भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने लंदन ओलिंपिक उदघाटन समारोह के लिए सुशील कुमार को ध्वजवाहक नियुक्त करने के आईओए के पक्ष का समर्थन किया है।
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नई दिल्ली:
भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने लंदन ओलिंपिक उदघाटन समारोह के लिए सुशील कुमार को ध्वजवाहक नियुक्त करने के आईओए के पक्ष का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बीजिंग ओलिंपिक का कांस्य पदक विजेता पहलवान इस सम्मान का हकदार है।
भारतीय ओलिंपिक संघ की ध्वजवाहक के लिए पहली पसंद पिछले ओलिंपिक में भारत के पहले व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता बने अभिनव बिंद्रा थे लेकिन उनकी दस मीटर एयर रायफल स्पर्धा उदघाटन समारोह के तीन दिन बाद 30 जुलाई को है इसलिए इस निशानेबाज ने अपनी तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने को तवज्जो दी।
इसी तरह, मुक्केबाज विजेंदर सिंह का 28 जुलाई को मुकाबला है जबकि पेस इससे पहले 2000 के सिडनी ओलिंपिक में ध्वजवाहक रह चुके है।
आईओए ने इसलिए सुशील को इस बार यह सम्मान सौंपा। पेस ने एनडीटीवी से कहा, ‘मैं पहले भी उदघाटन और समापन समारोह में ध्वजवाहक रह चुका हूं। इसलिए मैं समझता हूं कि यह सही फैसला है और पहलवान सुशील कुमार इसका हकदार है।’ उन्होंने कहा, ‘ओलिंपिक चार साल में केवल एक बार होते हैं, इसलिए अन्य लोगों को भी मौका देना सही है। मैं पहले ही ओलिंपिक में एकल में पदक जीत चुका हूं।’
पेस ने हालांकि स्वीकार किया एआईटीए के पिछले महीने के पूरे चयन विवाद से वह आहत हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘हां मैं आहत हुआ था। मैं काफी तनाव में था लेकिन आखिर में यही जिंदगी है।’
भारतीय ओलिंपिक संघ की ध्वजवाहक के लिए पहली पसंद पिछले ओलिंपिक में भारत के पहले व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता बने अभिनव बिंद्रा थे लेकिन उनकी दस मीटर एयर रायफल स्पर्धा उदघाटन समारोह के तीन दिन बाद 30 जुलाई को है इसलिए इस निशानेबाज ने अपनी तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने को तवज्जो दी।
इसी तरह, मुक्केबाज विजेंदर सिंह का 28 जुलाई को मुकाबला है जबकि पेस इससे पहले 2000 के सिडनी ओलिंपिक में ध्वजवाहक रह चुके है।
आईओए ने इसलिए सुशील को इस बार यह सम्मान सौंपा। पेस ने एनडीटीवी से कहा, ‘मैं पहले भी उदघाटन और समापन समारोह में ध्वजवाहक रह चुका हूं। इसलिए मैं समझता हूं कि यह सही फैसला है और पहलवान सुशील कुमार इसका हकदार है।’ उन्होंने कहा, ‘ओलिंपिक चार साल में केवल एक बार होते हैं, इसलिए अन्य लोगों को भी मौका देना सही है। मैं पहले ही ओलिंपिक में एकल में पदक जीत चुका हूं।’
पेस ने हालांकि स्वीकार किया एआईटीए के पिछले महीने के पूरे चयन विवाद से वह आहत हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘हां मैं आहत हुआ था। मैं काफी तनाव में था लेकिन आखिर में यही जिंदगी है।’
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