लंदन:
इटली की एक कला इतिहासकार द्वारा पोस्ट की गई नेपच्यून की 16वीं शताब्दी की प्रतिमा को ‘यौन उभार’ वाला बताकर ब्लॉक करने के लिए फेसबुक आलोचना के केंद्र में आ गया है. हालांकि दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी ने बाद में यह कहते हुए माफी मांगी कि ऐसा गलती से हुआ था.
अपने फेसबुक पेज ‘स्टोरीज, क्यूरियोसिटीज एंड व्यूज ऑफ बोलोग्ना’ के लिए एलिसा बार्बरी ने इटली के बोलोग्ना शहर स्थित नेपच्यून की नग्न और त्रिशूल धारण की हुई प्रतिमा को चुना.
‘द टेलीग्राफ’ की कल की खबर के मुताबिक बार्बरी को फेसबुक की गोपनीय नीति के अनुसार फोटो हटाने को कहा गया.
फेसबुक ने एक बयान में कहा, ‘‘इस तस्वीर के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी गयी क्योंकि यह विज्ञापन संबंधी फेसबुक के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करता है. इस तस्वीर में ऐसी सामग्री परोसी गयी जो बहुत अधिक यौन उभार वाली थी, जो शरीर के बहुत अधिक हिस्से को दिखलाती है और अनावश्यक तरीके से शरीर के अंगों पर ध्यान दिलाती है.’’
सोशल मीडिया वेबसाइट ने कहा कि नग्न तस्वीर या वीडियो के इस्तेमाल की अनुमति नहीं है, चाहे उसका इस्तेमाल कला और शिक्षा कारणों से ही क्यों ना किया जाए. इसके बाद कलाकार ने अपने फेसबुक पेज पर इसे हास्यास्पद करार दिया. हालांकि बाद में फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा कि चूक के कारण यह गलती हुई.
अपने फेसबुक पेज ‘स्टोरीज, क्यूरियोसिटीज एंड व्यूज ऑफ बोलोग्ना’ के लिए एलिसा बार्बरी ने इटली के बोलोग्ना शहर स्थित नेपच्यून की नग्न और त्रिशूल धारण की हुई प्रतिमा को चुना.
‘द टेलीग्राफ’ की कल की खबर के मुताबिक बार्बरी को फेसबुक की गोपनीय नीति के अनुसार फोटो हटाने को कहा गया.
फेसबुक ने एक बयान में कहा, ‘‘इस तस्वीर के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी गयी क्योंकि यह विज्ञापन संबंधी फेसबुक के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करता है. इस तस्वीर में ऐसी सामग्री परोसी गयी जो बहुत अधिक यौन उभार वाली थी, जो शरीर के बहुत अधिक हिस्से को दिखलाती है और अनावश्यक तरीके से शरीर के अंगों पर ध्यान दिलाती है.’’
सोशल मीडिया वेबसाइट ने कहा कि नग्न तस्वीर या वीडियो के इस्तेमाल की अनुमति नहीं है, चाहे उसका इस्तेमाल कला और शिक्षा कारणों से ही क्यों ना किया जाए. इसके बाद कलाकार ने अपने फेसबुक पेज पर इसे हास्यास्पद करार दिया. हालांकि बाद में फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा कि चूक के कारण यह गलती हुई.