Jallianwala Bagh Massacre
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Jallianwala Bagh Massacre: आज ही के दिन 103 साल पहले हुआ था जलियांवाला बाग हत्याकांड, जानिए क्या हुआ था इस काले दिन
- Wednesday April 13, 2022
- Written by: पूनम मिश्रा
Jallianwala Bagh Massacre: आज से 103 साल पहले पंजाब के अमृतसर में 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था. अंग्रेजी फौज ने निहत्थे और निर्दोष भारतीयों पर करीब 10 मिनट तक गोली बरसाई थीं. इस घटना में हजारों लोगों की जान चली गई थी.
- ndtv.in
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जलियांवाला बाग नरसंहार के 103 साल हुए पूरे, पीएम मोदी ने पीड़ितों को दी श्रद्धांजलि
- Wednesday April 13, 2022
- Reported by: भाषा, Edited by: पीयूष
पीएम नरेंद्र मोदी ने जलियांवाला बाग नरसंहार के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “1919 में आज ही के दिन जलियांवाला बाग में शहीद होने वाले लोगों को श्रद्धांजलि. उनका अद्वितीय साहस और बलिदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा.”
- ndtv.in
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जलियांवाला बाग : वह जगह, जहां 102 साल बाद भी मौजूद हैं निहत्थों पर बरसाई गई गोलियों के निशां, जानें 10 खास बातें
- Tuesday April 13, 2021
- Written by: संज्ञा सिंह
Jallianwala Bagh Massacre : आज जालियांवाला बाग की 102वीं बरसी है. देश जालियांवाला बाग की 102वीं बरसी पर शहीदों को याद कर रहा है. साल 1919 में अमृतसर में हुए इस नरसंहार में हजारों लोग मारे गए थे लेकिन ब्रिटिश सरकार के आंकड़ें में सिर्फ 379 की हत्या दर्ज की गई है. जलियांवाला बाग नरसंहार ब्रिटिश भारत के इतिहास का काला अध्याय है.
- ndtv.in
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Jallianwala Bagh Massacre: जलियांवाला बाग हत्यकांड के बारे में जानिए ये 7 बातें
- Monday April 13, 2020
- Written by: बबिता पंत
Jallianwala Bagh Massacre: जनरल डायर के आदेश पर ब्रिटिश आर्मी ने बिना रुके लगभग 10 मिनट तक गोलियां बरसाईं. इस घटना में करीब 1,650 राउंड फायरिंग हुई थी.
- ndtv.in
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13 अप्रैल का इतिहास: जलियांवाला बाग की दुखद घटना का साक्षी है आज का दिन
- Monday April 13, 2020
- Reported by: भाषा
Jallianwala Bagh: देश की आजादी के इतिहास में 13 अप्रैल का दिन एक दुखद घटना के साथ दर्ज है. वह वर्ष 1919 का 13 अप्रैल का दिन था, जब जलियांवाला बाग में एक शांतिपूर्ण सभा के लिए जमा हुए हजारों भारतीयों पर अंग्रेज हुक्मरान ने अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं. पंजाब के अमृतसर जिले में ऐतिहासिक स्वर्ण मंदिर के नजदीक जलियांवाला बाग (Jallianwala Bagh) नाम के इस बगीचे में अंग्रेजों की गोलीबारी से घबराई बहुत सी औरतें अपने बच्चों को लेकर जान बचाने के लिए कुएं में कूद गईं.
- ndtv.in
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Udham Singh Jayanti: 21 साल के इंतजार के बाद उधम सिंह ने जनरल डायर को मारकर लिया था जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला
- Thursday December 26, 2019
- Edited by: अर्चित गुप्ता
स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी एवं क्रांतिकारी उधम सिंह की आज जयंती (Udham Singh Jayanti) है. उधम सिंह का जन्म 26 दिसम्बर 1899 को पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम गांव में हुआ था. सन 1901 में उधम सिंह की माता और 1907 में उनके पिता का निधन हो गया. उधम सिंह (Shaheed Udham Singh) का बचपन का नाम शेर सिंह और उनके भाई का नाम मुक्ता सिंह था जिन्हें अनाथालय में क्रमश: उधम सिंह और साधु सिंह के रूप में नए नाम मिले. उधम सिंह (Sardar Udham Singh) ने जलियांवाला बाग नरसंहार (Jallianwala Bagh Massacre) को अंजाम देने वाले जनरल डायर (General O'Dwyer) को उसके देश में घुसकर गोली मारी थी. जलियांवाला बाग नरसंहार में लोगों को गोलियों से भून दिया गया था, जिससे पूरे भारत में आक्रोश का माहौल था.
