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Happy Kiss Day: इश्क के ये 7 सबक सिखा चुके हैं मिर्ज़ा ग़ालिब, Kiss Day पर अपने Valentine का ऐसे जीतें दिल
- Tuesday February 13, 2024
- Edited by: आनंद कश्यप
Happy Kiss Day 2024: वैलेंटाइन्स डे (Valentines Day) के मौके पर शेरों-शायरी (Valentine's Day Shayari) का अपना प्यार इजहार करने के लिए खूब इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि दिन चाहे कोई भी रहे लेकिन शायरी सदाबहार रहती है और प्रेमियों के बीच काफी मशहूर भी रहती है.
- ndtv.in
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जीने की कला सिखाती 'यादगार-ए-ग़ालिब'
- Wednesday January 31, 2024
- हिमांशु जोशी
किताब की भूमिका में ग़ालिब के मान सम्मान के बारे में लिखी पंक्ति 'जमाने के ये तमाम मान सम्मान जियादा से जियादा उस बुढ़िया के जैसी कोशिश थी, जो एक सूत लच्छी लेकर यूसुफ को खरीदने मिस्र के बाजार में आई थी...'
- ndtv.in
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"हमने तो आटा चक्की चलाकर उसे पढ़ाया ये तो..."बेटी के बिहार में 2nd टॉपर बनने पर बोले पिता
- Tuesday March 21, 2023
- Reported by: मनीष कुमार, Written by: पूनम मिश्रा
BSEB 12th Result 2023: बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में गया की कोमल कुमारी ने कॉमर्स स्ट्रीम से बिहार में सेकंड रैंक हासिल किया है. कोमल को इंटर परीक्षा में 94.8 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं.
- ndtv.in
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हुई मुद्दत कि ग़ालिब मर गया, पर याद आता है...
- Tuesday February 15, 2022
- प्रियदर्शन
यह अनायास नहीं है कि पूंजी के कसते शिकंजे के बीच आधुनिकता नाम का जो दोजख हम बना रहे हैं, उसमें ग़ालिब किसी फ़रिश्ते की तरह किसी फ़िरदौस से आते हैं और एक मरहम, एक फ़ाहा हमारी ज़ख़्मी रूहों पर लगा जाते हैं. वे एक पीछे छूट रहे हिंदुस्तान की ख़ुशबू हैं जिन्हें बचाए रखना ज़रूरी है.
- ndtv.in
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मिर्जा गालिब ने ग्यारह साल की उम्र में लिखनी शुरू कर दी थी शायरी, जन्मदिन पर जानें 6 बड़ी बातें
- Tuesday December 27, 2022
- Written by: ख़बर न्यूज़ डेस्क
Mirza Ghalib Birthday: मिर्जा गालिब (Mirza Ghalib) ना सिर्फ हिन्दुस्तान बल्कि पूरे दुनिया के एक ऐसे लोकप्रिय शायर हैं जिनका रुतबा बहुत ऊंचा है. मिर्जा गालिब का जन्म 27 दिसंबर 1797 में हुआ था. गालिब की शेरो-शायरी का जिक्र लोग रोजमर्रा की जिंदगी में और बोलचाल की भाषा में करते हैं जो गालिब (Mirza Ghalib Birth Anniversary) को हर दिल अजीज बनाता है.
- ndtv.in
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Romantic Shayari: इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बेहद, अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता... वैलेंटाइंस डे पर कम शब्दों में कहें दिल की बात
- Friday February 14, 2020
- Written by: नरेंद्र सैनी
Romantic Shayari: मिर्जा गालिब (Mirza Ghalib) की इश्किया शायरी का इस्तेमाल तो हर प्यार करने वाले ने अपनी जिंदगी में कभी न कभी किया ही होगा क्योंकि कम शब्दों में मारक बात कहना मिर्ज़ा की आदत थी और वे अपनी असल जिंदगी में भी बहुत ही प्यारी शख्सियत थे. वैलेंटाइंस डे के मौके पर उर्दू के बाकी शायर जैसे बशीर बद्र, अकबर इलाहाबादी और जौन एलिया की शायरी का भी खूब इस्तेमाल होता है.
