भारत को कमजोर खेल और अपने खिलाड़ियों के बीच तालमेल की कमी के कारण पुरुष हॉकी विश्व लीग फाइनल के पूल-ए के अपने पहले मैच में शुक्रवार को इंग्लैंड के हाथों 0-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। दुनिया की चौथे नंबर की टीम इंग्लैंड की ओर से एडम डिक्सन ने दोनों हाफ में एक-एक गोल दागे।
मैन आफ द मैच डिक्सन ने 28वें और 45वें मिनट में अपने दोनों गोल पेनल्टी कार्नर पर दागे। दूसरी तरफ दुनिया की 10वें नंबर की टीम भारत एक भी गोल नहीं कर पायी। मेजबान टीम के खिलाड़ियों के बीच तालमेल की कमी नजर आई, जबकि पेनल्टी कार्नर पर उसकी कमजोरी एक बार फिर उजागर हुई। भारत को चार पेनल्टी कार्नर मिले, लेकिन टीम इनमें से एक पर भी गोल नहीं कर पाई। इंग्लैंड ने दूसरी तरफ पांच पेनल्टी कार्नर में से दो पर गोल दागे।
भारत ने मैच की तेज शुरुआत की और उसने शुरू से ही हावी होने की कोशिश की। टीम ने कुछ अच्छे मूव भी बनाए, लेकिन अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ी मिडफील्ड के बनाए मूव का फायदा उठाने में नाकाम रहे। भारतीय खिलाड़ी इंग्लैंड के सर्कल में कई मौकों पर उस समय गेंद को अपने कब्जे में करने में नाकाम रहे, जब गोल करने का अच्छा मौका बन सकता था।
मैच में भारत को लगातार दो पेनल्टी कार्नर भी मिले, लेकिन पहले वीआर रघुनाथ, जबकि दूसरे मौके पर रूपिंदर सिंह इसे गोल में तब्दीब करने में नाकाम रहे। भारत के हमलों के बीच इंग्लैंड की टीम धीरे धीरे लय में आ रही थी। इंग्लैंड को 17वें मिनट में गोल करने का बेहतरीन मौका मिला। साइमन मेंटल ने भारतीय गोलकीपर श्रीजेश को छका भी दिया था, लेकिन उनका शाट गोल पोस्ट पर टकराकर बाहर आ गया।
इंग्लैंड की टीम ने अपने लगातार हमलों से भारतीय डिफेंस को दबाव में डाल दिया। भारतीय डिफेंडर लगातार गलतियां करने लगे। इंग्लैंड को इस बीच 22वें और 24वें मिनट में दो पेनल्टी कार्नर मिले, लेकिन उसके खिलाड़ी इन्हें गोल में तब्दील करने में नाकाम रहे। दूसरे पेनल्टी कार्नर पर श्रीजेश ने मार्क ग्लेगोर्न के शाट पर शानदार बचाव किया।
भारतीय डिफेंस ने इसके बाद एक और गलती की, जब कोथाजीत सिंह ने इंग्लैंड के फारवर्ड को गिरा दिया जिससे विरोधी टीम को तीसरा पेनल्टी कार्नर मिला। इंग्लैंड ने इस बार वैरिएशन आजमाने का फैसला किया और उसका यह निर्णय बिलकुल सही साबित हुआ। डिक्सन ने वैरिएशन पर अपने दनदनाते हुए शाट को श्रीजेश के बाईं तरफ से भारत के गोल में पहुंचा दिया। मध्यांतर तक इंग्लैंड की टीम 1-0 से आगे रही।
दूसरे हाफ की शुरुआत नीरस रही। भारत से वापसी की उम्मीद थी, लेकिन टीम के खिलाड़ी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे।
पहले 10 मिनट में कोई भी टीम अच्छा मूव नहीं बना पाई। इंग्लैंड को 44वें मिनट में अपना चौथा पेनल्टी कार्नर मिला। एश्ले जैकसन की ड्रैग फ्लिक को तो श्रीजेश ने रोक दिया लेकिन रिबाउंड पर डिक्सन ने इसे गोल में पहुंचाकर अपनी टीम को 2-0 से आगे कर दिया।
भारत अपने दूसरे पूल मैच में शनिवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेगा, जिसे शुक्रवार को जर्मनी के हाथों 1-6 से करारी हार का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ इंग्लैंड टीम शनिवार को ओलंपिक चैम्पियन और दुनिया की नंबर एक टीम जर्मनी का सामना करेगी।
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