड़ोस के जिले मैसूर से ऑक्सीजन की सप्लाई होती थी,
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अमृतसर के नीलकंठ अस्पताल में 6 मरीजों की मौत, परिजनों का आरोप- ऑक्सीजन खत्म हो गई थी
अमृतसर के फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर स्थित नीलकंठ हॉस्पिटल में देर रात आक्सीजन खत्म होने से हड़कंप मच गया. जिसके बाद धीरे धीरे कुल 6 लोग तड़प-तड़प कर अपनी जान गंवा बैठे.
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गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा- ऑक्सीजन संयंत्रों की सूची तैयार की जाए, बंद इकाइयां फिर चालू की जाएं
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने भी सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे एक पत्र में कहा कि देश के कई जिलों में ऑक्सीजन उत्पादन करने वाले संयंत्र हैं और सभी का उत्पादन चिकित्सीय मकसद से नहीं होता. उन्होंने कहा कि इन केंद्रों का इस्तेमाल स्थानीय अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में किया जा सकता है.
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मध्य प्रदेश: शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से 6 कोरोना मरीजों की मौत
कोरोना संक्रमण के साथ साथ संसाधनों की कमी और अस्पतालों की लापरवाही अब मरीजों की जान पर आफत बनकर टूट रही है. मध्य प्रदेश के शहडोल में ऐसा कुछ नजारा देखने को मिला, जहां ऑक्सीजन की कमी के चलते 6 मरीजों की मौत हो गई. यह सभी मरीज शहडोल के मेडिकल कॉलेज में भर्ती थे.
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MP : ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे अस्पताल, सरकार ने कहा- दिल्ली बात कर रहे हैं
वहीं, उज्जैन के ही माधव नगर कोविड अस्पताल में बड़ी संख्या ऑक्सीजन की कमी की खबर सामने आ रही है. यहां सांस लेने की परेशानी के चलते कई मरीजों को ओपीडी में ही भर्ती कर फर्श पर लेटा दिया गया, और उन्हें वहीं पर ऑक्सीजन लगा दी. राजधानी भोपाल के अस्पतालों के हालात भी ठीक नहीं हैं. यहां ऑक्सीजन की कमी के चलते न्यूरॉन अस्पताल ने मरीजों के परिजनों से बकायदा एक स्व घोषित फॉर्म भरवा लिया, जिसमें लिखा था- “अस्पताल में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की शॉर्टेज है. यदि ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी अस्पताल की नहीं होगी.”
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क्या तनाव, प्रदूषण और थकान से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है? जानिए 5 बड़ी वजहें
Oxygen Deficiency Causes: जब शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, तो थकान, चक्कर, ध्यान की कमी और कई बार सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं सामने आती हैं. आइए जानते हैं कि किन वजहों से शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है.
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ऑक्सीजन की कमी की CBI जांच और आयोग के गठन की याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार
देश में ऑक्सीजन की कमी की CBI जांच करने और वितरण की व्यवस्था बनाने के लिए न्यायिक आयोग के गठन की याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार किया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा- अगर जांच चाहिए तो आपको पुलिस को शिकायत देनी थी. हमने ऑक्सीजन के लिए नेशनल टास्क फोर्स बना रखा है. हम डॉक्टरों और अधिकारियों का मनोबल गिराने वाला कोई आदेश नहीं देंगे.
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दिल्ली में 57 एमटी क्षमता के 47 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट शुरू किए गए : सरकारी आंकड़ा
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की हालिया बैठक के दौरान यह आंकड़ा साझा किया गया. राजधानी में कोविड-19 प्रबंधन (Covid-19 Management) की नीतियां डीडीएमए (DDMA) बनाता है.
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Ravish Kumar Prime Time: जब ऑक्सीजन की कमी से लोग नहीं मरे तो क्या अस्पतालों, अखबारों ने झूठ बोला? सुप्रीम कोर्ट ने फिर कमेटी क्यों बनाई थी? रवीश ने पूछा
Ravish Kumar Prime Time : रवीश ने तल्ख लहजे में कहा, "जब मरने वालों की संख्या 47 लाख से 4 लाख की जा सकती है तो इसका मतलब है कि अब फेक न्यूज़ का भी काम ख़त्म हो गया है. लगातार प्रोपेगैंडा से लोगों की यह हालत हो गई है. वे अब दूसरी सूचना स्वीकार ही नहीं कर पाएंगे. शॉर्ट सर्किट हो जाएगा. दिमाग़ वही स्वीकार करता है जो व्हाट्स एप यूनिवर्सिटी कहती है. इसलिए अब आपको किसी न्यूज़ की ज़रूरत ही नहीं है.
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हजारों लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने वाला गुरुद्वारा अब सरकार के बयान पर हैरान
कोरोना की दूसरी लहर में हजारों लोगों को सड़क के किनारे ऑक्सीजन उपलब्ध कराने वाला गुरुद्वारा अब सरकार के उस बयान पर हैरान हैं जिसमें कहा गया है कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई है.
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महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई : स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे
इसी बीच, ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत का कोई भी आंकड़ा राज्यों से नहीं मिलने को लेकर केंद्र सरकार को विपक्षी दलों ने निशाने पर लिया है. जबकि दूसरी लहर के पीक पर रहने के दौरान अस्पतालों में मरीजों की मौत की कई बड़ी घटनाओं ने दुनिया भर का ध्यान भारत की ओर खींचा था.