- ndtv.in
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Happy Kiss Day: मिर्ज़ा ग़ालिब ने सिखाए इश्क के यह 7 सबक, Kiss Day पर अपने Valentine का यूं जीतें दिल
- Thursday February 13, 2020
- Written by: नरेंद्र सैनी
Happy Kiss Day 2020: वैलेंटाइन वीक (Valentine Week) शुरू हो चुका है. 13 फरवरी को किस डे (Kiss Day 13 February) है. वैलेंटाइन्स डे (Valentine's Day 14 February) से पहले का हर दिन इश्क के इजहार का दिन होता है. पढ़ें इश्किया शायरी...
- ndtv.in
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Mirza Ghalib के जन्मदिन पर शशि थरूर हुए शायराना तो गौतम गंभीर बोले- 'अंदाज-ए-बयां थरूर का...'
- Friday December 27, 2019
- एनडीटीवी
उर्दू (Urdu) के महान शायर रहे मिर्ज़ा ग़ालिब (Mirza Ghalib) का जन्म 27 दिसंबर, 1797 को हुआ था. शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने शायराना ट्वीट किया, जिस पर पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी नेता गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने चुटकी ली.
- ndtv.in
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महान शायर Mirza Ghalib के 10 शेर, जिनके बिना जिंदगी है अधूरी
- Friday December 27, 2019
- Written by: नंदन सिंह
Mirza Ghalib Shayar: उर्दू के महान शायर मिर्ज़ा ग़ालिब (Mirza Ghalib Quotes) का जन्म 27 दिसंबर, 1797 को हुआ था और उनका निधन 15 फरवरी, 1869 को हुआ.
- ndtv.in
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Mirza Ghalib Birth Anniversary: हर दिल अजीज शायर हैं मिर्जा गालिब, जानिए उनके बारे में 6 बातें
- Friday December 27, 2019
- Written by: सुबोध आनंद गार्ग्य
मिर्जा गालिब न सिर्फ हिंदुस्तान बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप के एक ऐसे लोकप्रिय शायर हैं जिनका रुतबा बहुत ऊंचा है. गालिब की शेरो-शायरी का जिक्र लोग रोजमर्रा की जिंदगी में और बोलचाल की भाषा में करते हैं जो गालिब को हर दिल अजीज बनाता है. गालिब या मिर्जा असदुल्लाह बेग खान का जन्म 27 दिसंबर 1797 को आगरा उत्तर प्रदेश में हुआ था. गालिब के पिता का नाम मिर्जा अबदुल्ला बेग और माता का नाम इज्जत-उत-निसा बेगम था. गालिब सिर्फ 5 साल के थे जब उनके पिता की मृत्यु हो गई.
- ndtv.in
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संडे स्पेशलः 'चिराग़-ए-दैर' हिंदुस्तान के 'काबा' में मिर्ज़ा ग़ालिब
- Sunday September 22, 2019
- Reported by: शहादत
सआदत हसन मंटो ने जब फिल्म ‘मिर्ज़ा ग़ालिब’ की कहानी लिखी थी तो फिल्मी ज़रूरत के लिए एक गाने वाली का किरदार उसमें शामिल कर दिया था, जिसने हिरोइन की कमी पूरी की. मंटो ने मिर्ज़ा ग़ालिब के एक ख़त में लिखे दो-तीन जुमलों की बुनियाद पर ये किरदार गढ़ा था. यही वो राई थी जिसे पर्वत बना दिया गया.
- ndtv.in
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शशि थरूर ने ग़ालिब के नाम से साझा की गलत शायरी, तो जावेद अख़्तर बोले- जिसने भी आपको ये...
- Monday July 22, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
कांग्रेस नेता शशि थरूर को अंग्रेज़ी ज़बान के भारी भरकम शब्दों का इस्तेमाल करने में महारत हासिल है, लेकिन उर्दू शायरी के मैदान में उन्होंने क़दम रखने की कोशिश की तो लड़खड़ा गए. दरअसल, थरूर ने ट्विटर पर तीन शेर लिखे और इसे मिर्ज़ा ग़ालिब का बताया, लेकिन ये शेर ग़ालिब के थे ही नहीं.
