नई दिल्ली:
रियो ओलिंपिक्स से क़रीब 100 दिनों पहले सलमान ख़ान ने भारतीय दल के गुडविल एंबैसडर बनने का क़रार किया तो एक मकसद उनकी आने वाली फ़िल्म 'सुलतान' का प्रोमोशन भी था। लेकिन सलमान ने भारतीय खेलों में लंबे समय तक जोश भरने का इरादा भी दिखाया। खिलाड़ी भारतीय खेलों के लिए फ़िलहाल इसे एक सकारात्मक पहल मान रहे हैं।
सुपरस्टार सलमान ख़ान का भारतीय ओलिंपिक खेलों से जुड़ना यकीनन हाशिए पर रहने वाले भारतीय खेलों के कई खिलाड़ियों के लिए बड़ी ख़बर तो है, लेकिन रियो ओलिंपिक्स से क़रीब 100 दिन पहले इन खेलों से जुड़कर सलमान से किसी करिश्मे की उम्मीद नहीं की जा सकती। एक्टर सलमान को अपनी ज़िम्मेदारी का अहसास है तो खिलाड़ियों का जोश भी बढ़ा नज़र आता है।
सलमान ख़ान कहते हैं, 'मेरा रोल एक धक्का गाड़ी की तरह एक ज़ोर लगाने का है। उम्मीद करता हूं कि खिलाड़ियों को इससे फ़ायदा होगा। ये नहीं जानता कि इससे कामयाबी मिलेगी या नहीं, लेकिन मेरी कोशिश ज़रूर रहेगी कि मैं उनमें जोश भर सकूं।' सलमान ने ये भी कहा कि वो ओलिंपिक्स की शुरुआत में रियो जाना चाहेंगे, ताकि खिलाड़ियों को इसका फ़ायदा हो सके'
सलमान के आने से भारतीय खेलों को फायदा होगा
दिल्ली के भारतीय ओलिंपिक भवन में सलमान ख़ान और खिलाड़ियों की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में आए भारतीय हॉकी कप्तान सरदार सिंह कहते हैं, 'सलमान के बहुत फ़ैन्स हैं। उनके इन खेलों के जुड़ने से वो भारतीय खेलों को भी फ़ॉलो करेंगे और इसका फ़ायदा भारतीय खेलों को भी ज़रूर होगा।'
हर खिलाड़ी को मिलेगा एक करोड़ का बीमा
इसी दौरान एक बीमा कंपनी (इडलवाइस टोक्यो लाइफ़ इंश्योरेंस ग्रुप) ने ओलिंपिक्स में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों के लिए 1-1 करोड़ रुपये के मुफ़्त बीमा का ऐलान भी कर दिया। राज्यसभा की सदस्य बनीं ओलिंपिक पदक विजेता मुक्केबाज़ एमसी मैरीकॉम मानती हैं कि दूसरे खिलाड़ियों के साथ उनकी चुनौती भी बढ़ गई है।
मैरीकॉम कहती हैं, 'मुझ पर पहले ही दबाव था। मेरे सामने अगले महीने क्वालिफ़ाई करने की चुनौती है। दबाव तो आया है लेकिन मेरा फ़ोकस क्वालिफ़िकेशन की ट्रेनिंग पर है।'
मुक्केबाजों में अब तक सिर्फ शिवा थापा ने ही क्वालिफाइ किया है
खिलाड़ी और फ़ैन्स के बीच अभी से ही ये अटकलबाज़ी भी शुरू हो चुकी है कि रियो का नतीजा लंदन या पिछले कामयाब ओलिंपिक खेलों से बहतर होगा या नहीं। सरदार सिंह कहते हैं कि अज़लान में उनकी टीम के प्रदर्शन से वो खुश हैं। इससे उन्हें अपनी टीम को आंकने में मदद मिली है तो मैरीकॉम फ़िक्रमंद दिखाई देती हैं कि अब तक सिर्फ़ एक भारतीय बॉक्सर (शिवा थापा) ही ओलिंपिक के लिए क्वालिफ़ाई कर पाए हैं। उनका कहना है कि बॉक्सिंग फ़ेडेरेशन की पॉलिटिक्स ख़त्म होनी चाहिए, ताकि खिलाड़ी खेलों पर ध्यान लगा सकें और उन्हें भारतीय तिरंगे के लिए खेलने का मौक़ा मिल सके।
XXXIवें ओलिंपिक खेलों की उलटी गिनती से पहले सलमान ख़ान के भारतीय ओलिंपक खेलों से जुड़ने का असर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर पड़े न पड़े खिलाड़ी उत्साहित ज़रूर नज़र आ रहे हैं। ये कोशिश अगर इकलौती नहीं है और इस पर अधिकारी आगे भी ध्यान दे सकें तभी अधिकारी इन सुपरस्टार्स की लोकप्रियता का फ़ायदा उठाकर खेलों की बुनियादी मुश्किलों को दूर करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
