हॉकी के इतिहास में लंदन ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम की सबसे शर्मनाक प्रदर्शन करने वाली टीम के विदेशी कोच माइकल नोब्स ने कहा कि ओलिंपिक प्रदर्शन के बारे में हॉकी इंडिया से पूछिए, मैं कुछ नहीं कह सकता।
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जालंधर:
हॉकी के इतिहास में लंदन ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम की सबसे शर्मनाक प्रदर्शन करने वाली टीम के विदेशी कोच माइकल नोब्स ने कहा कि ओलिंपिक प्रदर्शन के बारे में हॉकी इंडिया से पूछिए, मैं कुछ नहीं कह सकता।
हॉकी पंजाब की ओर से आयोजित प्रदर्शनी मैच में हिस्सा लेने आए भारतीय हॉकी टीम के कोच माइकल नोब्स ने टीम के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर कहा, मैं आपके किसी भी सवाल का उत्तर देने में सक्षम नहीं हूं। ओलिंपिक में टीम के खराब प्रदर्शन के बारे में कुछ भी पूछना है, आप हॉकी इंडिया से पूछिए।
टीम के हार के बारे में कुछ भी कहने से बचते हुए नोब्स ने कहा कि स्थिति से सभी अवगत हैं। इस बारे में वह कुछ नहीं कह सकते हैं, क्योंकि हॉकी इंडिया ने उन्हें मीडिया से बातचीत करने से मना किया हुआ है, इसलिए बेहतर होगा कि इस बारे में हॉकी के शीर्ष संगठन से बातचीत की जाए।
नोब्स ने कहा, हॉकी इंडिया ने मुझे इस बारे में बोलने से या मीडिया से बातचीत करने से मना किया हुआ है, इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। बेहतर होगा कि आप हॉकी इंडिया के अधिकारियों से हार का कारण पूछें। यह पूछे जाने पर कि टीम के खराब प्रदर्शन के क्या कारण हैं और आपको नहीं लगता कि पेनाल्टी कॉर्नर, डिफेंस और फॉरवर्ड पिछले दो साल में और कमजोर हुआ है, ऑस्ट्रेलियाई कोच ने जिम्मेदारी हॉकी इंडिया पर डालते हुए कहा, मैंने पहले ही कहा है कि मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।
जब यह पूछा गया कि अपेक्षाकृत पंजाब की कमजोर टीम के खिलाफ भी भारतीय टीम का प्रदर्शनक अच्छा नहीं रहा है, आज के मैच में 3-0 से बढ़त के बावजूद मैच ड्रॉ हो गया, नोब्स ने समझाते हुए कहा, हमने इस मैच से पहले अभ्यास नहीं किया था और हम मैच हारे नहीं हैं। मैच बराबरी पर छूटा है।
पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील नहीं कर पाने के बारे में पूछने पर नोब्स ने जोर से कहा कि यह प्रदर्शनी मैच था। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमने इसके लिए अभ्यास भी नहीं किया था। यह पूछने पर कि आप पिछले लगभग दो साल से टीम को प्रशिक्षण दे रहे हैं और अपेक्षाकृत कमजोर टीम के खिलाफ प्रदर्शनी मैच और पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करने के लिए टीम को अब भी पूर्व अभ्यास की जरूरत है, नोब्स ने मैदान की ओर भागते हुए तल्ख लहजे में कहा, मैं यहां आपके सवालों का उत्तर देने के लिए नहीं बैठा हूं।
जालंधर में खेले गए दूसरे प्रदर्शनी मैच की शुरुआत में 3-0 की बढ़त लेने के बावजूद भारतीय टीम पंजाब एकादश के खिलाफ मैच जीतने में सफल नहीं हो सकी और पंजाब के शानदार प्रदर्शन से मैच 3-3 की बरारबी पर छूटा। इस बीच, भारतीय टीम ने गोल करने के कई मौके गंवाए और अंतिम कुछ मिनटों में मिले लगातार तीन पेनाल्टी कॉर्नर को भी वे गोल में तब्दील करने में नाकाम रहे। नोब्स से इसी बाबत भी पूछा गया था, लेकिन वह नाराज हो कर चले गए।
हॉकी पंजाब की ओर से आयोजित प्रदर्शनी मैच में हिस्सा लेने आए भारतीय हॉकी टीम के कोच माइकल नोब्स ने टीम के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर कहा, मैं आपके किसी भी सवाल का उत्तर देने में सक्षम नहीं हूं। ओलिंपिक में टीम के खराब प्रदर्शन के बारे में कुछ भी पूछना है, आप हॉकी इंडिया से पूछिए।
टीम के हार के बारे में कुछ भी कहने से बचते हुए नोब्स ने कहा कि स्थिति से सभी अवगत हैं। इस बारे में वह कुछ नहीं कह सकते हैं, क्योंकि हॉकी इंडिया ने उन्हें मीडिया से बातचीत करने से मना किया हुआ है, इसलिए बेहतर होगा कि इस बारे में हॉकी के शीर्ष संगठन से बातचीत की जाए।
नोब्स ने कहा, हॉकी इंडिया ने मुझे इस बारे में बोलने से या मीडिया से बातचीत करने से मना किया हुआ है, इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। बेहतर होगा कि आप हॉकी इंडिया के अधिकारियों से हार का कारण पूछें। यह पूछे जाने पर कि टीम के खराब प्रदर्शन के क्या कारण हैं और आपको नहीं लगता कि पेनाल्टी कॉर्नर, डिफेंस और फॉरवर्ड पिछले दो साल में और कमजोर हुआ है, ऑस्ट्रेलियाई कोच ने जिम्मेदारी हॉकी इंडिया पर डालते हुए कहा, मैंने पहले ही कहा है कि मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।
जब यह पूछा गया कि अपेक्षाकृत पंजाब की कमजोर टीम के खिलाफ भी भारतीय टीम का प्रदर्शनक अच्छा नहीं रहा है, आज के मैच में 3-0 से बढ़त के बावजूद मैच ड्रॉ हो गया, नोब्स ने समझाते हुए कहा, हमने इस मैच से पहले अभ्यास नहीं किया था और हम मैच हारे नहीं हैं। मैच बराबरी पर छूटा है।
पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील नहीं कर पाने के बारे में पूछने पर नोब्स ने जोर से कहा कि यह प्रदर्शनी मैच था। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमने इसके लिए अभ्यास भी नहीं किया था। यह पूछने पर कि आप पिछले लगभग दो साल से टीम को प्रशिक्षण दे रहे हैं और अपेक्षाकृत कमजोर टीम के खिलाफ प्रदर्शनी मैच और पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करने के लिए टीम को अब भी पूर्व अभ्यास की जरूरत है, नोब्स ने मैदान की ओर भागते हुए तल्ख लहजे में कहा, मैं यहां आपके सवालों का उत्तर देने के लिए नहीं बैठा हूं।
जालंधर में खेले गए दूसरे प्रदर्शनी मैच की शुरुआत में 3-0 की बढ़त लेने के बावजूद भारतीय टीम पंजाब एकादश के खिलाफ मैच जीतने में सफल नहीं हो सकी और पंजाब के शानदार प्रदर्शन से मैच 3-3 की बरारबी पर छूटा। इस बीच, भारतीय टीम ने गोल करने के कई मौके गंवाए और अंतिम कुछ मिनटों में मिले लगातार तीन पेनाल्टी कॉर्नर को भी वे गोल में तब्दील करने में नाकाम रहे। नोब्स से इसी बाबत भी पूछा गया था, लेकिन वह नाराज हो कर चले गए।
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