- ndtv.in
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राज्यसभा की कार्यवाही से हटाएं शेर, वरना ग़ालिब के नहीं उड़ेंगे पुर्जे, प्रधानमंत्री पर उठेंगे सवाल
- Friday June 28, 2019
- प्रियदर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए राज्यसभा में जो भाषण दिया, वह अब राज्यसभा के रिकॉर्ड का हिस्सा हो चुका है. इस रिकॉर्ड में प्रधानमंत्री के सौजन्य से ग़ालिब के नाम एक ऐसा शेर दर्ज है जो ग़ालिब का नहीं है. दरअसल यह क़ायदे से शेर भी नहीं है. शेर का अपना एक अनुशासन होता है जिससे शायरी की दुनिया से सामान्य परिचय रखने वाले लोग भी मोटे तौर पर परिचित होते हैं.
- ndtv.in
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जब PM मोदी ने राज्यसभा में गालिब का शेर पढ़ कसा कांग्रेस पर तंज, बोले- 'ताउम्र ग़ालिब ये भूल करता रहा...'
- Wednesday June 26, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
पीएम मोदी ने कहा, '' 'सबका साथ और सबका विकास' इस मंत्र को लेकर के हम चले थे, लेकिन 5 साल के अखंड एक निष्ठ पुरुषार्थ ने जनता जनार्दन ने इसमें एक अमृत भर दिया. वह अमृत है सबका विश्वास. सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास यह अमृत 5 साल के हमारे कार्यकलाप से देश की जनता ने अमृतरूपी ने जोड़ा है, लेकिन हमारे आजाद साहब को धुंधला नजर आ रहा है.''
- ndtv.in
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15 February in History: मशहूर उर्दू शायर मिर्जा गालिब का हुआ था निधन, आज दुनिया को मिला था पहला Teddy bear
- Friday February 15, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
15 February in History: 5 फरवरी 1903 को मॉरिस मिख्टॉम ने जब अपने हाथ से बनाए गोल मटोल भोले से दिखने वाले भालू की शक्ल के दो साफ्ट टॉय बाजार में उतारे तो इन्हें टैडी बियर का नाम दिया. यह टैडी बियर से दुनिया की पहली मुलाकात थी.
- ndtv.in
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Happy Kiss Day: इश्क के ये 7 सबक सिखा चुके हैं मिर्ज़ा ग़ालिब, Kiss Day पर अपने Valentine का ऐसे जीतें दिल
- Tuesday February 13, 2024
- Edited by: आनंद कश्यप
Happy Kiss Day 2024: वैलेंटाइन्स डे (Valentines Day) के मौके पर शेरों-शायरी (Valentine's Day Shayari) का अपना प्यार इजहार करने के लिए खूब इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि दिन चाहे कोई भी रहे लेकिन शायरी सदाबहार रहती है और प्रेमियों के बीच काफी मशहूर भी रहती है.
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जीने की कला सिखाती 'यादगार-ए-ग़ालिब'
- Wednesday January 31, 2024
- हिमांशु जोशी
किताब की भूमिका में ग़ालिब के मान सम्मान के बारे में लिखी पंक्ति 'जमाने के ये तमाम मान सम्मान जियादा से जियादा उस बुढ़िया के जैसी कोशिश थी, जो एक सूत लच्छी लेकर यूसुफ को खरीदने मिस्र के बाजार में आई थी...'
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"हमने तो आटा चक्की चलाकर उसे पढ़ाया ये तो..."बेटी के बिहार में 2nd टॉपर बनने पर बोले पिता
- Tuesday March 21, 2023
- Reported by: मनीष कुमार, Written by: पूनम मिश्रा
BSEB 12th Result 2023: बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में गया की कोमल कुमारी ने कॉमर्स स्ट्रीम से बिहार में सेकंड रैंक हासिल किया है. कोमल को इंटर परीक्षा में 94.8 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं.
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हुई मुद्दत कि ग़ालिब मर गया, पर याद आता है...
