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अब हाथरस सत्संग में मौत का वही मंजर, आखिर रुकती क्यों नहीं है ये भगदड़?
- Tuesday July 2, 2024
- Written by: राजेश कुमार आर्य
हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को भोले बाबा का सत्संग चल रहा था.सत्संग खत्म होने के बाद लोग वहां से निकलने लगे. इस दौरान अचानक वहां भगदड़ मच गई.इसमें महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचल गए.प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
- ndtv.in
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यूट्यूबर्स को इस पंडाल में नहीं होगी जाने की इजाजत, नो एंट्री का नोटिस वायरल
- Thursday October 19, 2023
- Written by: शालिनी सेंगर
सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स की मौजूदगी की वजह से शानदार पूजा पंडाल अक्सर वायरल हो जाते हैं, लेकिन शायद इस साल ऐसा न हो, क्योंकि कोलकाता के कुछ पूजा पंडालों में यूट्यूबर्स की एंट्री पर रोक लगा दी गई है.
- ndtv.in
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एएसआई का प्रस्ताव, ताजमहल के भीतर तीन-चार घंटे से ज़्यादा किसी को न रुकने दें
- Tuesday August 23, 2016
- Translated by: विवेक रस्तोगी
सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह पूछे जाने पर कि ताज के भीतर पर्यटकों की संख्या को कैसे काबू में रखा जा सकेगा, तो अधिवक्ता ने कहा कि चूंकि ताजमहल के भीतर एक ही वक्त पर बहुत ज़्यादा लोग मौजूद रहते हैं, सो, उसके इलाज के रूप में हर पर्यटक के रुकने की अवधि को सीमित किए जाने पर विचार किया जा रहा है.
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अब हाथरस सत्संग में मौत का वही मंजर, आखिर रुकती क्यों नहीं है ये भगदड़?
- Tuesday July 2, 2024
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हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को भोले बाबा का सत्संग चल रहा था.सत्संग खत्म होने के बाद लोग वहां से निकलने लगे. इस दौरान अचानक वहां भगदड़ मच गई.इसमें महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचल गए.प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
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यूट्यूबर्स को इस पंडाल में नहीं होगी जाने की इजाजत, नो एंट्री का नोटिस वायरल
- Thursday October 19, 2023
- Written by: शालिनी सेंगर
सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स की मौजूदगी की वजह से शानदार पूजा पंडाल अक्सर वायरल हो जाते हैं, लेकिन शायद इस साल ऐसा न हो, क्योंकि कोलकाता के कुछ पूजा पंडालों में यूट्यूबर्स की एंट्री पर रोक लगा दी गई है.
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एएसआई का प्रस्ताव, ताजमहल के भीतर तीन-चार घंटे से ज़्यादा किसी को न रुकने दें
- Tuesday August 23, 2016
- Translated by: विवेक रस्तोगी
सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह पूछे जाने पर कि ताज के भीतर पर्यटकों की संख्या को कैसे काबू में रखा जा सकेगा, तो अधिवक्ता ने कहा कि चूंकि ताजमहल के भीतर एक ही वक्त पर बहुत ज़्यादा लोग मौजूद रहते हैं, सो, उसके इलाज के रूप में हर पर्यटक के रुकने की अवधि को सीमित किए जाने पर विचार किया जा रहा है.
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