- ndtv.in
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जलियांवाला बाग का लंदन में लिया था बदला, गोलियों से उड़ा दिया था जरनल डायर को, जानिए कौन थे उधम सिंह
- Saturday April 13, 2019
- Written by: रेणु चौहान
Jallianwala Bagh: पंजाब के सुनाम में जन्मे उधम सिंह को गवर्नव जनरल माइकल डायर (Michael O'Dwyer) की हत्या की वजह से जाने जाते हैं. उधम सिंह ने ही 13 मार्च, 1940 को लंदन के कैक्सटन हॉल में डायर को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था.
- ndtv.in
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जलियांवाला बाग जनसंहार 100वीं बरसी : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अमरिंदर सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित की
- Saturday April 13, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जलियांवाला बाग नरसंहार के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर जलियांवाला बाग स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि स्वतंत्रता की जो कीमत चुकाई गई है उसे भुलाया नहीं जाना चाहिए. राहुल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू सहित कांग्रेस के अन्य नेता भी मौजूद थे. सभी नेताओं ने जलियांवाला बाग के भीतर स्थित स्मारक स्थल पर सुबह श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही 13 अप्रैल, 1919 को बर्बर तरीके से मौत के घाट उतारे गए लोगों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा.
- ndtv.in
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जलियांवाला बाग हत्याकांड : वह जगह, जहां अब भी मौजूद हैं निहत्थों पर बरसाई गई गोलियों के निशां, 10 खास बातें
- Saturday April 13, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
आज जालियांवाला बाग की 100वीं बरसी है. देश जालियांवाला बाग की 100वीं बरसी पर शहीदों को याद कर रहा है. साल 1919 में अमृतसर में हुए इस नरसंहार में हजारों लोग मारे गए थे लेकिन ब्रिटिश सरकार के आंकड़ें में सिर्फ 379 की हत्या दर्ज की गई है. जलियांवाला बाग हत्याकांड ब्रिटिश भारत के इतिहास का काला अध्याय है. आज से 99 साल पहले 13 अप्रैल, 1919 को अंग्रेज अफसर जनरल डायर ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में मौजूद निहत्थी भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलवा दी थीं. इस हत्याकांड में 1,000 से ज़्यादा लोग मारे गए थे, जबकि 1,500 से भी ज़्यादा घायल हुए थे. जिस दिन यह क्रूरतम घटना हुई, उस दिन बैसाखी थी. इसी हत्याकांड के बाद ब्रिटिश हुकूमत के अंत की शुरुआत हुई. इसी के बाद देश को ऊधम सिंह जैसा क्रांतिकारी मिला और भगत सिंह के दिलों में समेत कई युवाओं में देशभक्ति की लहर दौड़ गई. जानिए, जलियांवाला बाग हत्याकांड से जुड़ी 10 खास बातें...
- ndtv.in
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जलियांवाला बाग की 100 वीं बरसी : भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त ने नरसंहार को बताया इतिहास की शर्मनाक घटना
- Saturday April 13, 2019
- एनडीटीवी
ब्रिटिश गुलामी के दौरान हुए जलियांवाला बाग नरसंहार की 100वीं बरसी पर शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आदि नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
- ndtv.in
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पाकिस्तान का दावा - लाहौर संग्रहालय का है कोहिनूर हीरा, जल्द पाकिस्तान को लौटाया जाए
- Friday April 12, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी (Fawad Chaudhry) ने ब्रिटेन से कहा कि वह कोहिनूर हीरा (Kohinoor Diamond) पाकिस्तान को वापस लौटाए.
- ndtv.in
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जलियांवाला बाग हत्याकांड : वह जगह, जहां अब भी मौजूद हैं गोलियों के निशां
- Friday April 13, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
जलियांवाला बाग हत्याकांड ब्रिटिश भारत के इतिहास का काला अध्याय है. आज से 99 साल पहले 13 अप्रैल, 1919 को अंग्रेज अफसर जनरल डायर ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में मौजूद निहत्थी भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलवा दी थीं.
