China Tibet Dam
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जिद पर अड़ा है चीन! तिब्बत के भूकंप ने ब्रह्मपुत्र पर चीन के सबसे बड़े बांध को लेकर रेड अलर्ट दे दिया है
- Wednesday January 8, 2025
चीन ने इस बांध का निर्माण हिमालय के जिस इलाके में करने की घोषणा की है, वहां ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करने से पहले एक तीव्र यू-टर्न लेती है.ऐसे में वहां पानी के प्रवाह को किसी तरह से मोड़ने का परिणाम प्रतिकूल हो सकता है.
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"तिब्बत के चीनी बांध का मुकाबला करेगा सियांग बांध": NDTV से अरुणाचल के उपमुख्यमंत्री
- Monday January 6, 2025
Siang Dam Will Counter Chinese Dam In Tibet: असम सरकार पूरी तरह से इस राय पर कायम है. हालांकि, वो लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहती है. जानिए NDTV से क्या बोले अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चौना मेन...
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Explainer: चीन ने बनाया इतना बड़ा बांध कि पृथ्वी की धुरी पर घूमने की गति घट गई!
- Friday January 3, 2025
तेजी से विकास की हमारी होड़ अक्सर हमें एक ऐसी अंधाधुंध दौड़ में धकेल देती है जिसका शुरुआती लाभ तो हमें काफ़ी दिखता है लेकिन दूरगामी नतीजों को हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं. विकास का ऐसा ही एक मानक हम बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स को मानते हैं जो हमें बिजली, पानी दोनों मुहैया कराते हैं लेकिन कई बार पर्यावरण पर पड़ने वाले उसके विपरीत असर बाद में हमें पछताने को मजबूर कर देते हैं.पर्यावरण की भारी क़ीमत पर ऐसे बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट तैयार करने में चीन सबसे आगे निकल गया है जिसने दुनिया का सबसे बड़ा थ्री गॉर्जेस बांध (Three Gorges dam) बनाया है. यह बांध इतना बड़ा है कि इसने धरती के अपनी धुरी पर घूमने की रफ़्तार को भी कुछ कम कर दिया है.
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चीन ने दुनिया की सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना को दी मंजूरी, क्यों बताया जा रहा है इसे वाटर बम
- Friday December 27, 2024
चीन ने स्वायत्तशासी क्षेत्र तिब्बत में एक पनबिजली परियोजना को मंजूरी दी है. इसे दुनिया की सबसे ऊंची पनबिजली परियोजना बताया जा रहा है. इससे सालाना 30 करोड़ मेगावाट बिजली पैदा की जाएगी. इस परियोजना पर भारत की आपत्ति है. आइए जानते हैं कि इससे क्या हो सकता है नुकसान.
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ब्रह्मपुत्र पर चीन के 'सुपर डैम' को बेअसर करेगा सियांग रिवर बैराज प्लान, अरुणाचल CM पेमा खांडू ने बताया ये क्यों जरूरी?
- Thursday September 7, 2023
चीन ने 2060 तक कार्बन न्यूट्रलिटी का टागरेट हासिल करने के लिए तिब्बत में हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है. यरलुंग त्संगपो नदी पर बनने वाला 60 गीगावाट की क्षमता वाला नया बांध आकार और क्षमता दोनों में चीन के उस थ्री गॉर्जेस बांध (Three Gorges Dam) को पीछे छोड़ देगा, जो इस समय दुनिया का सबसे बड़ा हाइड्रो इलेक्ट्रिक ग्रेविटी डैम है.
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तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाने की चीन की योजना पर पिघलते ग्लेशियर से खतरा : खबर
- Thursday April 29, 2021
2018 में पिघलते ग्लेशियर के कारण हुए एक भूस्खलन से मिलिन काउंटी में सेडोंगपू बेसिन के पास यारलुंग सेंगपो (ब्रह्मपुत्र नदी की ऊपरी धारा) बाधित हो गई थी.
