सबख़बरेंवेब स्टोरीज़'Hindi literature writer' - 12 न्यूज़ रिजल्ट्स आसान नहीं था अमृता प्रीतम का इमरोज होना, 'मोहब्बत की दुनिया' में हमेशा याद रखी जाएगी ये कहानीBlogs | निशांत मिश्रा |रविवार दिसम्बर 24, 2023 03:10 PM IST इमरोज अब नहीं रहें, उन्होंने अपने पीछे छोड़ दी एक ऐसी अनोखी प्रेम कहानी जो इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गई है. आज करीब 18 साल बाद वह अमृता प्रीतम से शायद फिर मिल पाएं और उनकी प्रसिद्ध कृति 'मैं तैनू फिर मिलांगी' को चरितार्थ कर पाएंगे.हिन्दी के जाने-माने कथाकार सेरा यात्री का निधनIndia | Edited by: ख़बर न्यूज़ डेस्क |शनिवार नवम्बर 18, 2023 12:09 AM IST शुक्रवार को वरिष्ठ साहित्यकार सेरा यात्री (सेवा राम यात्री) नहीं रहे. उन्होंने गाजियाबाद के अपने घर में 91 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली. सेरा यात्री (SR Yatri) ने 32 उपन्यास और 300 से ज्यादा कहानियां लिखीं. इसके अलावा अन्य विधाओं में भी काम करते रहे. वे पिछले कुछ अरसे से बीमार चल रहे थे.Book Review: नक्सल समस्या और संघर्ष की दास्तान है ‘दुड़िया’Literature | Written by: नरेंद्र सैनी |रविवार नवम्बर 13, 2022 07:44 PM IST Book Review: 'पानीपत', 'महानायक' और 'झाड़ाझड़ती' जैसे अहम उपन्यास लिखने वाले मराठी के लोकप्रिय लेखक विश्वास पाटील ने नए उपन्यास के साथ दस्तक दी है.पुस्तक समीक्षाः दलित विमर्श को आगे बढ़ाता संवाद है 'ओमप्रकाश वाल्मीकि का अंतिम संवाद'Literature | एनडीटीवी |बुधवार जुलाई 17, 2019 04:22 PM IST पुस्तक समीक्षाः किताब में समाज, जाति और धर्म से जुड़े अनेक प्रासंगिक सवाल हैं जिनका वाल्मीकि ने तार्किक एवं बेबाक जवाब दिया है. दसअसल, यह किताब मात्र संवाद भर नहीं, साहित्य में दलित विमर्श और समाज में दलितोत्थान के प्रयासों का एक पारदर्शी चेहरा है, जिसमें उनकी कमियां एवं अच्छाइयां सब स्पष्ट हो गई हैं.दलितों-आदिवासियों का एक बड़ा पक्षधर चला गयाBlogs | प्रियदर्शन |मंगलवार मार्च 26, 2019 09:26 PM IST मार्च खत्म होते-होते मौत ने जैसे अपने बही खाते का आखिरी हिसाब वसूल लिया- हिंदी की जानी-मानी लेखक, संपादक और संचयनकर्ता रमणिका गुप्ता को अपने साथ ले गई. पीछे छूट गए हमारी तरह के पेशेवर श्रद्धांजलि लेखक- यह बताने के लिए कि इस साल अर्चना वर्मा, कृष्णा सोबती और नामवर सिंह के बाद हिंदी के साहित्याकाश को हुई चौथी क्षति है और यह जोड़ने के लिए कि 89 को छूती उम्र में रमणिका गुप्ता का निधन शोक का नहीं, एक जीवन की संपूर्णता को महसूस करने का विषय है.कृष्णा सोबती बहुत याद आएगा आपका जादुई व्यक्तित्व और बेबाकपनBlogs | Written by: नरेंद्र सैनी |शुक्रवार जनवरी 25, 2019 11:55 AM IST हिंदी साहित्य (Hindi Literature) में कृष्णा सोबती (Krishna Sobti) एक अलग ही मुकाम रखती थीं और उनका व्यक्तित्व उनकी किताबों जितना ही अनोखा था. 1980 में कृष्णा सोबती को उनकी किताब 'जिंदगीनामा' के लिए साहित्य अकादेमी (Sahitya Akademi Award) से नवाजा गया था तो 2017 में हिंदी साहित्य में उनके योगदान के लिए उन्हें ज्ञानपीठ (Jnanpith) पुरस्कार से सम्मानित किया गया.जब रामधारी सिंह दिनकर ने इस कवि से कहा, तुमने अभी ‘आत्मजयी’ लिख डाली है तो बुढ़ापे में क्या लिखोगे!’Blogs | ओम निश्चल |मंगलवार सितम्बर 19, 2017 01:25 PM IST हिंदी के कवि कुंवर नारायण का आज जन्मदिन है और वे 90 साल के हो गए हैं. उन्होंने हिंदी साहित्य को 'आत्मजयी' जैसी कृति दी, जिसने उन्हें साहित्य जगत में स्थापित करने काम कियानहीं रहे हिंदी कवि अजित कुमार, हार्ट अटैक से हुआ निधनLiterature | Edited by: शिखा शर्मा |बुधवार जुलाई 19, 2017 12:17 PM IST हिंदी के प्रसिद्ध कवि अजित कुमार का फोर्टिस अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 86 वर्ष के थे. स्वास्थ्य समस्याओं के चलते वह कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. अजित कुमार का जन्म उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक जमींदार परिवार में हुआ था. उनकी मां सुमित्रा कुमारी सिन्हा, बहन कीर्ति चौधरी और पत्नी स्नेहमयी चौधरी भी प्रसिद्ध कवयित्री थीं.निर्मल वर्मा (Nirmal Verma) जन्मदिन पर विशेष : 'हमारा बड़प्पन सब कोई देखते हैं, हमारी शर्म केवल हम देख पाते हैं'Literature | Written by: पूजा प्रसाद |सोमवार अप्रैल 3, 2017 02:36 PM IST साहित्यकार निर्मल वर्मा (Nirmal Verma) को पढ़ना ऐसे है मानो आपने उन्हें अपनी उंगली थमा दी है, जिसे पकड़कर वह आपको संवेदनाओं की सुदूर, गहराती दुनिया में लिए चले जा रहे हैं. न तो उंगली छुड़ा पाना आसान, न भाग कर लौट पाना. लेकिन कौन तो मूरख होगा जो निर्मल की लेखनी के दर्द और सुख के खूबसूरत मायाजाल से बाहर निकलना चाहेगा, उंगली झटककर लौटना चाहेगा! आज उनकी बात इसलिए क्योंकि आज 3 अप्रैल को उनका जन्मदिन है.लेखक का कोई धर्म नहीं होता: नासिरा शर्माLiterature | Edited by: अनिता शर्मा |शुक्रवार जनवरी 20, 2017 12:22 PM IST 1948 में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में जन्मीं नासिरा शर्मा उपन्यास 'पारिजात' के लिए साहित्य अकादमी पुस्कार से सम्मानित किया गया. उनकी 10 कहानी संकलन, 6 उपन्यास और 3 निबंध संग्रह प्रकशित हैं. वह हिंदी के अलावा फारसी, अंग्रेजी, उर्दू और पोश्तो भाषाओं पर भी अच्छी पकड़ रखती हैं.और पढ़ें » 'Hindi literature writer' - 1 वेब स्टोरीज़ रिजल्ट्सबॉलीवुड की विमेन राइटर्सSep 24, 2020