द. अफ्रीका के आस्कर पिस्टोरियस ने तब नया इतिहास रचा जब वह ओलिंपिक खेलों की एथलेटिक्स स्पर्धा में हिस्सा लेने वाले पहले ऐसे खिलाड़ी बने जो दोनों पैरों से विकलांग हैं।
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लंदन:
द. अफ्रीका के आस्कर पिस्टोरियस ने तब नया इतिहास रचा जब वह ओलिंपिक खेलों की एथलेटिक्स स्पर्धा में हिस्सा लेने वाले पहले ऐसे खिलाड़ी बने जो दोनों पैरों से विकलांग हैं।
दक्षिण अफ्रीका का यह 25 वर्षीय खिलाड़ी अपना सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 45.44 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रहता हुआ 400 मीटर के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहा।
एक बरस से भी कम की उम्र में पिस्टोरियस के दोनों पैर घुटने से नीचे तक काटने पड़े थे और वह कार्बन फाइबर ब्लेड की मदद से दौड़ते हैं।
पिस्टोरियस को इसके अलावा चार गुणा चार सौ मीटर रिले स्पर्धा में भी हिस्सा लेना है।
ब्लेड रनर के नाम से मशहूर पिस्टोरियस ने इससे पहले एथेंस 2004 और बीजिंग 2008 पैरालंपिक में हिस्सा लिया था।
दक्षिण अफ्रीका का यह 25 वर्षीय खिलाड़ी अपना सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 45.44 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रहता हुआ 400 मीटर के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहा।
एक बरस से भी कम की उम्र में पिस्टोरियस के दोनों पैर घुटने से नीचे तक काटने पड़े थे और वह कार्बन फाइबर ब्लेड की मदद से दौड़ते हैं।
पिस्टोरियस को इसके अलावा चार गुणा चार सौ मीटर रिले स्पर्धा में भी हिस्सा लेना है।
ब्लेड रनर के नाम से मशहूर पिस्टोरियस ने इससे पहले एथेंस 2004 और बीजिंग 2008 पैरालंपिक में हिस्सा लिया था।