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तिगुनी बिजली उत्पादन के लिए तिब्बत में बड़ा डैम बनाने का 'चीनी प्लान', भारत के लिए बड़ा खतरा
- Sunday April 11, 2021
तिब्बत के मेडोग काउंटी में प्रस्तावित यह परियोजना मध्य चीन में यांग्त्ज़ी नदी पर बने रिकॉर्ड-ब्रेकिंग थ्री जॉर्जेज डैम को बौना कर सकता है और हर साल 300 बिलियन किलोवाट बिजली का उत्पादन करने में सक्षम हो सकता है. इस मेगा प्रोजेक्ट का उल्लेख चीन की रणनीतिक 14वीं पंचवर्षीय योजना में किया गया है.
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भारत के साथ नदी जल बांटने की खबरों को चीन ने तवज्जो नहीं दी
- Monday October 10, 2016
- Bhasha
भारत के साथ ब्रह्मपुत्र नदी का जल बांटने को लेकर एक तंत्र का विचार देने वाली अपनी आधिकारिक मीडिया की खबरों को कम तवज्जो देते हुए चीन ने सोमवार को कहा कि नदी प्रवाह के आंकड़े को साझा करने के लिए बीजिंग और नई दिल्ली के बीच प्रभावी सहयोग है और यह इसे जारी रखना चाहता है.
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तिब्बत में बांधों से भारत की ओर जल प्रवाह प्रभावित नहीं होगा : चीन
- Saturday March 12, 2016
- Bhasha
तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बांधों के निर्माण को लेकर भारत की चिंताओं के बीच चीन ने शुक्रवार को कहा कि इन परियोजनाओं को वैज्ञानिक रूप से तैयार किया गया है ताकि निचले इलाकों में जल प्रवाह प्रभावित नहीं होना सुनिश्चित हो सके।
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तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर 9700 करोड़ में बना चीन का बांध हुआ चालू
- Tuesday October 13, 2015
- Reported by Bhasha
तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बनी चीन की सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना - जम हाइड्रोपावर स्टेशन मंगलवार को चालू हो गई। डेढ़ अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 9764 करोड़ रुपये) की इस परियोजना से जल आपूर्ति में व्यवधान उत्पन्न होने की आशंका पर भारत चिंता जता चुका है।
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जिद पर अड़ा है चीन! तिब्बत के भूकंप ने ब्रह्मपुत्र पर चीन के सबसे बड़े बांध को लेकर रेड अलर्ट दे दिया है
- Wednesday January 8, 2025
चीन ने इस बांध का निर्माण हिमालय के जिस इलाके में करने की घोषणा की है, वहां ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करने से पहले एक तीव्र यू-टर्न लेती है.ऐसे में वहां पानी के प्रवाह को किसी तरह से मोड़ने का परिणाम प्रतिकूल हो सकता है.
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"तिब्बत के चीनी बांध का मुकाबला करेगा सियांग बांध": NDTV से अरुणाचल के उपमुख्यमंत्री
- Monday January 6, 2025
Siang Dam Will Counter Chinese Dam In Tibet: असम सरकार पूरी तरह से इस राय पर कायम है. हालांकि, वो लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहती है. जानिए NDTV से क्या बोले अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चौना मेन...
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Explainer: चीन ने बनाया इतना बड़ा बांध कि पृथ्वी की धुरी पर घूमने की गति घट गई!
- Friday January 3, 2025
तेजी से विकास की हमारी होड़ अक्सर हमें एक ऐसी अंधाधुंध दौड़ में धकेल देती है जिसका शुरुआती लाभ तो हमें काफ़ी दिखता है लेकिन दूरगामी नतीजों को हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं. विकास का ऐसा ही एक मानक हम बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स को मानते हैं जो हमें बिजली, पानी दोनों मुहैया कराते हैं लेकिन कई बार पर्यावरण पर पड़ने वाले उसके विपरीत असर बाद में हमें पछताने को मजबूर कर देते हैं.पर्यावरण की भारी क़ीमत पर ऐसे बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट तैयार करने में चीन सबसे आगे निकल गया है जिसने दुनिया का सबसे बड़ा थ्री गॉर्जेस बांध (Three Gorges dam) बनाया है. यह बांध इतना बड़ा है कि इसने धरती के अपनी धुरी पर घूमने की रफ़्तार को भी कुछ कम कर दिया है.
