दीपा कर्मकार... (फाइल फोटो)
- अनिल विज के साथ आठ लोग रियो ओलिंपिक गए हैं
- दीपा के साथ नहीं जा पाए फीजियो
- अभय चौटाला भी पहुंचे हैं रियो
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नई दिल्ली:
हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज के साथ आठ लोग रियो ओलिंपिक गए हैं और वह भी टैक्स का एक करोड़ खर्चकर. वह गए तो खिलाड़ियों की हौंसलाअफजाई के लिए हैं, लेकिन उनके पास एक्रिडेशन तक नहीं है, जिसके बिना इन्हें स्पोर्ट्स एरीना तक फटकने का भी अधिकार नहीं है.
ओलिंपिक पदक से चूकने के बाद जिमनास्ट दीपा कर्मकार ने ट्वीट कर देश से माफ़ी मांगी. 130 करोड़ भारतीयों से माफ़ी मांगती हूं. मैं कर नहीं पायी. कोशिश पूरी की. संभव हो तो माफ़ कर दीजिएगा, लेकिन माफ़ी तो देश को मांगनी चाहिए थी. कसूरवार तो भारतीय ओलिंपिक संघ है. दीपा 0.15 अंकों से कांस्य पदक चूक गई.
क्या आप जानते हैं कि दीपा कर्मकार फ़िजियोथैरेपिस्ट के साथ नहीं जा पाई थीं? फ़ाइनल के लिए क्वॉलिफ़ाई करने के बाद उनका फिजियो रियो पहुंचा. वहीं देश के खेल मंत्री का साथ गए लोगों के व्यवहार के कारण देश को ओलिंपिक के आयोजकों की फटकार सुननी पड़ी.
खुद विजय गोयल खिलाड़ियों के साथ सेल्फी खींचते रहे और खिलाड़ियों के नाम की गलत स्पेलिंग के साथ ट्वीट में मशगूल रहे. रियो गए अधिकारियों की लिस्ट सुनेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर सिंह राष्ट्रीय राइफल संघ के प्रमुख के रूप में रियो में हैं. वहां अपने इजरायली दोस्त डेविडोविच याइर के साथ मस्ती करती उनकी तस्वीर वायरल हो चुकी है.
भारतीय ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष तरलोचन सिंह के बेटे पवनदीप सिंह भारतीय दल के चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर बन कर रियो गए हैं. वे डॉक्टर हैं ही नहीं, रेडियोलॉजिस्ट हैं. एथलीट कह रहे हैं कि वे हर मर्ज के लिए कॉम्बीफ़्लाम लिखते हैं.
भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला तो बिना अदालत की आज्ञा के रियो पहुंचे. आय से अधिक संपत्ति मामले में वह बेल पर हैं. अब इन हालात में आप ओलिंपिक में पदक की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
ओलिंपिक पदक से चूकने के बाद जिमनास्ट दीपा कर्मकार ने ट्वीट कर देश से माफ़ी मांगी. 130 करोड़ भारतीयों से माफ़ी मांगती हूं. मैं कर नहीं पायी. कोशिश पूरी की. संभव हो तो माफ़ कर दीजिएगा, लेकिन माफ़ी तो देश को मांगनी चाहिए थी. कसूरवार तो भारतीय ओलिंपिक संघ है. दीपा 0.15 अंकों से कांस्य पदक चूक गई.
क्या आप जानते हैं कि दीपा कर्मकार फ़िजियोथैरेपिस्ट के साथ नहीं जा पाई थीं? फ़ाइनल के लिए क्वॉलिफ़ाई करने के बाद उनका फिजियो रियो पहुंचा. वहीं देश के खेल मंत्री का साथ गए लोगों के व्यवहार के कारण देश को ओलिंपिक के आयोजकों की फटकार सुननी पड़ी.
खुद विजय गोयल खिलाड़ियों के साथ सेल्फी खींचते रहे और खिलाड़ियों के नाम की गलत स्पेलिंग के साथ ट्वीट में मशगूल रहे. रियो गए अधिकारियों की लिस्ट सुनेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर सिंह राष्ट्रीय राइफल संघ के प्रमुख के रूप में रियो में हैं. वहां अपने इजरायली दोस्त डेविडोविच याइर के साथ मस्ती करती उनकी तस्वीर वायरल हो चुकी है.
भारतीय ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष तरलोचन सिंह के बेटे पवनदीप सिंह भारतीय दल के चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर बन कर रियो गए हैं. वे डॉक्टर हैं ही नहीं, रेडियोलॉजिस्ट हैं. एथलीट कह रहे हैं कि वे हर मर्ज के लिए कॉम्बीफ़्लाम लिखते हैं.
भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला तो बिना अदालत की आज्ञा के रियो पहुंचे. आय से अधिक संपत्ति मामले में वह बेल पर हैं. अब इन हालात में आप ओलिंपिक में पदक की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
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