यह तो सब जानते हैं कि जिमनास्ट दीपा कर्मकार ने इतिहास रचा है लेकिन उनकी यह उपलब्धी क्यों खास है, यह बहुत कम लोग जानते हैं। दीपा ने प्रॉडुनोवा वॉल्ट को जब सफलतापूर्वक किया तो वो ऐसा करने वाली कुछ चुनिंदा महिला खिलाड़ियों में शामिल हुईं। अब तक महज़ पांच महिलाएं ही इसे सफलतापूर्वक कर पाई हैं। 1980 मॉस्को ओलिंपिक्स में चो यॉन्ग सिल ने हैन्डस्प्रिंग डबल फ्रंट किया। यह पहली बार था जब किसी ने इस इवेंट को करने की कोशिश की थी, हालांकि वह इसमें सफल नहीं हो पाईं थी।
फिर करीब 20 सालों तक कोई महिला इसे सफलतापूर्वक नहीं कर पाई और फिर आईं रूस की येलेना प्रोडुनोवा जिनके नाम पर इस इवेंट को नाम दिया गया। 1999 में येलेना प्रोडुनोवा ने सफल तरीके से पूरा वॉल्ट किया और इसके बाद काफी कोशिशों के बाद ऐसा करने वाली अगली खिलाड़ी 2012 में डॉमिनिक रिपब्लिक की यामिलेट पिन्या बनी। उनके अलावा इजिप्ट की फ़द्वा महमूद और उज़बेकिस्तान की ओक्साना चुज़ोवितिना ने भी इसे पूरा किया और दीपा कर्मकार का इस मुश्किल वॉल्ट को सफ़लतापूर्वक कर पाना अपने आप में एक चमत्कार है।
फिर करीब 20 सालों तक कोई महिला इसे सफलतापूर्वक नहीं कर पाई और फिर आईं रूस की येलेना प्रोडुनोवा जिनके नाम पर इस इवेंट को नाम दिया गया। 1999 में येलेना प्रोडुनोवा ने सफल तरीके से पूरा वॉल्ट किया और इसके बाद काफी कोशिशों के बाद ऐसा करने वाली अगली खिलाड़ी 2012 में डॉमिनिक रिपब्लिक की यामिलेट पिन्या बनी। उनके अलावा इजिप्ट की फ़द्वा महमूद और उज़बेकिस्तान की ओक्साना चुज़ोवितिना ने भी इसे पूरा किया और दीपा कर्मकार का इस मुश्किल वॉल्ट को सफ़लतापूर्वक कर पाना अपने आप में एक चमत्कार है।
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