सुपरस्टार सलमान ख़ान का भारतीय ओलिंपिक खेलों से जुड़ना यकीनन हाशिए पर रहने वाले भारतीय खेलों के कई खिलाड़ियों के लिए बड़ी ख़बर तो है, लेकिन रियो ओलिंपिक्स से क़रीब 100 दिन पहले इन खेलों से जुड़कर सलमान से किसी करिश्मे की उम्मीद नहीं की जा सकती। एक्टर सलमान को अपनी ज़िम्मेदारी का अहसास है तो खिलाड़ियों का जोश भी बढ़ा नज़र आता है।
सलमान ख़ान कहते हैं, 'मेरा रोल एक धक्का गाड़ी की तरह एक ज़ोर लगाने का है। उम्मीद करता हूं कि खिलाड़ियों को इससे फ़ायदा होगा। ये नहीं जानता कि इससे कामयाबी मिलेगी या नहीं, लेकिन मेरी कोशिश ज़रूर रहेगी कि मैं उनमें जोश भर सकूं।' सलमान ने ये भी कहा कि वो ओलिंपिक्स की शुरुआत में रियो जाना चाहेंगे, ताकि खिलाड़ियों को इसका फ़ायदा हो सके'
सलमान के आने से भारतीय खेलों को फायदा होगा
दिल्ली के भारतीय ओलिंपिक भवन में सलमान ख़ान और खिलाड़ियों की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में आए भारतीय हॉकी कप्तान सरदार सिंह कहते हैं, 'सलमान के बहुत फ़ैन्स हैं। उनके इन खेलों के जुड़ने से वो भारतीय खेलों को भी फ़ॉलो करेंगे और इसका फ़ायदा भारतीय खेलों को भी ज़रूर होगा।'
हर खिलाड़ी को मिलेगा एक करोड़ का बीमा
इसी दौरान एक बीमा कंपनी (इडलवाइस टोक्यो लाइफ़ इंश्योरेंस ग्रुप) ने ओलिंपिक्स में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों के लिए 1-1 करोड़ रुपये के मुफ़्त बीमा का ऐलान भी कर दिया। राज्यसभा की सदस्य बनीं ओलिंपिक पदक विजेता मुक्केबाज़ एमसी मैरीकॉम मानती हैं कि दूसरे खिलाड़ियों के साथ उनकी चुनौती भी बढ़ गई है।
मैरीकॉम कहती हैं, 'मुझ पर पहले ही दबाव था। मेरे सामने अगले महीने क्वालिफ़ाई करने की चुनौती है। दबाव तो आया है लेकिन मेरा फ़ोकस क्वालिफ़िकेशन की ट्रेनिंग पर है।'
मुक्केबाजों में अब तक सिर्फ शिवा थापा ने ही क्वालिफाइ किया है
खिलाड़ी और फ़ैन्स के बीच अभी से ही ये अटकलबाज़ी भी शुरू हो चुकी है कि रियो का नतीजा लंदन या पिछले कामयाब ओलिंपिक खेलों से बहतर होगा या नहीं। सरदार सिंह कहते हैं कि अज़लान में उनकी टीम के प्रदर्शन से वो खुश हैं। इससे उन्हें अपनी टीम को आंकने में मदद मिली है तो मैरीकॉम फ़िक्रमंद दिखाई देती हैं कि अब तक सिर्फ़ एक भारतीय बॉक्सर (शिवा थापा) ही ओलिंपिक के लिए क्वालिफ़ाई कर पाए हैं। उनका कहना है कि बॉक्सिंग फ़ेडेरेशन की पॉलिटिक्स ख़त्म होनी चाहिए, ताकि खिलाड़ी खेलों पर ध्यान लगा सकें और उन्हें भारतीय तिरंगे के लिए खेलने का मौक़ा मिल सके।
XXXIवें ओलिंपिक खेलों की उलटी गिनती से पहले सलमान ख़ान के भारतीय ओलिंपक खेलों से जुड़ने का असर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर पड़े न पड़े खिलाड़ी उत्साहित ज़रूर नज़र आ रहे हैं। ये कोशिश अगर इकलौती नहीं है और इस पर अधिकारी आगे भी ध्यान दे सकें तभी अधिकारी इन सुपरस्टार्स की लोकप्रियता का फ़ायदा उठाकर खेलों की बुनियादी मुश्किलों को दूर करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
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