चैपल ने कहा, बीसीसीआई पैसा कमाने पर तुली हुई है। उसने सीनियर खिलाड़ियों को जरूरत से ज्यादा छूट दे रखी है।'
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नई दिल्ली:
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने चयन के मामले में सीनियर खिलाड़ियों की मनमानी चलने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड की निंदा करते हुए कहा है कि चयन समिति की नहीं चलती जिससे इंग्लैंड में टीम की यह दुर्गति हुई है। चैपल ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, बीसीसीआई पैसा कमाने पर तुली हुई है। उसने सीनियर खिलाड़ियों को जरूरत से ज्यादा छूट दे रखी है। चयनकर्ताओं की नहीं चल रही है। उन्होंने क्रिस श्रीकांत की अगुवाई वाली चयन समिति को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा, मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं ने कहा होगा कि हमारे लिए यह शानदार समय है। इसका पूरा उपयोग करें। उन्होंने भविष्य के बारे में कुछ नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि जब तक देश का क्रिकेट प्रशासन अच्छे अगुवा पैदा करेगा, टीम अच्छे परिणाम देती रहेगी। चैपल ने कहा, आपके पास ऐसा प्रशासन होना चाहिए जो अच्छे, युवा, दक्ष और प्रतिस्पर्धी क्रिकेटर पैदा करे। यदि ऐसा होगा तो टीम जीतती रहेगी भले ही बात टेस्ट की हो, टी20 या वनडे क्रिकेट की। चैपल ने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पर भी निशाना साधते हुए कहा, भारत को अच्छा गेंदबाजी आक्रमण चाहिए। जब भारत नंबर वन टेस्ट टीम बना तो मैने कहा था कि अलग हालातों में खेलते हुए भारत इसे बरकरार नहीं रख सकता। उन्होंने कहा, हरभजन सिंह पिछले दो साल से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। अच्छे तेज गेंदबाज भी कहां हैं। उन्होंने कहा, चयनकर्ताओं ने उम्रदराज बल्लेबाजी क्रम के बारे में भी कोई विचार नहीं किया। पांच दिनी क्रिकेट में यह काफी चिंताजनक स्थिति है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा कि विजयी टीम कभी थकी हुई नहीं दिखना चाहिए। उन्होंने कहा, मैंने कभी किसी विजयी टीम को थका हुआ नहीं देखा। हारने वाली टीमें ही थकी हुई दिखती है। भारत इस समय हार रहा है। भारत को अधिक समय तक नंबर वन पर टिके रहना चाहिये था। चैपल ने कहा, उनके पास इतना पैसा है लेकिन यदि प्रशासन सही नहीं है तो पैसे के कोई मायने नहीं। चैपल ने कहा कि बीसीसीआई को सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के जाने के बाद की स्थिति पर विचार करना चाहिए ताकि प्रतिभाशाली युवा टेस्ट क्रिकेट में आसानी से इनकी जगह ले सकें।