- ndtv.in
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लंदन के मेयर सादिक खान पहुंचे जलियांवाला बाग, कहा-बिट्रिश सरकार को इस नरसंहार के लिए माफी मांगनी चाहिए
- Wednesday December 6, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
लंदन के मेयर सादिक खान ने अमृतसर दौरे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है कि ब्रिटिश सरकार को 1919 में हुए जलियांवाला बाग नरसंहार के लिए माफी मांगनी चाहिए. उ
- ndtv.in
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Jallianwala Bagh Massacre: आज ही के दिन 103 साल पहले हुआ था जलियांवाला बाग हत्याकांड, जानिए क्या हुआ था इस काले दिन
- Wednesday April 13, 2022
- Written by: पूनम मिश्रा
Jallianwala Bagh Massacre: आज से 103 साल पहले पंजाब के अमृतसर में 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था. अंग्रेजी फौज ने निहत्थे और निर्दोष भारतीयों पर करीब 10 मिनट तक गोली बरसाई थीं. इस घटना में हजारों लोगों की जान चली गई थी.
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जलियांवाला बाग नरसंहार के 103 साल हुए पूरे, पीएम मोदी ने पीड़ितों को दी श्रद्धांजलि
- Wednesday April 13, 2022
- Reported by: भाषा, Edited by: पीयूष
पीएम नरेंद्र मोदी ने जलियांवाला बाग नरसंहार के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “1919 में आज ही के दिन जलियांवाला बाग में शहीद होने वाले लोगों को श्रद्धांजलि. उनका अद्वितीय साहस और बलिदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा.”
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जलियांवाला बाग : वह जगह, जहां 102 साल बाद भी मौजूद हैं निहत्थों पर बरसाई गई गोलियों के निशां, जानें 10 खास बातें
- Tuesday April 13, 2021
- Written by: संज्ञा सिंह
Jallianwala Bagh Massacre : आज जालियांवाला बाग की 102वीं बरसी है. देश जालियांवाला बाग की 102वीं बरसी पर शहीदों को याद कर रहा है. साल 1919 में अमृतसर में हुए इस नरसंहार में हजारों लोग मारे गए थे लेकिन ब्रिटिश सरकार के आंकड़ें में सिर्फ 379 की हत्या दर्ज की गई है. जलियांवाला बाग नरसंहार ब्रिटिश भारत के इतिहास का काला अध्याय है.
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Jallianwala Bagh Massacre: जलियांवाला बाग हत्यकांड के बारे में जानिए ये 7 बातें
- Monday April 13, 2020
- Written by: बबिता पंत
Jallianwala Bagh Massacre: जनरल डायर के आदेश पर ब्रिटिश आर्मी ने बिना रुके लगभग 10 मिनट तक गोलियां बरसाईं. इस घटना में करीब 1,650 राउंड फायरिंग हुई थी.
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13 अप्रैल का इतिहास: जलियांवाला बाग की दुखद घटना का साक्षी है आज का दिन
- Monday April 13, 2020
- Reported by: भाषा
Jallianwala Bagh: देश की आजादी के इतिहास में 13 अप्रैल का दिन एक दुखद घटना के साथ दर्ज है. वह वर्ष 1919 का 13 अप्रैल का दिन था, जब जलियांवाला बाग में एक शांतिपूर्ण सभा के लिए जमा हुए हजारों भारतीयों पर अंग्रेज हुक्मरान ने अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं. पंजाब के अमृतसर जिले में ऐतिहासिक स्वर्ण मंदिर के नजदीक जलियांवाला बाग (Jallianwala Bagh) नाम के इस बगीचे में अंग्रेजों की गोलीबारी से घबराई बहुत सी औरतें अपने बच्चों को लेकर जान बचाने के लिए कुएं में कूद गईं.
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Udham Singh Jayanti: 21 साल के इंतजार के बाद उधम सिंह ने जनरल डायर को मारकर लिया था जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला
- Thursday December 26, 2019
- Edited by: अर्चित गुप्ता
स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी एवं क्रांतिकारी उधम सिंह की आज जयंती (Udham Singh Jayanti) है. उधम सिंह का जन्म 26 दिसम्बर 1899 को पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम गांव में हुआ था. सन 1901 में उधम सिंह की माता और 1907 में उनके पिता का निधन हो गया. उधम सिंह (Shaheed Udham Singh) का बचपन का नाम शेर सिंह और उनके भाई का नाम मुक्ता सिंह था जिन्हें अनाथालय में क्रमश: उधम सिंह और साधु सिंह के रूप में नए नाम मिले. उधम सिंह (Sardar Udham Singh) ने जलियांवाला बाग नरसंहार (Jallianwala Bagh Massacre) को अंजाम देने वाले जनरल डायर (General O'Dwyer) को उसके देश में घुसकर गोली मारी थी. जलियांवाला बाग नरसंहार में लोगों को गोलियों से भून दिया गया था, जिससे पूरे भारत में आक्रोश का माहौल था.
