प्रतीकात्मक फोटो
इंचियोन (कोरिया).:
भारत के गगनजीत भुल्लर ने चौथे और अंतिम दौर पर चार अंडर 67 का स्कोर बनाकर यहां शिनहान डंगी ओपन का खिताब जीता और इस तरह से एशियाई टूर में छठी बार चैंपियन बने. भुल्लर ने चार दौर में 68, 66, 68 और 67 के कार्ड खेले. वह तीसरे दौर के बाद कल संयुक्त चौथे स्थान पर थे लेकिन आज के शानदार प्रदर्शन से टूर्नामेंट में उनका कुल योग 15 अंडर 269 रहा और उन्होंने इस दस लाख डालर इनामी प्रतियोगिता में जिम्बाब्वे के स्काट विन्सेंट और कोरियाई गोल्फर ताइवू किम पर एक शॉट से जीत दर्ज की.
इससे पहले आखिरी बार 2013 में एशियाई टूर का खिताब जीतने वाले भुल्लर कलाई की चोट के कारण पिछले दो वषरें से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे. लेकिन कपूरथला के इस 28 वर्षीय गोल्फर ने आज बेहतरीन प्रदर्शन करके शानदार वापसी की और अपना सातवां अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता. भुल्लर ने दिन की शुरुआत दूसरे होल में बर्डी बनाकर की लेकिन चौथे होल में बोगी करने से वह लेवल पार पर आ गये.
इसके बाद उन्होंने छठे और सातवें होल में बर्डी बनाई. इनमें से दूसरी बर्डी उन्होंने 15 फीट दूरी से बनाई. अंतिम नौ होल में इस भारतीय ने अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने दसवें, 12वें, 13वें और 14वें होल में बर्डी हासिल की लेकिन तब वह सकते में पड़ गए जब उन्होंने 16वें और 17वें होल में बोगी की. भुल्लर ने 18वें होल में पार स्कोर बनाया और यह उनके खिताब जीतने के लिये पर्याप्त था क्योंकि विन्सेंट बर्डी नहीं बना पाए. ऐसी स्थिति में दोनों के बीच प्लेआफ होता.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इससे पहले आखिरी बार 2013 में एशियाई टूर का खिताब जीतने वाले भुल्लर कलाई की चोट के कारण पिछले दो वषरें से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे. लेकिन कपूरथला के इस 28 वर्षीय गोल्फर ने आज बेहतरीन प्रदर्शन करके शानदार वापसी की और अपना सातवां अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता. भुल्लर ने दिन की शुरुआत दूसरे होल में बर्डी बनाकर की लेकिन चौथे होल में बोगी करने से वह लेवल पार पर आ गये.
इसके बाद उन्होंने छठे और सातवें होल में बर्डी बनाई. इनमें से दूसरी बर्डी उन्होंने 15 फीट दूरी से बनाई. अंतिम नौ होल में इस भारतीय ने अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने दसवें, 12वें, 13वें और 14वें होल में बर्डी हासिल की लेकिन तब वह सकते में पड़ गए जब उन्होंने 16वें और 17वें होल में बोगी की. भुल्लर ने 18वें होल में पार स्कोर बनाया और यह उनके खिताब जीतने के लिये पर्याप्त था क्योंकि विन्सेंट बर्डी नहीं बना पाए. ऐसी स्थिति में दोनों के बीच प्लेआफ होता.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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