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चीन ने दुनिया की सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना को दी मंजूरी, क्यों बताया जा रहा है इसे वाटर बम
- Friday December 27, 2024
चीन ने स्वायत्तशासी क्षेत्र तिब्बत में एक पनबिजली परियोजना को मंजूरी दी है. इसे दुनिया की सबसे ऊंची पनबिजली परियोजना बताया जा रहा है. इससे सालाना 30 करोड़ मेगावाट बिजली पैदा की जाएगी. इस परियोजना पर भारत की आपत्ति है. आइए जानते हैं कि इससे क्या हो सकता है नुकसान.
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ब्रह्मपुत्र पर चीन के 'सुपर डैम' को बेअसर करेगा सियांग रिवर बैराज प्लान, अरुणाचल CM पेमा खांडू ने बताया ये क्यों जरूरी?
- Thursday September 7, 2023
चीन ने 2060 तक कार्बन न्यूट्रलिटी का टागरेट हासिल करने के लिए तिब्बत में हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है. यरलुंग त्संगपो नदी पर बनने वाला 60 गीगावाट की क्षमता वाला नया बांध आकार और क्षमता दोनों में चीन के उस थ्री गॉर्जेस बांध (Three Gorges Dam) को पीछे छोड़ देगा, जो इस समय दुनिया का सबसे बड़ा हाइड्रो इलेक्ट्रिक ग्रेविटी डैम है.
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तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाने की चीन की योजना पर पिघलते ग्लेशियर से खतरा : खबर
- Thursday April 29, 2021
2018 में पिघलते ग्लेशियर के कारण हुए एक भूस्खलन से मिलिन काउंटी में सेडोंगपू बेसिन के पास यारलुंग सेंगपो (ब्रह्मपुत्र नदी की ऊपरी धारा) बाधित हो गई थी.
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तिगुनी बिजली उत्पादन के लिए तिब्बत में बड़ा डैम बनाने का 'चीनी प्लान', भारत के लिए बड़ा खतरा
- Sunday April 11, 2021
तिब्बत के मेडोग काउंटी में प्रस्तावित यह परियोजना मध्य चीन में यांग्त्ज़ी नदी पर बने रिकॉर्ड-ब्रेकिंग थ्री जॉर्जेज डैम को बौना कर सकता है और हर साल 300 बिलियन किलोवाट बिजली का उत्पादन करने में सक्षम हो सकता है. इस मेगा प्रोजेक्ट का उल्लेख चीन की रणनीतिक 14वीं पंचवर्षीय योजना में किया गया है.
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भारत के साथ नदी जल बांटने की खबरों को चीन ने तवज्जो नहीं दी
- Monday October 10, 2016
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भारत के साथ ब्रह्मपुत्र नदी का जल बांटने को लेकर एक तंत्र का विचार देने वाली अपनी आधिकारिक मीडिया की खबरों को कम तवज्जो देते हुए चीन ने सोमवार को कहा कि नदी प्रवाह के आंकड़े को साझा करने के लिए बीजिंग और नई दिल्ली के बीच प्रभावी सहयोग है और यह इसे जारी रखना चाहता है.
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तिब्बत में बांधों से भारत की ओर जल प्रवाह प्रभावित नहीं होगा : चीन
- Saturday March 12, 2016
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तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बांधों के निर्माण को लेकर भारत की चिंताओं के बीच चीन ने शुक्रवार को कहा कि इन परियोजनाओं को वैज्ञानिक रूप से तैयार किया गया है ताकि निचले इलाकों में जल प्रवाह प्रभावित नहीं होना सुनिश्चित हो सके।
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तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर 9700 करोड़ में बना चीन का बांध हुआ चालू
- Tuesday October 13, 2015
- Reported by Bhasha
तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बनी चीन की सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना - जम हाइड्रोपावर स्टेशन मंगलवार को चालू हो गई। डेढ़ अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 9764 करोड़ रुपये) की इस परियोजना से जल आपूर्ति में व्यवधान उत्पन्न होने की आशंका पर भारत चिंता जता चुका है।
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