
भारतीय मुक्केबाज मनोज कुमार.
खास बातें
- मनोज ने 69 किग्रा वर्ग के फाइनल में एसएससीबी के दुर्योधन सिंह को हराया
- शिव थापा एसएससीबी के मनीष कौशिक से हार गए, उन्हें रजत पदक मिला
- मनोज को प्रतियोगिता का सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज चुना गया
मनोज कुमार ने लगातार दूसरा राष्ट्रीय चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक जीता. वहीं, शिव थापा को रजत पदक से संतोष करना पड़ा. रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) की ओर से चुनौती पेश कर रहे मनोज ने 69 किग्रा वर्ग के फाइनल में सेना खेल नियंत्रण बोर्ड (एसएससीबी) के दुर्योधन सिंह को 4-1 से हराकर प्रतियोगिता में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता.
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गत चैंपियन शिव को हालांकि एसएससीबी के मनीष कौशिक के खिलाफ शिकस्त के साथ लाइटवेट वर्ग (60 किग्रा) में रजत पदक से संतोष करना पड़ा. शिव इस प्रतियोगिता में अपने घरेलू राज्य असम की ओर से चुनौती पेश कर रहे थे.
मनोज को प्रतियोगिता का सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज, जबकि मनीष को सर्वश्रेष्ठ उदीयमान मुक्केबाज घोषित किया गया.आरएसपीबी का प्रतिनिधित्व कर रहे किंग्स कप के स्वर्ण पदक विजेता श्याम कुमार (49 किग्रा) ने मिजोरम के एनटी लालबियाकिमा को 3-2 से हराकर खिताब जीता.
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आरएसपीबी के लिए चुनौती पेश कर रहे राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन मनदीप जांगड़ा ने मिजोरम के वानलिमपुइया को 5-0 से हराकर मिडिलवेट वर्ग (75 किग्रा) में अपना पहला राष्ट्रीय खिताब हासिल किया. एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता एसएससीबी के सतीश ने हरियाणा के प्रवीण कुमार को 5-0 से हराकर सुपर हैवीवेट वर्ग (91 किग्रा से अधिक) का स्वर्ण पदक जीता.
एसएससीबी के मदन लाल बेंटमवेट (56 किग्रा) में गोवा के संतोष हरिजन को 3-2 से हराकर चैंपियन बने, जबकि एसएससीबी के ही धीरज रांगी ने मध्य प्रदेश के बसंत थापा के वाकओवर देने पर लाइट वेल्टरवेट (64 किग्रा) का खिताब अपने नाम किया.