रोहन बोपन्ना और जीवन की जोड़ी का फाइनल में पूरव राजा और द्विज शरण से मुकाबला होगा
चेन्नई:
भारत की मेजबानी में खेले जा रहे एकमात्र एटीपी टूर टूर्नामेंट एयरसेल चेन्नई ओपन के 22वें संस्करण में पुरुष युगल वर्ग के फाइनल में स्पेन के रॉबटरे बाउतिस्ता आगुट और रूस के डेनिल मेदवेदेव खिताब के लिए भिड़ेंगे. यहां एसडीएटी स्टेडियम में चल रहे टूर्नामेंट का यह खिताबी मुकाबला रविवार की शाम खेला जाएगा, वहीं जबल्स में रोहन बोपन्ना और जीवन नेदुनचेझियन की जोड़ी का फाइनल में पूरव राजा और द्विज शरण की जोड़ी से मुकाबला होगा. इस तरह फाइनल खेलने वाले सारे खिलाड़ी भारतीय होंगे.
रोहन बोपन्ना और जीवन ने कड़े मुकाबले में अमेरिकी कीवी जोड़ी को 7-6 (3) और 6-4 से हराया और ऐतिहासिक फाइनल मुकाबले का मंच तैयार किया. इससे पहले कभी भी किसी एटीपी वर्ल्ड टूर इवेंट में फाइनल में दो भारतीय टीमों के बीच भिड़ंत नहीं हुई है.
पांच वर्षों के बाद कोई घरेलू टीम ट्रॉफी जीतेगी. पिछली बार किसी भारतीय जोड़ी ने 2011 में यह खिताब अपने नाम किया था. उस वक्त लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी ने खिताब पर कब्जा किया था.
सिंगल्स में 14वीं विश्व वरीयता प्राप्त बाउतिस्ता आगुट को चेन्नई ओपन में दूसरी वरीयता मिली हुई है. आगुट ने शनिवार को हुए सेमीफाइनल मैच में पांचवें वरीय फ्रांस के बेनोइट पेइरे को 6-3, 6-3 से हराया. शनिवार को ही इससे पहले हुए एक अन्य सेमीफाइनल मैच में मेदवेदेव ने 99वीं विश्व वरीयता प्राप्त मेदवेदेव ने इजरायल के डुडी सेला को 4-6, 7-6 (2), 6-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई. मेदवेदेव पहली बार किसी एटीपी टूर टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे हैं.
31 वर्षीय सेला ने दमदार शुरुआत की और पहला सेट भी जीत लिया. एक समय सेला खिताब जीतने के काफी करीब लग रहे थे, लेकिन दूसरे सेट में मेदवेदेव ने यहां से जबरदस्त वापसी की.
दूसरे सेट में दोनों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली और स्टेडियम में खचाखच भरे दर्शकों विश्वस्तरीय टेनिस का नजारा देखा.
मेदवेदेव ने खिताबी मुकाबले में आगुट का सामना करने को लेकर कहा, "जी हां, यह बहुत ही कड़ा मुकाबला होने वाला है. वह लंबा है, अच्छी सर्विस करता है और बेसलाइन पर उसके पास अच्छे स्ट्रोक हैं. मैं पूरी तैयारी के साथ उतरूंगा और अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा."
रोहन बोपन्ना और जीवन ने कड़े मुकाबले में अमेरिकी कीवी जोड़ी को 7-6 (3) और 6-4 से हराया और ऐतिहासिक फाइनल मुकाबले का मंच तैयार किया. इससे पहले कभी भी किसी एटीपी वर्ल्ड टूर इवेंट में फाइनल में दो भारतीय टीमों के बीच भिड़ंत नहीं हुई है.
पांच वर्षों के बाद कोई घरेलू टीम ट्रॉफी जीतेगी. पिछली बार किसी भारतीय जोड़ी ने 2011 में यह खिताब अपने नाम किया था. उस वक्त लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी ने खिताब पर कब्जा किया था.
सिंगल्स में 14वीं विश्व वरीयता प्राप्त बाउतिस्ता आगुट को चेन्नई ओपन में दूसरी वरीयता मिली हुई है. आगुट ने शनिवार को हुए सेमीफाइनल मैच में पांचवें वरीय फ्रांस के बेनोइट पेइरे को 6-3, 6-3 से हराया. शनिवार को ही इससे पहले हुए एक अन्य सेमीफाइनल मैच में मेदवेदेव ने 99वीं विश्व वरीयता प्राप्त मेदवेदेव ने इजरायल के डुडी सेला को 4-6, 7-6 (2), 6-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई. मेदवेदेव पहली बार किसी एटीपी टूर टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे हैं.
31 वर्षीय सेला ने दमदार शुरुआत की और पहला सेट भी जीत लिया. एक समय सेला खिताब जीतने के काफी करीब लग रहे थे, लेकिन दूसरे सेट में मेदवेदेव ने यहां से जबरदस्त वापसी की.
दूसरे सेट में दोनों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली और स्टेडियम में खचाखच भरे दर्शकों विश्वस्तरीय टेनिस का नजारा देखा.
मेदवेदेव ने खिताबी मुकाबले में आगुट का सामना करने को लेकर कहा, "जी हां, यह बहुत ही कड़ा मुकाबला होने वाला है. वह लंबा है, अच्छी सर्विस करता है और बेसलाइन पर उसके पास अच्छे स्ट्रोक हैं. मैं पूरी तैयारी के साथ उतरूंगा और अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं