- उन्होंने फाइनल के लिए आठवें नंबर पर क्वालीफाई किया
- फाइनल में एक वक्त वह तीसरे स्थान पर पहुंच गई थीं
- बेहतर प्रदर्शन से लोगों का दिल जीता
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रियो डि जेनेरियो:
त्रिपुरा की दीपा ने रियो ओलिंपिक्स में पहली बार भारतीय फैंस को खुश होने का मौका दिया. हालांकि वह चौथे नंबर पर रहीं लेकिन अपने प्रदर्शन से भारतीय फैंस और जिम्नास्टिक्स के जानकारों का दिल जीत लिया. दीपा ने फाइनल के लिए आठवें नंबर पर क्वालीफाई किया था. लेकिन फाइनल में अमेरिका की सिमोन बाइल्स के प्रदर्शन से पहले वो तीसरे नंबर पर पहुंच गई थीं. इस दौरान उन्होंने बीजिंग ओलिंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट नार्थ कोरिया की होंग उन जोंग और उजबेकिस्तान की 41 साल की दिग्गज खिलाड़ी उक्साना चुसोविटीना जैसी महारथियों को भी परास्त किया.
उनके प्रदर्शन के फौरन बाद जिम्नास्टिक की बारीकियों को समझने वाले दर्शकों ने जमकर ताली बजाकर दीपा का हौसला बढ़ाया. प्रॉडुनोवा क्वीन दीपा के प्रदर्शन से बड़े-बड़े जिम्नासट भी दंग रह गए. 15.066 स्कोर के साथ दीपा चौथे नंबर पर रहीं लेकिन जिन हालात से जूझते हुए अंतिम चार में पहुंची, उसे किसी भी हालत में मेडल से कमतर नहीं आंका जाना चाहिए.
दीपा अपने प्रदर्शन के बाद पत्रकारों से मिलने आईं तो उनके चेहरे पर मुस्कान और विनम्रता दिखी. दीपा ने कहा ''मैं अपने प्रदर्शन से बेहद संतुष्ट और खुश हूं. फाइनल में फील्ड में कई दिग्गज महारथी थे जिन्होंने कई ओलिंपिक में हिस्सा लिया था, ये तो मेरा पहला ओलिंपिक था. 2020 में मैं अपने देश के लिए जरूर पदक जीतने की कोशिश करूंगी।''
इस दौरान एक पत्रकार ने जब उनको बताया कि चौथे स्थान पर आकर वह एक तरह से पीटी ऊषा और मिल्खा सिंह की कतार में आ गई हैं तो उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, ''वो लोग बहुत बड़े हैं और मैं बहुत छोटी हूं लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हूं.''
उनके प्रदर्शन के फौरन बाद जिम्नास्टिक की बारीकियों को समझने वाले दर्शकों ने जमकर ताली बजाकर दीपा का हौसला बढ़ाया. प्रॉडुनोवा क्वीन दीपा के प्रदर्शन से बड़े-बड़े जिम्नासट भी दंग रह गए. 15.066 स्कोर के साथ दीपा चौथे नंबर पर रहीं लेकिन जिन हालात से जूझते हुए अंतिम चार में पहुंची, उसे किसी भी हालत में मेडल से कमतर नहीं आंका जाना चाहिए.
दीपा अपने प्रदर्शन के बाद पत्रकारों से मिलने आईं तो उनके चेहरे पर मुस्कान और विनम्रता दिखी. दीपा ने कहा ''मैं अपने प्रदर्शन से बेहद संतुष्ट और खुश हूं. फाइनल में फील्ड में कई दिग्गज महारथी थे जिन्होंने कई ओलिंपिक में हिस्सा लिया था, ये तो मेरा पहला ओलिंपिक था. 2020 में मैं अपने देश के लिए जरूर पदक जीतने की कोशिश करूंगी।''
इस दौरान एक पत्रकार ने जब उनको बताया कि चौथे स्थान पर आकर वह एक तरह से पीटी ऊषा और मिल्खा सिंह की कतार में आ गई हैं तो उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, ''वो लोग बहुत बड़े हैं और मैं बहुत छोटी हूं लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हूं.''
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