- Tuesday February 15, 2022
- प्रियदर्शन
यह अनायास नहीं है कि पूंजी के कसते शिकंजे के बीच आधुनिकता नाम का जो दोजख हम बना रहे हैं, उसमें ग़ालिब किसी फ़रिश्ते की तरह किसी फ़िरदौस से आते हैं और एक मरहम, एक फ़ाहा हमारी ज़ख़्मी रूहों पर लगा जाते हैं. वे एक पीछे छूट रहे हिंदुस्तान की ख़ुशबू हैं जिन्हें बचाए रखना ज़रूरी है.
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मिर्जा गालिब ने ग्यारह साल की उम्र में लिखनी शुरू कर दी थी शायरी, जन्मदिन पर जानें 6 बड़ी बातें
- Tuesday December 27, 2022
- Written by: ख़बर न्यूज़ डेस्क
Mirza Ghalib Birthday: मिर्जा गालिब (Mirza Ghalib) ना सिर्फ हिन्दुस्तान बल्कि पूरे दुनिया के एक ऐसे लोकप्रिय शायर हैं जिनका रुतबा बहुत ऊंचा है. मिर्जा गालिब का जन्म 27 दिसंबर 1797 में हुआ था. गालिब की शेरो-शायरी का जिक्र लोग रोजमर्रा की जिंदगी में और बोलचाल की भाषा में करते हैं जो गालिब (Mirza Ghalib Birth Anniversary) को हर दिल अजीज बनाता है.
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Romantic Shayari: इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बेहद, अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता... वैलेंटाइंस डे पर कम शब्दों में कहें दिल की बात
- Friday February 14, 2020
- Written by: नरेंद्र सैनी
Romantic Shayari: मिर्जा गालिब (Mirza Ghalib) की इश्किया शायरी का इस्तेमाल तो हर प्यार करने वाले ने अपनी जिंदगी में कभी न कभी किया ही होगा क्योंकि कम शब्दों में मारक बात कहना मिर्ज़ा की आदत थी और वे अपनी असल जिंदगी में भी बहुत ही प्यारी शख्सियत थे. वैलेंटाइंस डे के मौके पर उर्दू के बाकी शायर जैसे बशीर बद्र, अकबर इलाहाबादी और जौन एलिया की शायरी का भी खूब इस्तेमाल होता है.
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Happy Kiss Day: मिर्ज़ा ग़ालिब ने सिखाए इश्क के यह 7 सबक, Kiss Day पर अपने Valentine का यूं जीतें दिल
- Thursday February 13, 2020
- Written by: नरेंद्र सैनी
Happy Kiss Day 2020: वैलेंटाइन वीक (Valentine Week) शुरू हो चुका है. 13 फरवरी को किस डे (Kiss Day 13 February) है. वैलेंटाइन्स डे (Valentine's Day 14 February) से पहले का हर दिन इश्क के इजहार का दिन होता है. पढ़ें इश्किया शायरी...
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Mirza Ghalib के जन्मदिन पर शशि थरूर हुए शायराना तो गौतम गंभीर बोले- 'अंदाज-ए-बयां थरूर का...'
- Friday December 27, 2019
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उर्दू (Urdu) के महान शायर रहे मिर्ज़ा ग़ालिब (Mirza Ghalib) का जन्म 27 दिसंबर, 1797 को हुआ था. शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने शायराना ट्वीट किया, जिस पर पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी नेता गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने चुटकी ली.
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महान शायर Mirza Ghalib के 10 शेर, जिनके बिना जिंदगी है अधूरी
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- Written by: नंदन सिंह
Mirza Ghalib Shayar: उर्दू के महान शायर मिर्ज़ा ग़ालिब (Mirza Ghalib Quotes) का जन्म 27 दिसंबर, 1797 को हुआ था और उनका निधन 15 फरवरी, 1869 को हुआ.
