सानिया मिर्जा (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
लगातार तीन ग्रैंड स्लैम खिताब। पहले विम्बलडन उसके बाद यूएस ओपन और पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतकर सानिया मिर्जा ने साल की शुरुआत जबरदस्त अंदाज में की। हैदराबाद लौटने पर सानिया मिर्जा ने कहा कि वह जीत की लय को बरकरार रखना चाहती हैं।
सानिया ने कहा, 2015 मेरे लिए बेहद शानदार था। सब लोग पूछ रहे थे कि इस साल इसे बेहतर कैसे करोगी। मैंने भी कहा कि ये आसान नहीं होगा। दो ग्रैंड स्लैम और फिर राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार जीतना। मगर साल 2016 की शुरुआत अच्छी रही। इससे बेहतर शुरुआत पहले नहीं हुई थी।
स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस के साथ उनकी यह लगातार 36वीं जीत थी। सानिया और हिंगिस WTS रैंकिंग में डबल्स की नंबर-1 जोड़ी है। सानिया मार्टिना हिंगिस के साथ अपने फॉर्म और प्रदर्शन से बेहद खुश हैं।
सानिया मिर्जा का कहना है कि उसने तीन साल पहले कमबैक किया। कोई ग्रैंड स्लैम नहीं जीत पाई। उसे भी एक सही जोड़ीदार की तलाश थी। मैं भी कई बार ख़िताब के पास पहुंच कर जीत नहीं पायी। शायद यही एक्स फ़ैक्टर हमें साथ ले आया। हमारी सबसे बड़ी ताकत है कि हम दबाव में अच्छा खेलते हैं।
पिछले साल अगर इस हैदराबादी स्टाइलिश खिलाड़ी को राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया तो इस साल सरकार ने उन्हें पद्म भूषण देने का ऐलान किया है।
सानिया ने कहा, यह पुरस्कार खास है, क्योंकि यह आपकी और आपके परिवार की वर्षों की कोशिशों का सम्मान है। खेल रत्न हो या अर्जुन पुरस्कार या पद्म श्री या फिर पद्म भूषण, मैं हमेशा सम्मानित महसूस करती हूं। पिछले साल खेल रत्न के लिए न्यूयॉर्क से दो दिनों के लिए आयी और दोबारा लौट कर यूएस ओपन खेला। सानिया मिर्जा की अगली मंजिल थाइलैंड में फेडरेशन कप है। उम्मीद है कि इस साल भी उनका सुनहरा सफर जारी रहेगा।
सानिया ने कहा, 2015 मेरे लिए बेहद शानदार था। सब लोग पूछ रहे थे कि इस साल इसे बेहतर कैसे करोगी। मैंने भी कहा कि ये आसान नहीं होगा। दो ग्रैंड स्लैम और फिर राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार जीतना। मगर साल 2016 की शुरुआत अच्छी रही। इससे बेहतर शुरुआत पहले नहीं हुई थी।
स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस के साथ उनकी यह लगातार 36वीं जीत थी। सानिया और हिंगिस WTS रैंकिंग में डबल्स की नंबर-1 जोड़ी है। सानिया मार्टिना हिंगिस के साथ अपने फॉर्म और प्रदर्शन से बेहद खुश हैं।
सानिया मिर्जा का कहना है कि उसने तीन साल पहले कमबैक किया। कोई ग्रैंड स्लैम नहीं जीत पाई। उसे भी एक सही जोड़ीदार की तलाश थी। मैं भी कई बार ख़िताब के पास पहुंच कर जीत नहीं पायी। शायद यही एक्स फ़ैक्टर हमें साथ ले आया। हमारी सबसे बड़ी ताकत है कि हम दबाव में अच्छा खेलते हैं।
पिछले साल अगर इस हैदराबादी स्टाइलिश खिलाड़ी को राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया तो इस साल सरकार ने उन्हें पद्म भूषण देने का ऐलान किया है।
सानिया ने कहा, यह पुरस्कार खास है, क्योंकि यह आपकी और आपके परिवार की वर्षों की कोशिशों का सम्मान है। खेल रत्न हो या अर्जुन पुरस्कार या पद्म श्री या फिर पद्म भूषण, मैं हमेशा सम्मानित महसूस करती हूं। पिछले साल खेल रत्न के लिए न्यूयॉर्क से दो दिनों के लिए आयी और दोबारा लौट कर यूएस ओपन खेला। सानिया मिर्जा की अगली मंजिल थाइलैंड में फेडरेशन कप है। उम्मीद है कि इस साल भी उनका सुनहरा सफर जारी रहेगा।
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