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राहुल गांधी का ऑक्सीजन को लेकर ट्वीट, गिरिराज सिंह का इटालियन में जवाबी हमला
ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के आंकड़े न होने के बारे में केंद्र का बयान मंगलवार को भाजपा और कांग्रेस के बीच विवाद का विषय बन गया. जबकि कई कांग्रेस नेता सरकार पर हमलावर थे. इस मुद्दे पर राहुल गांधी के ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तीखा जवाब दिया. दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी एक बड़ी समस्या बना. ऑक्सीजन की कमी का अस्पतालों ने सामना किया. देश के कुछ हिस्सों से मरीजों की मौत की सूचना मिली और यह मामला अदालतों तक भी पहुंचा. केंद्र ने मंगलवार को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि उसे राज्यों से ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत के संबंध में कोई डेटा नहीं मिला है.
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सरकार का जवाब हैरत में डालने वाला, देश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई!
क्या कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बहुत सारे कोविड मरीज़ ऑक्सीजन की कमी की वजह से दम तोड़ गए? कांग्रेस सांसद वेणुगोपाल के इस सवाल का राज्यसभा में जो लिखित जवाब स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने दिया, वह हैरान करने वाला है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट की वजह से बड़ी तादाद में कोरोना मरीज़ों की मौतें हुई. लेकिन मंगलवार को ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों पर कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में स्वस्थ्य राज्यमंत्री डॉ भारती प्रवीण कुमार ने लिखित में दिए जवाब मैं कहा - स्वास्थ्य राज्य का विषय है. मौत की रिपोर्ट की विस्तृत जानकारी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश स्वास्थ्य मंत्रालय को रेगुलर बेसिस पर मुहैया कराते हैं. राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों की रिपोर्ट के मुताबिक देश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई है.
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आंध्र प्रदेश: ऑक्सीजन न मिलने से अस्पताल में 11 कोरोना मरीजों की मौत, कैमरे में कैद हुई डराने वाली घटना
यहां सरकारी रुइया अस्पताल में सोमवार देर रात आईसीयू के अंदर ऑक्सीजन की आपूर्ति में समस्या के कारण कम से कम 11 कोविड-19 रोगियों की मौत हो गई. चित्तूर के जिलाधिकारी एम हरि नारायणन ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर को फिर से लोड करने में पांच लगे जिससे आक्सीजन आपूर्ति कम होने से मरीजों की मौत हो गई.
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दिल्ली: चार अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर आपात संदेश भेजा
दिल्ली को 6 मई को 577 MT ऑक्सीजन मिली है जबकि दिल्ली की डिमांड 976 MT हैजबकि 5 मई को 730 MT मिली थी यानी 24 घंटे में 153MT की गिरावट दर्ज हुई. यह जानकारी दिल्ली सरकार के आप विधायक राघव चड्ढा ने दी.
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कर्नाटक के अस्पताल में दो घंटे के भीतर 24 मरीज़ों की मौत, कुछ मरीज़ थे COVID-19 पॉज़िटिव
कर्नाटक के चामराजनगर में एक सरकारी अस्पताल में रविवार को ऑक्सीजन की कमी के चलते 24 मरीजों की जान चली गई है. इनमें से 23 मृतक कोविड संक्रमित थे जबकि एक मरीज किसी अन्य बीमारी के कारण ऑक्सीजन पर आश्रित था. प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां पड़ोस के जिले मैसूर से ऑक्सीजन की सप्लाई होती थी,
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अमृतसर के नीलकंठ अस्पताल में 6 मरीजों की मौत, परिजनों का आरोप- ऑक्सीजन खत्म हो गई थी
अमृतसर के फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर स्थित नीलकंठ हॉस्पिटल में देर रात आक्सीजन खत्म होने से हड़कंप मच गया. जिसके बाद धीरे धीरे कुल 6 लोग तड़प-तड़प कर अपनी जान गंवा बैठे.
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गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा- ऑक्सीजन संयंत्रों की सूची तैयार की जाए, बंद इकाइयां फिर चालू की जाएं
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने भी सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे एक पत्र में कहा कि देश के कई जिलों में ऑक्सीजन उत्पादन करने वाले संयंत्र हैं और सभी का उत्पादन चिकित्सीय मकसद से नहीं होता. उन्होंने कहा कि इन केंद्रों का इस्तेमाल स्थानीय अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में किया जा सकता है.
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मध्य प्रदेश: शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से 6 कोरोना मरीजों की मौत
कोरोना संक्रमण के साथ साथ संसाधनों की कमी और अस्पतालों की लापरवाही अब मरीजों की जान पर आफत बनकर टूट रही है. मध्य प्रदेश के शहडोल में ऐसा कुछ नजारा देखने को मिला, जहां ऑक्सीजन की कमी के चलते 6 मरीजों की मौत हो गई. यह सभी मरीज शहडोल के मेडिकल कॉलेज में भर्ती थे.
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MP : ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे अस्पताल, सरकार ने कहा- दिल्ली बात कर रहे हैं
वहीं, उज्जैन के ही माधव नगर कोविड अस्पताल में बड़ी संख्या ऑक्सीजन की कमी की खबर सामने आ रही है. यहां सांस लेने की परेशानी के चलते कई मरीजों को ओपीडी में ही भर्ती कर फर्श पर लेटा दिया गया, और उन्हें वहीं पर ऑक्सीजन लगा दी. राजधानी भोपाल के अस्पतालों के हालात भी ठीक नहीं हैं. यहां ऑक्सीजन की कमी के चलते न्यूरॉन अस्पताल ने मरीजों के परिजनों से बकायदा एक स्व घोषित फॉर्म भरवा लिया, जिसमें लिखा था- “अस्पताल में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की शॉर्टेज है. यदि ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी अस्पताल की नहीं होगी.”