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जलियांवाला बाग का लंदन में लिया था बदला, गोलियों से उड़ा दिया था जरनल डायर को, जानिए कौन थे उधम सिंह
- Saturday April 13, 2019
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Jallianwala Bagh: पंजाब के सुनाम में जन्मे उधम सिंह को गवर्नव जनरल माइकल डायर (Michael O'Dwyer) की हत्या की वजह से जाने जाते हैं. उधम सिंह ने ही 13 मार्च, 1940 को लंदन के कैक्सटन हॉल में डायर को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था.
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जलियांवाला बाग जनसंहार 100वीं बरसी : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अमरिंदर सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित की
- Saturday April 13, 2019
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जलियांवाला बाग नरसंहार के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर जलियांवाला बाग स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि स्वतंत्रता की जो कीमत चुकाई गई है उसे भुलाया नहीं जाना चाहिए. राहुल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू सहित कांग्रेस के अन्य नेता भी मौजूद थे. सभी नेताओं ने जलियांवाला बाग के भीतर स्थित स्मारक स्थल पर सुबह श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही 13 अप्रैल, 1919 को बर्बर तरीके से मौत के घाट उतारे गए लोगों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा.
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जलियांवाला बाग हत्याकांड : वह जगह, जहां अब भी मौजूद हैं निहत्थों पर बरसाई गई गोलियों के निशां, 10 खास बातें
- Saturday April 13, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
आज जालियांवाला बाग की 100वीं बरसी है. देश जालियांवाला बाग की 100वीं बरसी पर शहीदों को याद कर रहा है. साल 1919 में अमृतसर में हुए इस नरसंहार में हजारों लोग मारे गए थे लेकिन ब्रिटिश सरकार के आंकड़ें में सिर्फ 379 की हत्या दर्ज की गई है. जलियांवाला बाग हत्याकांड ब्रिटिश भारत के इतिहास का काला अध्याय है. आज से 99 साल पहले 13 अप्रैल, 1919 को अंग्रेज अफसर जनरल डायर ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में मौजूद निहत्थी भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलवा दी थीं. इस हत्याकांड में 1,000 से ज़्यादा लोग मारे गए थे, जबकि 1,500 से भी ज़्यादा घायल हुए थे. जिस दिन यह क्रूरतम घटना हुई, उस दिन बैसाखी थी. इसी हत्याकांड के बाद ब्रिटिश हुकूमत के अंत की शुरुआत हुई. इसी के बाद देश को ऊधम सिंह जैसा क्रांतिकारी मिला और भगत सिंह के दिलों में समेत कई युवाओं में देशभक्ति की लहर दौड़ गई. जानिए, जलियांवाला बाग हत्याकांड से जुड़ी 10 खास बातें...
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जलियांवाला बाग की 100 वीं बरसी : भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त ने नरसंहार को बताया इतिहास की शर्मनाक घटना
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ब्रिटिश गुलामी के दौरान हुए जलियांवाला बाग नरसंहार की 100वीं बरसी पर शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आदि नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
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पाकिस्तान का दावा - लाहौर संग्रहालय का है कोहिनूर हीरा, जल्द पाकिस्तान को लौटाया जाए
- Friday April 12, 2019
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पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी (Fawad Chaudhry) ने ब्रिटेन से कहा कि वह कोहिनूर हीरा (Kohinoor Diamond) पाकिस्तान को वापस लौटाए.
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जलियांवाला बाग हत्याकांड : वह जगह, जहां अब भी मौजूद हैं गोलियों के निशां
- Friday April 13, 2018
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जलियांवाला बाग हत्याकांड ब्रिटिश भारत के इतिहास का काला अध्याय है. आज से 99 साल पहले 13 अप्रैल, 1919 को अंग्रेज अफसर जनरल डायर ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में मौजूद निहत्थी भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलवा दी थीं.
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लंदन के मेयर सादिक खान पहुंचे जलियांवाला बाग, कहा-बिट्रिश सरकार को इस नरसंहार के लिए माफी मांगनी चाहिए
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लंदन के मेयर सादिक खान ने अमृतसर दौरे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है कि ब्रिटिश सरकार को 1919 में हुए जलियांवाला बाग नरसंहार के लिए माफी मांगनी चाहिए. उ
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