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Mirza Ghalib Birth Anniversary: हर दिल अजीज शायर हैं मिर्जा गालिब, जानिए उनके बारे में 6 बातें
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- Written by: सुबोध आनंद गार्ग्य
मिर्जा गालिब न सिर्फ हिंदुस्तान बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप के एक ऐसे लोकप्रिय शायर हैं जिनका रुतबा बहुत ऊंचा है. गालिब की शेरो-शायरी का जिक्र लोग रोजमर्रा की जिंदगी में और बोलचाल की भाषा में करते हैं जो गालिब को हर दिल अजीज बनाता है. गालिब या मिर्जा असदुल्लाह बेग खान का जन्म 27 दिसंबर 1797 को आगरा उत्तर प्रदेश में हुआ था. गालिब के पिता का नाम मिर्जा अबदुल्ला बेग और माता का नाम इज्जत-उत-निसा बेगम था. गालिब सिर्फ 5 साल के थे जब उनके पिता की मृत्यु हो गई.
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संडे स्पेशलः 'चिराग़-ए-दैर' हिंदुस्तान के 'काबा' में मिर्ज़ा ग़ालिब
- Sunday September 22, 2019
- Reported by: शहादत
सआदत हसन मंटो ने जब फिल्म ‘मिर्ज़ा ग़ालिब’ की कहानी लिखी थी तो फिल्मी ज़रूरत के लिए एक गाने वाली का किरदार उसमें शामिल कर दिया था, जिसने हिरोइन की कमी पूरी की. मंटो ने मिर्ज़ा ग़ालिब के एक ख़त में लिखे दो-तीन जुमलों की बुनियाद पर ये किरदार गढ़ा था. यही वो राई थी जिसे पर्वत बना दिया गया.
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शशि थरूर ने ग़ालिब के नाम से साझा की गलत शायरी, तो जावेद अख़्तर बोले- जिसने भी आपको ये...
- Monday July 22, 2019
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कांग्रेस नेता शशि थरूर को अंग्रेज़ी ज़बान के भारी भरकम शब्दों का इस्तेमाल करने में महारत हासिल है, लेकिन उर्दू शायरी के मैदान में उन्होंने क़दम रखने की कोशिश की तो लड़खड़ा गए. दरअसल, थरूर ने ट्विटर पर तीन शेर लिखे और इसे मिर्ज़ा ग़ालिब का बताया, लेकिन ये शेर ग़ालिब के थे ही नहीं.
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राज्यसभा की कार्यवाही से हटाएं शेर, वरना ग़ालिब के नहीं उड़ेंगे पुर्जे, प्रधानमंत्री पर उठेंगे सवाल
- Friday June 28, 2019
- प्रियदर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए राज्यसभा में जो भाषण दिया, वह अब राज्यसभा के रिकॉर्ड का हिस्सा हो चुका है. इस रिकॉर्ड में प्रधानमंत्री के सौजन्य से ग़ालिब के नाम एक ऐसा शेर दर्ज है जो ग़ालिब का नहीं है. दरअसल यह क़ायदे से शेर भी नहीं है. शेर का अपना एक अनुशासन होता है जिससे शायरी की दुनिया से सामान्य परिचय रखने वाले लोग भी मोटे तौर पर परिचित होते हैं.
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जब PM मोदी ने राज्यसभा में गालिब का शेर पढ़ कसा कांग्रेस पर तंज, बोले- 'ताउम्र ग़ालिब ये भूल करता रहा...'
- Wednesday June 26, 2019
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पीएम मोदी ने कहा, '' 'सबका साथ और सबका विकास' इस मंत्र को लेकर के हम चले थे, लेकिन 5 साल के अखंड एक निष्ठ पुरुषार्थ ने जनता जनार्दन ने इसमें एक अमृत भर दिया. वह अमृत है सबका विश्वास. सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास यह अमृत 5 साल के हमारे कार्यकलाप से देश की जनता ने अमृतरूपी ने जोड़ा है, लेकिन हमारे आजाद साहब को धुंधला नजर आ रहा है.''
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15 February in History: मशहूर उर्दू शायर मिर्जा गालिब का हुआ था निधन, आज दुनिया को मिला था पहला Teddy bear
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15 February in History: 5 फरवरी 1903 को मॉरिस मिख्टॉम ने जब अपने हाथ से बनाए गोल मटोल भोले से दिखने वाले भालू की शक्ल के दो साफ्ट टॉय बाजार में उतारे तो इन्हें टैडी बियर का नाम दिया. यह टैडी बियर से दुनिया की पहली मुलाकात थी.
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