फाइल फोटो
- म्यांमार के कोच जर्ड जाइसे ने की सुनील छेत्री की तारीफ
- उन्होंने सुनील छेत्री को खतरनाक खिलाड़ी बताया
- म्यांमार की फुटबॉल टीम के कोच हैं जर्ड जाइसे
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
मडगांव:
म्यांमार की फुटबॉल टीम के कोच जर्ड जाइसे ने सोमवार को एएफसी एशियन कप क्वालीफायर यूएई-2019 में अपनी टीम के आखिरी मैच से पहले कहा कि भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री से सावधान रहने की जरूरत है. कोच ने पहले चरण के मैच में दोनों टीमों के बीच अंतर पैदा करने वाले छेत्री के गोल का हवाला देते हुए कहा कि वह 'सबसे खतरनाक खिलाड़ी हैं.' जाइसे ने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘भारतीय कप्तान शांत स्वाभाव के साथ-साथ खतरनाक खिलाड़ी भी हैं. हमें काउंटर अटैक से सावधान रहना होगा और छेत्री की मौजूदगी में उनकी रक्षापंक्ति को और भी सतर्क होना होगा.’
यह भी पढ़ें: फुटबॉल: सुनील छेत्री का गोल एएफसी कप गोल ऑफ द टूर्नामेंट की दौड़ में
छेत्री की तारीफ में कोच ने संवाददाता सम्मेलन के बाद कहा, ‘मैं उन्हें म्यांमार का पासपोर्ट देने के लिए तैयार हूं.’ जाइसे ने कहा, ‘भारतीय टीम का डिफेंस काफी अच्छा है और हमें उन्हें परास्त करने के लिए हर समय तैयार रहना पड़ेगा. मैं उन्हें उनकी सफलता पर बधाई देना चाहता हूं, लेकिन कल हमें सकारात्मक परिणाम के लिए मौके बनाने होंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हम गोवा फुटबाल खेलने और कुछ अंक हासिल करने आए हैं. हमारा पहला लक्ष्य हारना नहीं है. पहले चरण के शुरुआती पलों में हम अच्छे खेले थे, लेकिन धीरे-धीरे प्रदर्शन में गिरावट के कारण हमें हार मिली.’
VIDEO: कश्मीर में पत्थरबाजी छोड़ लड़कियों ने अपनाई फुटबॉल
कोच ने कहा, ‘हमें स्कोर करने की जरूरत है. कई बार आपको मैच में सिर्फ एक ही मौका मिलता है और आपको उसे भुनाना पड़ता है.’
यह भी पढ़ें: फुटबॉल: सुनील छेत्री का गोल एएफसी कप गोल ऑफ द टूर्नामेंट की दौड़ में
छेत्री की तारीफ में कोच ने संवाददाता सम्मेलन के बाद कहा, ‘मैं उन्हें म्यांमार का पासपोर्ट देने के लिए तैयार हूं.’ जाइसे ने कहा, ‘भारतीय टीम का डिफेंस काफी अच्छा है और हमें उन्हें परास्त करने के लिए हर समय तैयार रहना पड़ेगा. मैं उन्हें उनकी सफलता पर बधाई देना चाहता हूं, लेकिन कल हमें सकारात्मक परिणाम के लिए मौके बनाने होंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हम गोवा फुटबाल खेलने और कुछ अंक हासिल करने आए हैं. हमारा पहला लक्ष्य हारना नहीं है. पहले चरण के शुरुआती पलों में हम अच्छे खेले थे, लेकिन धीरे-धीरे प्रदर्शन में गिरावट के कारण हमें हार मिली.’
VIDEO: कश्मीर में पत्थरबाजी छोड़ लड़कियों ने अपनाई फुटबॉल
कोच ने कहा, ‘हमें स्कोर करने की जरूरत है. कई बार आपको मैच में सिर्फ एक ही मौका मिलता है और आपको उसे भुनाना पड़ता है.’
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं