सेना को छोड़ने की बात कहने वाले शीर्ष निशानेबाज और ओलिंपिक रजत पदक विजेता विजय कुमार को अब पदोन्नति और 30 लाख रुपये तक का नकद पुरस्कार देने के बारे में सोचा जा रहा है।
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नई दिल्ली:
सेना को छोड़ने की बात कहने वाले शीर्ष निशानेबाज और ओलिंपिक रजत पदक विजेता विजय कुमार को अब पदोन्नति और 30 लाख रुपये तक का नकद पुरस्कार देने के बारे में सोचा जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि सेना अपने मौजूदा नियमों के अनुसार विजय को प्रोमोशन देने के बारे में सोच रही है और उम्मीद है कि सेना प्रमुख उनके लिए 30 लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा करेंगे जब वह लंदन से वापस लौटेंगे। उन्होंने कहा कि सेना के नियमों के तहत वह जिसके लिए भी सक्षम हैं उन्हें दिया जाएगा क्योंकि सेना को उन पर और उनकी उपलब्धि पर गर्व है। उन्होंने कहा कि विजय बुधवार सुबह स्वदेश लौट रहे हैं और उनका भव्य स्वागत किया जाएगा तथा जल्द ही उनके सम्मान में एक कार्यक्रम रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय द्वारा इस निशानेबाज के लिए अलग से नकद पुरस्कार घोषित किए जाने की उम्मीद है।
विजय ने सोमवार को कहा था कि वह सेना छोड़ देंगे क्योंकि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद प्रोमोशन नहीं मिला है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी उनके लिए एक करोड़ रुपये के पुरस्कार की घोषणा की थी लेकिन वह इससे संतुष्ट नहीं है क्योंकि उन्हें अभी तक राज्य का खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को दिया जाने वाला पुरस्कार नहीं दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि सेना अपने मौजूदा नियमों के अनुसार विजय को प्रोमोशन देने के बारे में सोच रही है और उम्मीद है कि सेना प्रमुख उनके लिए 30 लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा करेंगे जब वह लंदन से वापस लौटेंगे। उन्होंने कहा कि सेना के नियमों के तहत वह जिसके लिए भी सक्षम हैं उन्हें दिया जाएगा क्योंकि सेना को उन पर और उनकी उपलब्धि पर गर्व है। उन्होंने कहा कि विजय बुधवार सुबह स्वदेश लौट रहे हैं और उनका भव्य स्वागत किया जाएगा तथा जल्द ही उनके सम्मान में एक कार्यक्रम रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय द्वारा इस निशानेबाज के लिए अलग से नकद पुरस्कार घोषित किए जाने की उम्मीद है।
विजय ने सोमवार को कहा था कि वह सेना छोड़ देंगे क्योंकि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद प्रोमोशन नहीं मिला है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी उनके लिए एक करोड़ रुपये के पुरस्कार की घोषणा की थी लेकिन वह इससे संतुष्ट नहीं है क्योंकि उन्हें अभी तक राज्य का खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को दिया जाने वाला पुरस्कार नहीं दिया गया है।
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